कौन थे आजाद भारत के पहले वित्तमंत्री जिन्होंने नवंबर में पेश किया पहला बजट

15 अगस्त 1947 को देश आजाद हुआ, उसके बाद जब देश में पहला आम बजट पेश किया गया तो कौन थे देश के वित्त मंत्री. कैसा बजट उन्होंने पेश किया था.

कौन थे आजाद भारत के पहले वित्तमंत्री जिन्होंने नवंबर में पेश किया पहला बजट
हाइलाइट्स ये बजट देश की आजादी के दो महीने बाद पेश हुआ पहले वित्त मंत्री थे आर्थिक विशे्षज्ञ आर के षण्मुखम चेट्टी पहला बजट भी करीब 26 करोड़ के घाटे का बजट था वित्त मंत्री निर्माला सीतारमण आज आम बजट 2024 संसद में पेश करने जा रही हैं. चुनाव से पहले अंतरिम बजट पेश किया गया था. ये उसके बाद पूरा बजट है. मगर क्या आप जानते हैं कि आजाद भारत का पहला बजट किसने पेश किया था? ये बजट देश की आजादी के महज दो महीने के बाद ही पेश किया गया था. स्वतंत्र भारत का पहला केंद्रीय बजट भारत के पहले वित्त मंत्री आर के षण्मुखम चेट्टी (R. K. Shanmukham Chetty) ने 26 नवंबर 1947 को पेश किया था. चेट्टी का जन्म 1892 में हुआ था. वे एक वकील, राजनेता, और अर्थशास्त्री थे. भारत के वित्त मंत्री का पदभार संभालने से पहले चेट्टी 1933 से 1935 तक भारत में केन्द्रीय विधान सभा (India’s Central Legislative Assembly) के अध्यक्ष थे. 1935-1941 तक षण्मुखम चेट्टी भारत में चेट्टी कोच्चि राज्य के दीवान भी थे. उन्होंने 1947 से 1949 तक भारत के वित्त मंत्री के तौर पर सेवाएं दी थीं. ये हैं पहले बजट की मुख्य बातें नवंबर 1947 में भारत का जो पहला बजट पेश किया गया था वो बिना किसी टैक्स प्रपोजल के था. बजट के कुल राजस्व का अनुमान 171.15 करोड़ रुपये था. जबकि उस वक्त राजकोषीय घाटा करीब 26.24 करोड़ रुपये था. वर्ष के लिए कुल खर्च का अनुमान 197.29 करोड़ रुपये था. पूरे खर्च में से 92.74 करोड़ रुपये सुरक्षा मामलें के चलते अनुमान लगाया था. डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक अफेयर्स की वेबसाइट के मुताबिक, षणमुखम चेट्टी द्वारा पेश किए गए बजट स्टेटमेंट में 15 अगस्त, 1947 से 31 मार्च, 1948 तक के साढ़े सात महीने की अवधि को ही कवर किया गया था. आर के षण्मुखम चेट्टी ने बजट भाषण इन शब्दों के साथ शुरू किया था- मैं आजाद और स्वतंत्र भारत का पहला बजट पेश करने के लिए खड़ा हुआ हूं. इस अवसर को ऐतिहासिक माना जाएगा, और ये मेरे लिए गर्व की बात है कि एक वित्त मंत्री के रूप में मुझे ये जिम्मेदारी मिली है कि मैं इस बजट को पेश करूं. हालांकि बाद में उन्हें इस्तीफा देना पड़ा. 3 मई 1953 को आ के षण्मुखम चेट्टी को दिल का दौरा पड़ा जिससे उनकी हालत अस्थिर हो गई और फिर 5 मई 1953 को दूसरा दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया. Tags: Budget session, Finance MinisterFIRST PUBLISHED : July 23, 2024, 10:36 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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