यूपी के इस नक्षत्रशाला का बहुरने वाला है दिन जानें कितने का तैयार हुआ डीपीआर

गोरखपुर के वीर बहादुर सिंह नक्षत्रशाला को अब नई तकनीक से सजाया जा रहा है. करीब 33 करोड़ की लागत से यहां 4 अत्याधुनिक थ्रीडी प्रोजेक्टर लगाए जाएंगे. इसके अलावा पूरे थिएटर को सेंट्रल एसी की सुविधा से सुसज्जित किया जाएगा, जिस पर लगभग 14 करोड़ खर्च होंगे. इन उपकरणों और उनके मेंटेनेंस के लिए कुल 47 करोड़ की लागत का प्रस्ताव तैयार है.

यूपी के इस नक्षत्रशाला का बहुरने वाला है दिन जानें कितने का तैयार हुआ डीपीआर
 गोरखपुर. उत्तर प्रदेश के गोरखपुर स्थित वीर बहादुर सिंह नक्षत्रशाला को अब नई तकनीक से सजाया जा रहा है. करीब 33 करोड़ की लागत से यहां 4 अत्याधुनिक थ्रीडी प्रोजेक्टर लगाए जाएंगे. इसके अलावा, पूरे थिएटर को सेंट्रल एसी की सुविधा से सुसज्जित किया जाएगा. जिस पर लगभग 14 करोड़  खर्च होंगे. इन नए उपकरणों और उनके मेंटेनेंस के लिए कुल 47 करोड़ की लागत का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा गया है. यह प्रस्ताव गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) द्वारा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग को भेजा गया है. विभाग से मंजूरी मिलने के बाद काम शुरू कर दिया जाएगा. नक्षत्रशाला को नई तकनीक से लैस करने की है योजना पूर्वांचल के लोगों को ग्रहों और तारों की अद्भुत दुनिया से रूबरू कराने के उद्देश्य से स्थापित वीर बहादुर सिंह नक्षत्रशाला के प्रोजेक्टर अब अपनी उम्र पूरी कर चुकेा है. वर्तमान में चल रहे शो में तारों की छवि धुंधली दिखाई देती है, जिससे दर्शकों को असली अनुभव का आनंद नहीं मिल पाता है. उत्तर प्रदेश के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख सचिव पंधारी यादव ने हाल ही में नक्षत्रशाला का दौरा किया और उसके जीर्णोद्धार का निर्देश दिया. इसके परिणामस्वरूप जीडीए ने 47.1 करोड़ का डीपीआर तैयार किया है. जिसमें 33 करोड़ से नई जापानी थ्रीडी तकनीक के प्रोजेक्टर लगाए जाने की योजना है. भविष्य के लिए इन योजनाओं पर चल रहा है काम नक्षत्रशाला के थिएटर में अब दर्शकों के लिए नये अनुभव की तैयारी की जा रही है. पुराने प्रोजेक्टरों को हटाकर अत्याधुनिक थ्रीडी प्रोजेक्टर लगाए जाएंगे. जिससे दर्शकों को खगोलीय घटनाओं का अधिक जीवंत अनुभव मिलेगा. साथ ही थिएटर को नई कुर्सियों और सेंट्रल एसी से सुसज्जित किया जाएगा. इससे दर्शकों को उच्चस्तरीय सुविधा मिलेगी. वहीं नक्षत्रशाला परिसर में ही 15.62 करोड़ की लागत से दूसरा ज्ञान-विज्ञान पार्क भी बन रहा है, जो बच्चों को खेल-खेल में विज्ञान को समझने का अवसर देगा. यहां छात्रों को स्पेस साइंस गैलरी और लैंडस्केपिंग के जरिए विज्ञान और तकनीक के विभिन्न पहलुओं से परिचित कराया जाएगा. Tags: Gorakhpur news, Local18, Uttarpradesh newsFIRST PUBLISHED : August 15, 2024, 18:29 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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