क्या है ASL सिक्योरिटी जो RSS चीफ भागवत को मिली PM के अलावा किन 5 लोगों को

What is ASL Security: संघ प्रमुख मोहन भागवत को ASL सिक्योरिटी दी गई है. भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत सिर्फ 6 लोगों के पास अभी ASL सिक्योरिटी है.

क्या है ASL सिक्योरिटी जो RSS चीफ भागवत को मिली PM के अलावा किन 5 लोगों को
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. अब संघ प्रमुख मोहन भागवत एडवांस सिक्योरिटी लाइजन (ASL) सुरक्षा घेरे में रहेंगे. उन्हें पहले से ही Z+ सिक्योरिटी मिली हुई है. सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के थ्रेट अलर्ट के बाद गृह मंत्रालय ने मोहन भागवत की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला लिया. आखिर क्या होती है ASL सिक्योरिटी, Z प्लस सिक्योरिटी से कैसे अलग, समझते हैं… क्या है ASL सिक्योरिटी? एएसएल सिक्योरिटी को भारत में सबसे तगड़ा सिक्योरिटी प्रोटोकॉल माना जाता है. इस तरह का प्रोटोकॉल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह जैसे चुनिंदा लोगों को मिला है. एडवांस सिक्योरिटी लाइजन (ASL) के तहत अब RSS प्रमुख मोहन भागवत जहां भी जाएंगे, वहां पहले ही सीआईएसएफ की एक एडवांस टीम जाएगी. वह वह वेन्यू से लेकर तमाम इंतजामों का रिव्यू करेगी. स्थानीय प्रशासन के साथ मीटिंग करेगी, जिसमें IB की टीम भी होगी. इस मीटिंग में वेन्यू, मंच, आयोजक, एंट्री, एग्जिट जैसे तमाम प्वाइंट्स पर बात होगी. एडवांस टीम की हरी झंडी के बाद ही भागवत कार्यक्रम में जाएंगे. एडवांस सिक्योरिटी लाइजन (ASL) में कई और प्रोटोकॉल शामिल हैं. जैसे अब मोहन भागवत बुलेट प्रूफ कार से ही चलेंगे. जो कम्युनिकेशन डिवाइसेज और दूसरी सुविधाओं से लैस होगी. इसके अलावा अगर कहीं हेलीकॉप्टर से यात्रा करनी है तो खास चॉपर से ही ट्रैवेल करेंगे. ASL प्रोटोकॉल के तहत उनके कार्यक्रम का रिहर्सल भी किया जाएगा. इसमें सीआईएसएफ के अलावा जिला प्रशासन, स्थानीय पुलिस, हेल्थ डिपार्टमेंट तक की टीम मौजूद रहेगी. ठीक इसी तरीके का प्रोटोकॉल प्रधानमंत्री का भी होता है. वह जहां भी दौरे पर जाते हैं, वहां पहले ही एसपीजी की एक एडवांस टीम जाती है और रिव्यू और रिहर्सल करती है. उसकी मंजूरी के बाद ही वह कार्यक्रम में जाते हैं. CISF के एक अफसर hindi.news18.com को बताते हैं कि ASL टीम की जिम्मेदारी होती है वह प्रोग्राम से पहले स्टेट पुलिस और एडमिनिस्ट्रेशन के साथ मीटिंग करे और तय करे कि किसका क्या रोल होगा, क्या थ्रेट है और उससे निपटने के क्या इंतजाम है और कौन क्या जिम्मा संभालेगा. इस मीटिंग में इंटेलिजेंस ब्यूरो भी एसोसिएट होती है. वह बताते हैं कि ASL मीटिंग में CISF की तरफ से असिस्टेंट कमांडेंट या उससे उपर के अफसर ही शामिल होते हैं. अभी किसके-किसके पास ASL सिक्योरिटी? अभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को ASL प्रोटेक्शन मिला है. पीएम नरेंद्र मोदी एसपीजी के ASL प्रोटेक्शन में हैं. तो वहीं, बाकियों को सीआरपीएफ से एडवांस सिक्योरिटी लाइजन (ASL) मिला है. RSS प्रमुख मोहन भागवत पहले शख़्स होंगे, जिन्हें CISF से एडवांस सिक्योरिटी लाइजन (ASL) मिलेगा. Z+ सिक्योरिटी में क्या था? संघ प्रमुख मोहन भागवत को अभी तक Z+ सिक्योरिटी मिली है. भारत में कुल 6 कैटेगरी की सिक्योरिटी मिलती है. SPG, Z+, Z सिक्योरिटी, Y सिक्योरिटी, Y+ सिक्योरिटी और X सिक्योरिटी. Z+ सुरक्षा श्रेणी एसपीजी कवर के बाद दूसरी सबसे उच्च स्तर की सुरक्षा होती है. इस सुरक्षा व्यवस्था में 55 कर्मियों के साथ सीआरपीएफ कमांडो होते हैं, जो 24 घंटे लगातार सुरक्षा प्रदान करते हैं. जरूरत पड़ने पर खुफिया सूचनाओं के आधार पर राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) के कमांडो भी अतिरिक्त सुरक्षा के लिए तैनात किए जा सकते हैं. इस सुरक्षा कवर में एक बुलेटप्रूफ वाहन और तीन शिफ्टों में एस्कॉर्ट वाहन भी शामिल होते हैं. Z प्लस सुरक्षा में शामिल कमांडो को विशेषज्ञ मार्शल आर्ट्स और बिना हथियार के लड़ने का प्रशिक्षण मिलता है. Tags: CISF, Mohan bhagwat, RSS chiefFIRST PUBLISHED : August 28, 2024, 18:27 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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