‘मौत’ के मयखाने में कैसे बनती है जहरीली शराब पीते ही ढेर हो जाते हैं लोग
‘मौत’ के मयखाने में कैसे बनती है जहरीली शराब पीते ही ढेर हो जाते हैं लोग
Tamil Nadu Hooch Tragedy: जहरीली शराब का कहर एक बार देखने को मिला है. इस बार उसने तमिलनाडु के कल्लाकुरिची जिले में 30 लोगों की जान ले ली है. पीड़ितों ने करुनापुरम के एक विक्रेता से शराब खरीदकर पी थी. आशंका है कि वो शराब जहीरीली थी. जानिए किस तरह कोई शराब बन जाती है जहरीली और क्या होते हैं इसके दुष्परिणाम
Tamil Nadu Hooch Tragedy: तमिलनाडु के कल्लाकुरिची जिले में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 70 से ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार शुरुआती जांच से पता चला है कि अस्पताल में भर्ती कराये गए लोग ‘मेथानाल विषाक्तता’ के शिकार हुए थे. पीड़ितों में से ज्यादातर लोग दिहाड़ी मजदूरी थे या लोडर का काम करते थे. कहा जा रहा है कि उन्होंने कल्लाकुरिची जिले में करुनापुरम के एक विक्रेता से शराब खरीदी थी. आशंका है कि वो शराब अवैध थी. इन लोगों ने जब शराब का सेवन किया तो उसके बाद उन्हें सांस लेने में दिक्कत, नजर धुंधली होना, चक्कर आना और बार-बार दस्त होने के लक्षण दिखाई देने लगे थे.
ये पहला मौका नहीं है जब देश के किसी राज्य में जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हुई हो. लेकिन क्या आप जानते हैं कि शराब जहरीली कैसे हो जाती है. इसमें ऐसा क्या होता है, जिसको पीते ही कल्लाकुरिची जैसे हादसे सामने आते हैं. क्यों कुछ देर पहले तक हंसता खेलता इंसान अपनी जिंदगी गंवा देता है.
अवैध शराब होती है जानलेवा
ज्यादातर लोगों को यह भ्रम होता है कि देशी शराब या कंट्री मेड लिकर पीना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह और यही कभी-कभी जहरीली हो जाती है, जिससे इसके सेवन से जान चली जाती है. लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं है. कानूनी तरीके के देशी शराब बनाने के लिए सरकार बाकायदा लाइसेंस देती है. इसे देशी शराब के ठेकों पर बेचा जाता है. वहीं, जो शराब जहरीली हो जाती है उसे अवैध तरीके के बनाया जाता है. सामान्य भाषा में इसे कच्ची शराब भी कहते हैं. इसे उन इलाकों में चोरी छुपे बेचा जाता है, जहां श्रमिक वर्ग या छोटा-मोटा काम करने वाले लोग रहते हैं. क्योंकि ये देशी शराब के मुकाबले सस्ती पड़ती है, इसलिए कम आय वर्ग के लोग इसका सेवन करते हैं और जान गंवा देते हैं.
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किन चीजों से बनती है कच्ची शराब
कच्ची शराब बनाने के लिए मुख्य रूप से गुड़, पानी और यूरिया का इस्तेमाल किया जाता है. इसमें कई खतरनाक केमिकल भी मिलाए जाते हैं. कच्ची शराब बनाने के लिए गुड़ को सड़ाने के लिए ऑक्सीटोसिन का इस्तेमाल करते हैं. इसके अलावा इसमें और ज्यादा नशा पैदा करने के लिए नौसादर और यूरिया भी मिलाया जाता है. ये सभी चीजें किसी भी व्यक्ति के लिए नुकसानदेह हैं. यूरिया, ऑक्सोटोसिन, गुड़ और पानी को मिलाकर जब फर्मेंटेशन किया जाता है तो इथाइल अल्कोहल की जगह मिथाइल अल्कोहल बन जाता है. मिथाइल अल्कोहल बनने की वजह शराब बनाने की प्रक्रिया के दौरान तापमान का ध्यान न रखना भी है. इसी मिथाइल अल्कोहल की वजह से शराब जहारीली हो जाती है.
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मिलती है दर्दनाक मौत
जानकारों का कहना है कि मिथाइल अल्कोहल शरीर में जाकर फार्मेल्डिहाइड (फॉर्मिक एसिड) बनाता है. ये ऐसा जहर है जो आंखों की रोशनी जाने या मौत की वजह बन सकता है. यह शराब पीने वाले के दिमाग के लिए भी नुकसानदेह है. अगर शराब में मिथाइल अल्कोहल की मात्रा 90 फीसदी से ज्यादा हो जाती है तो वो जहरीली बन जाती है. इतनी मात्रा में मिथाइल अल्कोहल का सेवन नर्वस ब्रेकडाउन का कारण बनता है. जहरीली शराब पीने से कार्डियोमायोपैथी और ऑप्टिक न्यूरोपैथी का शिकार हो जाते है. कार्डियोमायोपैथी में हार्ट का आकार अचानक बढ़ जाता है. इससे हार्ट को ब्लड पंप करने में समस्या होने लगती है और पीड़ित व्यक्ति को हार्ट अटैक पड़ जाता है. जहरीली शराब पीने वाले को बहुत पीड़ा का सामना करना पड़ता है और उसकी मौत बेहद दर्दनाक होती है.
Tags: Alcohol Death, Illegal alcohol, Illegal liquor, Illicit liquor business, Poisonous Liquor, Poisonous liquor case, Tamil Nadu newsFIRST PUBLISHED : June 20, 2024, 13:04 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed