शिवमय भारत मिशन की ऐसे हुई शुरूआत 11 करोड़ बेलपत्र के पौधे लगाने का है लक्ष्य
शिवमय भारत मिशन की ऐसे हुई शुरूआत 11 करोड़ बेलपत्र के पौधे लगाने का है लक्ष्य
गाजियाबाद के दुर्गा पांडे प्रसाद शिवमय भारत मिशन चला रहें है, जिसके तहत देश भर में 11 करोड़ बेलपत्र के पौधे लगाए जाएंगे. अब तक 3.50 लाख से ज्यादा पौधे लगाए जा चुके है. इसकी शुरूआत 2017 में एक घटना के बाद हुई. दरअसल, वसुंधरा के सेक्टर 13 में पुराने पीपल के पेड़ काट दिया तो भूख हड़ताल पर भी बैठे थे. इसके बाद यह अभियान शुरू हुआ.
गाजियाबाद : गाजियाबाद के दुर्गा प्रसाद पांडे उर्फ प्रकृतिरूपा भाई अपने अनोखे मिशन के कारण चर्चाओं में है. ये मुहिम है शिवमय भारत की, जो 11करोड़ बेलपत्र के पौधे लगाने से पूरी होगी. इस मुहिम के तहत अब तक 3.50 लाख से भी ज्यादा पौधे लगाए जा चुके है. दुर्गा प्रसाद पांडेय ने यह पौधा अयोध्या, हरिद्वार, काशी, उज्जैन, गाजियाबाद, नोयडा और दिल्ली जैसे शहरों में लगाया है.
कैसे शुरू हुआ शिवमय भारत मिशन
दुर्गा प्रसाद पांडे ने बताया कि शुरू से ही प्रकृति के प्रति एक विशेष लगाव था, लेकिन 2017 में एक घटना घटी जिसके बाद इस मुहिम की शुरुआत हुई. दरअसल, वसुंधरा के सेक्टर 13 में एक पीपल का पुराना पेड़ काट दिया गया. इसके बाद कई दिनों तक भूख हड़ताल पर भी बैठे थे. इसि के बाद से शिवमय भारत बनाने का संकल्प शुरू हुआ.
बड़े ज्योतिर्लिंग से होगी अगली यात्रा की शुरुआत
शिवमय भारत मिशन में अब पौधरोपण का कार्यक्रम नासिक में 31 अगस्त 2024 से 3 सितंबर 2024 तक आयोजित किया जाएगा. जिसमें 2,100 बेलपत्र के पौधे लगाए जाएंगे. इसके बाद 7 से 10 सितंबर 2024 के बीच काशी विश्वनाथ, वाराणसी में 5,100 बेलपत्र के पौधों का वितरण किया जाएगा. वहीं 14 से 16 सितंबर 2024 के बीच नीलकंठ बाबा, हरिद्वार में 1,100 पौधे लगाए जाएंगे. उज्जैन में महाकाल की नगरी में 25 से 28 सितंबर 2024 तक 5,100 पौधों का सेवा कार्य होगा. इसके बाद पशुपति नाथ, काठमांडू में 4 से 8 अक्टूबर 2024 तक 3,100 पौधों का वितरण होगा.
औषधीय गुणों से भरपूर है बेलपत्र
बेलपत्र के पत्ते पाचन तंत्र को मजबूत करने में मदद करता है. यह गैस, अपच और कब्ज जैसी समस्याओं में लाभकारी होते है. बेल के फल का रस पेट की समस्याओं को दूर करने में भी उपयोगी होता है. बेलपत्र के पत्तों का सेवन मधुमेह के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है. यह रक्त में शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक होता है. वहीं बेलपत्र का काढ़ा सर्दी और जुखाम के लक्षणों को कम करने में मदद करता है. यह गले की खराश और कफ को भी कम करता है.
Tags: Ghaziabad News, Local18, Uttarpradesh newsFIRST PUBLISHED : August 18, 2024, 12:33 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed