समंदर में दुश्मनों की खैर नहीं नौसेना को मिलने जा रहे 26 घातक राफेल मरीन जेट
समंदर में दुश्मनों की खैर नहीं नौसेना को मिलने जा रहे 26 घातक राफेल मरीन जेट
फ्रांस ने 26 राफेल मरीन जेट सौदे का आखिरी प्रपोजल भारत को सौंपा है. रक्षा सूत्रों का मानना है कि इसमें भारत की जरूरतों के हिसाब से कई अहम बदलाव किए हैं और अब भारत इस सौदे पर मुहर लगा सकता है. अजीत डोभाल की फ्रांस यात्रा के दौरान इस पर बात होगी.
इंडियन नेवी को जल्द 26 घातक राफेल मरीन जेट मिलने वाले हैं. नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल की यात्रा से ठीक पहले फ्रांस ने सौदे के लिए आखिरी प्राइस बैंड का प्रपोजल भारत को दिया है. रक्षा सूत्रों ने बताया कि अब जो प्रस्ताव फ्रांस ने दिया है, वह भारत के हिसाब से लगता है. ऐसे में इस सौदे पर आखिरी मुहर लग सकती है. कहा जा रहा है कि भारत के इनकार करने के बाद फ्रांस ने राफेल जे की कीमतों में काफी कमी की है. वह नहीं चाहता कि यह सौदा किसी वजह से खटाई में पड़ जाए.
भारत और फ्रांस 26 राफेल मरीन जेट खरीदने के लिए लंबे समय से बातचीत कर रहे हैं. इन जेट को आईएनएस विक्रांत विमानवाहक पोत और विभिन्न ठिकानों पर तैनात किया जाएगा. पिछले हफ्ते भी भारत और फ्रांस के अधिकारियों के बीच बातचीत हुई थी. तब फ्रांस का एक प्रतिनिधिमंडल भारत आया था. अजीत डोभाल की फ्रांस यात्रा के दौरान इस सौदे पर आखिरी मुहर लगने की उम्मीद है. यह सौदा इंडियन नेवी के लिए काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे नेवी की समुद्री ताकत काफी बढ़ जाएगी. वह समुद्र से हमला करने में सक्षम होगी.
भारत चाहता था कुछ बदलाव
इससे पहले भारत ने लेटर ऑफ रिक्वेस्ट दिया था और फ्रांस से हमारी जरूरतों के मुताबिक जेट में तमाम तरह के बदलाव करने को कहा था. भारत चाहता था कि इन जेट विमानों में स्वदेशी रडार सिस्टम लगाया जाए. लेकिन सूत्रों का कहना है कि ऐसा करने में लगभग 8 साल का लंबा समय लगता. इसके लिए फ्रांस को भारी कीमत भी चुकानी पड़ती. भारत चाहता था कि विमान में स्वदेशी हथियार लगाए जाएं. जैसे इनमें रुद्रम एंटी एडिएशन मिसाइलें और कई एस्ट्रा मिसाइलें लगाई जाएं. फ्रांस इसके लिए तैयार हो गया है.
लंबी दूरी की मिसाइलें लगाई गईं
सूत्रों ने बताया कि फ्रांस ने अब जो कीमत का प्रपोजल दिया है, उसमें इंफ्लेशन का ध्यान रखा गया है. ठीक उसी आधार पर यह सौदा होने जा रहा है, जिस आधार पर इंडियन एयरफोर्स के लिए भारत ने 36 राफेल लड़ाकू विमानों का पिछले साल सौदा किया था. हालांकि, नेवी की जरूरतों के हिसाब से इसमें कुछ बदलाव किए गए हैं. भारत को ज्यादा संख्या में और लंबी दूरी तक हवा से हवा में मार करने वाली मेटियोर मिसाइलें भी मिलेंगी. इसमें एंटी शिप वेपन भी शामिल किए जाएंगे. इस साल के आखिर तक नेवी यह सौदा पूरा होने की उम्मीद है.
Tags: Ajit Doval, Indian navy, Rafale aircraft, Rafale cost, Rafale dealFIRST PUBLISHED : September 29, 2024, 23:44 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed