गरीबों के मसीहा है ये डॉक्टरफ्री में करते हैं मरीजों का इलाज!

गाजियाबाद के वरिष्ठ ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. राहुल कुमार गरीब मरीजों के लिए किसी मसीहा से काम नहीं हैं. इन मरीजों के खाने-पीने और दवाई तक का खर्चा भी डॉक्टर खुद उठा रहे हैं. इसके अलावा डॉ. राहुल मासिक निशुल्क जांच शिविर भी लगाते हैं. अन्य डॉक्टरों के सहयोग से ये शिविर एनसीआर में कई जगहों पर आयोजित किए जाते हैं.

गरीबों के मसीहा है ये डॉक्टरफ्री में करते हैं मरीजों का इलाज!
गाजियाबाद : महंगा इलाज, लंबे समय तक चलने वाली कड़वी दवाएं और इलाज में आने वाला लाखों रुपए का खर्च. बस इन्हीं ख्यालों के कारण लोगों को डॉक्टरों से दूरी ही ठीक लगती है. लेकिन गाजियाबाद के एक डॉक्टर ऐसे भी हैं जिनसे मरीज दूर नहीं भागते बल्कि उनसे मिलने के लिए लंबी कतार लगाते हैं. जी, हां आज हम बात कर रहें हैं सीनियर ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ राहुल कुमार की. जिन्होंने सफेद कोट पहनने से पहले मरीज की सेवा का जो संकल्प लिया था उसको आज भी निभा रहे हैं. Local 18 की टीम ने कैमरे में उन मरीजों को कैद किया जो गाजियाबाद के नहीं थे. बल्कि दूसरे प्रदेशों से यहां पर इलाज करने के लिए आए थे. खास बात यह है कि इन मरीजों को डॉ. राहुल ने अपने घर के ही पास रहने की जगह दिलाई थी. इसके अलावा इन मरीजों के खाने-पीने और दवाई तक का खर्चा भी डॉक्टर खुद उठा रहे हैं. महिला मरीज ने बताया की उनके पति को चलने फिरने में काफी दिक्कत थी. सोशल मीडिया पर डॉक्टर राहुल के बारे में सुना और फिर ट्रेन पकड़ कर सीधा गाजियाबाद आ गई. हर चीज फायदे के लिए नहीं डॉ. राहुल बताते हैं कि हर चीज मुनाफे के लिए नहीं बनी होती. कुछ वर्ष पहले ही उनके मरीज ने जब बीच में इलाज करवाना बंद कर दिया तब डॉक्टर राहुल काफी दुखी हुए. इसके बाद उन्होंने यह संकल्प ले लिया कि जिन मरीजों के पास पैसे नहीं होंगे, उनका इलाज नहीं रुकेगा. इसके अलावा डॉ. राहुल मासिक निशुल्क जांच शिविर भी लगाते हैं. अन्य डॉक्टरों के सहयोग से ये शिविर एनसीआर में कई जगहों पर आयोजित किए जाते हैं. मेरी पहली प्राथमिकता मरीजों का इलाज डॉ. राहुल बताते हैं कि एक चिकित्सक का पेशा काफी व्यस्त रहता है. दिन भर मरीजों के साथ रहने के बावजूद भी कभी भी इमरजेंसी में आपको वापस आना पड़ता है. इस कारण परिवार के लिए समय नहीं मिल पाता है. इसके लिए परिवार में कई बार नाराजगी भी झेलनी पड़ती है. मुझे घूमना- फिरना काफी पसंद है और धार्मिक जगहों पर जाना अच्छा लगता है. ऐसे में जब भी समय मिलता है तो मैं परिवार के साथ घूमने के लिए निकल जाता हूं. लेकिन हमेशा ही मेरी पहली प्राथमिकता मरीज है. Tags: Ghaziabad News, Local18, Medical18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : August 17, 2024, 18:37 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed