चीन के पास दुनिया का सबसे बड़ा एयर प्युरीफायर शुद्ध कर देता है पूरे शहर की हवा
चीन के पास दुनिया का सबसे बड़ा एयर प्युरीफायर शुद्ध कर देता है पूरे शहर की हवा
04 नवंबर को दिल्ली के ओखला इलाके में हवा की क्वालिटी इतनी खराब हो गई कि उसका एक्यूआई इंडैक्स 700 के ऊपर दर्ज किया गया. इस हवा में बाहर निकलना एक तरह से गंभीर बीमारियों को न्योता देना है. दुर्भाग्य की बात है कि दसियों साल से दिल्ली में लगातार यही स्थिति हो रही है और कुछ किया नहीं जा पा रहा. हमें इस मामले में चीन के इस उदाहण को जरूर जानना चाहिए, ये दुनिया का सबसे बड़ा एयर प्युरीफायर है और पूरे शहर की हवा को शुद्ध कर देता है.
हाइलाइट्स330 फीट ऊंचा ये एयर प्युरीफायर चीन के शांक्शी प्रांत में ये रोज एक करोड़ घनमीटर हवा को साफ करता है. दस किलोमीटर के रेंज की हवा को साफ रखता है
05 साल पहले चीन में एक ऐसा एयर प्युरीफायर बनाया गया जो 330 फुट ऊंचा टावर है और जब उसके पंखे चलते हैं तो पूरे शहर की हवा को शुद्ध कर देते हैं. ये टावर चीन के शांक्शी प्रांत के झियान शहर में है. कुछ सालों पहले तक चीन भी हर साल इसी तरह खराब एयर क्वालिटी का सामना करता था लेकिन अपनी विल पॉवर से अब वह इससे निजात पा चुका है. जिस एयर प्युरी फायर की हम बात कर रहे हैं ये दुनिया का सबसे हवा शुद्ध करने वाला सयंत्र भी है.
एक समय था जब शांक्शी प्रांत का झियान शहर बुरी तरह वायु प्रदूषण का शिकार था. लेकिन अब नहीं एयर प्यूरिफायर के बनने के बाद हवा साफ हो गई. दुनिया में इतना बड़ा प्यूरिफायर और कहीं नहीं है. इसे चीन के दिमाग की उपज भी कह सकते हैं.
पूरे शहर की हवा साफ रखने की क्षमता
ये पूरे शहर की हवा को साफ करने की क्षमता रखता है. ये रोज एक करोड़ घनमीटर हवा को साफ करता है. इसके लगने के बाद शहर की साफ हवा की स्थिति में बहुत सुधार हुआ है. इस शहर की स्थिति इस एयर प्यूरिफायर लगने से पहले ये थी कि शहर का शख्स हवा में 21 सिगरेट के बराबर विषैले तत्व हवा के साथ पी रहा था.
वैज्ञानिक ही इसका पूरा कामकाज देखते हैं. ये जब से लगाया गया है तब से दस किलोमीटर के रेंज की हवा को साफ रखता है. केवल यही नहीं ये प्यूरिफायर टॉवर हवा की गुणवत्ता में सुधार के साथ-साथ स्मॉग को भी 15 से 20 प्रतिशत तक कम करता है.
ये दुनिया का सबसे बड़ा एयर प्यूरिफायर भी है (छाया सौजन्यः साउथ चाइना मार्निंग पोस्ट)
सारी प्रणाली सौर ऊर्जा से नियंत्रित
टॉवर की सारी कार्य प्रणाली सौर ऊर्जा से नियंत्रित है. इसलिए इसको बाहर से कोई बिजली नहीं दी जाती. ये सूरज से मिलने वाली ऊर्जा से खुद ब खुद काम करता है. जो खबरें हैं, उसके अनुसार इसके रिजल्ट्स को लेकर चीन की साइंस एकेडमी के वैज्ञानिक संतुष्ट हैं.
वैज्ञानिक कहते हैं कि अभी तो ये शुरुआत है. इस टॉवर से आने वाले समय में और बेहतर रिजल्ट मिलने लगेंगे. वैज्ञानिक आने वाले समय इसकी क्षमता और ऊंचाई दोनों बढाएंगे ताकि ये 30 किलोमीटर रेंज की हवा को साफ रख सके. यानि अगर ऐसा प्यूरिफायर किसी छोटे शहर में लगा दिया जाए तो आराम से पूरे शहर को हेल्दी हवा देता रहेगा.
दो साल में बना प्रोजेक्ट
कभी ये हाल था कि इस शहर में सर्दियों के दौरान इतना ज्यादा प्रदूषण होता था कि लोगों का सांस लेना दुश्वार हो चुका था. मुख्य तौर पर इस शहर का हीटिंग सिस्टम कोयला आधारित था. इस प्रोजेक्ट को 2015 में शुरू किया गया और दो साल के भीतर इसे पूरा कर लिया गया.
भविष्य में ये प्यूरिफायर 30 किलोमीटर रेंज की हवा को पूरी तरह साफ रखेगा (छाया सौजन्यः साउथ चाइना मार्निंग पोस्ट)
वैसे बीजिंग में भी चीन ने इसी तरह का एक विशाल स्मॉग टॉवर बनवाया है. ये केवल बिजली से चलता है हालांकि इसकी क्षमता उतनी नहीं है, जितनी शांक्शी प्रांत के इस झियान शहर के टॉवर की.
झियान शहर के लोग महसूस करने लगे हैं कि अब जाड़े के दौरान जिस हवा में वो सांस ले रहे हैं, वो बेहतर है और इससे वो खुद में अच्छा फील कर रहे हैं.
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Tags: Air pollution, Air pollution in Delhi, Air Quality, Air Quality Index AQIFIRST PUBLISHED : November 04, 2022, 14:56 IST