सावन में बढ़ गई इस पुस्तक की डिमांड नेपाल में भी हो रही है सप्लाई

shiv-purana: गोरखपुर में गीता प्रेस की स्थापना 3 मई 1923 को की गई थी. तब से यहां हिंदू धर्म की लगभग सभी धार्मिक पुस्तकों का प्रकाशन किया जा रहा है. सावन के महीने में....

सावन में बढ़ गई इस पुस्तक की डिमांड नेपाल में भी हो रही है सप्लाई
रजत भट्ट/गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में मौजूद गीता प्रेस हिंदू धर्म की लगभग सभी धार्मिक पुस्तकों का प्रकाशन करता है. इनमें से कुछ ऐसी खास पुस्तक हैं जिनका प्रकाशन साल के एक खास समय में बढ़ जाता है. गीता प्रेस में छपने वाले ‘शिव महापुराण’ की डिमांड भी सावन में खूब बढ़ जाती है. इस बार के सावन में शिव महापुराण की डिमांड इतनी बढ़ गई कि भारत के साथ नेपाल में भी उसकी सप्लाई की जा रही हैं. गीता प्रेस ने 2 हजार प्रतियां नेपाल भेजी है और अब तक गीता प्रेस ने शिव महापुराण की 50 हजार पुस्तक बेच दी है. 1 महीने से छप रही पुस्तक गोरखपुर में गीता प्रेस की स्थापना 3 मई 1923 को की गई थी. तब से यहां हिंदू धर्म की लगभग सभी धार्मिक पुस्तकों का प्रकाशन किया जा रहा है. सावन के महीने में शिव महापुराण की डिमांड इतनी बढ़ जाती है कि एक महीना पहले से ही इसकी छपाई शुरू हो जाती है. गीता प्रेस के मैनेजर लालमणि तिवारी बताते हैं कि श्रद्धालुओं की मांग पूरी करने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है. भारत के साथ नेपाल में स्थित गीता प्रेस की शाखा पर भी सावन में शिव महापुराण की प्रतियां भेजी जाती हैं. भारत के साथ नेपाल में भी लोग सावन में शिव महापुराण का पाठ करते हैं. शिव पुराण और शिव चालीसा की डिमांड गोरखपुर के गीता प्रेस में सावन में शिव महापुराण के साथ शिव चालीसा की छपाई का काम तेज कर दिया जाता है. सावन महीने में इन पुस्तकों की डिमांड बढ़ जाती है. गीता प्रेस के ट्रस्टी देवी दयाल अग्रवाल बताते हैं कि सावन में शिव महापुराण, शिव चालीसा के साथ कई पुस्तकों की मांग बढ़ती है. एक महीने से पुस्तक छापने की तैयारी चल रही थी. श्रद्धालु ज्यादा मात्रा में शिव महापुराण खरीद रहे हैं. यही कारण है कि इसकी छपाई 1 महीने पहले ही शुरू कर दी जाती है जिससे हर श्रद्धालु तक शिव महापुराण और शिव चालीसा पहुंच सके. Tags: Local18FIRST PUBLISHED : July 23, 2024, 18:18 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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