नाराजगी भरे बयान योगी से मिलने वाले भागवत क्‍या हैं इस मुलाकात के मायने

Mohan Bhagwat-Yogi Adityanath Meeting : आरएसएस की तरफ से नाराजगी भरी ताजा बयानबाजी और उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव में बीजेपी के प्रदर्शन को लेकर यह मुलाकात काफी मानी जा रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज वाराणसी जा रहे हैं, जहां से वे गोरखपुर जाएंगे.

नाराजगी भरे बयान योगी से मिलने वाले भागवत क्‍या हैं इस मुलाकात के मायने
लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के असंतोषजनक प्रदर्शन के बाद राष्‍ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नाराजगी के बीच कल उत्‍तर प्रदेश में एक अहम मुलाकात होने वाली है. यह बैठक संघ प्रमुख मोहन भागवत और यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के बीच होने जा रही है. माना जा रहा है कि इस मुलाकात में दोनों के बीच कुछ अहम बातें भी हो सकती हैं. आरएसएस की ओर से तल्‍ख बयानबाजी के बीच भी यह बैठक होने जा रही है, लिहाजा भागवत और योगी के बीच मुलाकात के काफी मायने भी निकाले जा रहे हैं. दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की शनिवार को गोरखपुर में मुलाकात हो सकती है. आरएसएस की तरफ से नाराजगी भरी ताजा बयानबाजी और उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव में बीजेपी के प्रदर्शन को लेकर यह मुलाकात काफी मानी जा रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज वाराणसी जा रहे हैं, जहां से वे गोरखपुर जाएंगे. उधर मोहन भागवत चार दिनों के गोरखपुर प्रवास पर हैं. ऐसे में जहां इसे शिष्‍टाचार मुलाकात के तौर पर देखा जा रहा है, वहीं, दूसरों मायनों में भी इस पर नजर है. जानकारों का कहना है कि यूपी में पार्टी के प्रदर्शन और राम नगरी अयोध्‍या में पार्टी की हार को लेकर भागवत और योगी के बीच बात होने की भी संभावना है. बता दें कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को यूपी में हार का सामना करना है, क्‍योंकि उसे 80 में केवल 33 सीटों पर ही जीत हासिल हुई है. चुनाव के बाद पहली बार गोरखुपर पहुंचे भागवत यहां मंथन करेंगे. मोहन भागवत ने हालिया बयान में कहा था कि जो मर्यादा का पालन करते हुए काम करता है, गर्व भी करता है, परंतु अहंकार नहीं करता, सही मायनों में वही सेवक कहलाने का अधिकारी होता है. उन्‍होंने यह भी कहा कि पिछले एक वर्ष से मणिपुर शांति की राह देख रहा है. बीते 10 सालों से वहां शांति थी, लेकिन अचानक से वहां कलह होने लगी या फिर कलह करवाई गई, वहां आग जल रही है, लोग त्राहि त्राहि कर रहे हैं, उस पर ध्‍यान देना चाहिए प्राथमिकता के साथ. उनके बाद आज आरएसएस कार्यकारिणी सदस्‍य इंद्रेश कुमार ने भी भाजपा और नेतृत्‍व पर सवाल उठाते हुए कहा कि ‘2024 में राम राज्‍य का विधान देखिए, जिन्‍होंने राम की भक्ति की पर धीरे-धीरे अंहकार आ गया और उस पार्टी को सबसे बड़ी पार्टी घोषित कर दिया. अब उसको जो पूर्ण मत मिलना चाहिए था, जो शक्ति मिलनी चाहिए वो थी, भगवान ने अहंकार के कारण ले ली. दोनों वरिष्‍ठ पदाधिकारियों के इस बयान के बाद साफ तौर पर आरएसएस की नाराजगी को देखा जा रहा है. हालांकि संघ ने केरल में समन्वय बैठक बुलाई है, जोकि 31 जुलाई से 2 अगस्त तक होगी. चुनाव के बाद संघ की यह महत्वपूर्ण बैठक भी है. इसमें बीजेपी सहित संघ के सभी संगठनों के प्रमुख पदाधिकारी मौजूद रहेंगे. लिहाजा सीएम योगी और भागवत के बीच होने वाली इस मुलाकात पर सबकी नजरें हैं. Tags: Gorakhpur news, Mohan bhagwat, Rashtriya Swayamsevak Sangh, Yogi adityanathFIRST PUBLISHED : June 14, 2024, 17:15 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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