रेलवे का गजब का खेल! RAC टिकट को बना दिया वेटिंग छठ पर घर जाने का सपना चूर

Chhath Train ticket: आप सबने आरएसी टिकट को कन्फर्म होते तो जरूर देखा होगा, लेकिन क्या हो गया अगर आरएसी टिकट उलटा वेटिंग लिस्ट में चली जाए. बिहार के रहने वाले अमोद कुमार के साथ रेलवे ने ऐसी ही गड़बड़झाला किया, जिससे छठ पर घर जाने का उनका सपना चूर हो गया.

रेलवे का गजब का खेल! RAC टिकट को बना दिया वेटिंग छठ पर घर जाने का सपना चूर
छठ पर्व को लेकर इन दिनों बिहार और यूपी जाने वाली ट्रेनों में खचाखच भीड़ देखी जा रही है. सभी लोग यह लोकपर्व अपने घर जाकर ही मनाना चाहते हैं. यहां फरीदाबाद के रहने वाले अमोद कुमार की भी ऐसी ही इच्छा थी, लेकिन भारतीय रेल ने उनकी इच्छा पर पानी फेर दिया और आखिरी वक्त में वह अब अपने घर नहीं जा पा रहे. दिल्ली से सटे ग्रेटर फरीदाबाद के निवासी 52 वर्षीय अमोद कुमार मूल रूप से बिहार के दरभंगा में सकरी के पास स्थित तरोनी गांव के रहने वाले हैं. उन्होंने छठ पर घर जाने के लिए करीब 4 महीने पहले 6 जुलाई को स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस से टिकट कराया था. तब उन्हें जो टिकट मिला, वह 124 वेटिंग था. हालांकि इतना लंबा वक्त रहने और छठ को लेकर रेलवे की तरफ की जाने वाली विशेष व्यवस्थाओं को देखते हुए उन्हें अपना टिकट कन्फर्म होने की उम्मीद थी. 12 RAC से हो गया वेट लिस्टेड धीरे-धीरे उनके सफर का वक्त नजदीक आ रहा था और अपने टिकट का करंट स्टेटस देखकर उनकी उम्मीदें भी बढ़ती जा रही थी. 30 अक्टूबर को जब उन्होंने पीएनआर नंबर के जरिये अपने टिकट का स्टेटस चेक किया तब वह RAC 31 था, फिर कल यानी रविवार को यह घटकर 12 आरएसी पर पहुंच गया. सफर से एक दिन पहले यह देखकर उन्हें यकीन हो गया कि अब तो टिकट कन्फर्म हो जाएगा. इसी उम्मीद में उन्होंने घर जाने की तैयारी शुरू कर दी और अपना सारा सामान भी पैक कर लिया, लेकिन जब आज 3 नवंबर को जब ट्रेन का फाइनल चार्ट बनकर तैयार हुआ तो वह हैरान रह गए. उनका टिकट आरएसी से अब वेटिंग लिस्ट में जा चुका था. उन्होंने ईटिकट कराया था, इसलिए वेटिंग होने के कारण वह कैंसल हो गया और इस तरह अमोद कुमार का घर पर छठ मनाने का सपना भी चूर हो गया. रेलवे ने क्या बताई वजह? jharkhabar.com हिन्दी से बातचीत में आमोद कुमार कहते हैं, ’52 साल की उम्र में ऐसा पहली बार देखा है कि आरएसी टिकट कन्फर्म होने की जगह उलटा वेटिंग लिस्ट में चला गया. पहले मैंने सोचा था कि अगर टिकट आरएसी भी रह गया तो कम से कम बैठकर तो घर जा सूकंगा. लेकिन अब तो टिकट ही कैंसिल हो गया. सारा सामान पैक करके रख लिया था. अब सब कुछ वापस रख रहा हूं.’ वहीं जब उनसे पूछा गया कि क्या रेलवे में उन्होंने इसकी शिकायत की है या किसी रेल अधिकारी ने उनसे संपर्क किया, तो उन्होंने कहा कि रेलवे की तरफ से अब तक उनसे कोई संपर्क नहीं किया गया है. वहीं jharkhabar.com हिन्दी ने भी इस संबंध में रेल अधिकारी से बात की तो उन्होंने बताया कि थर्ड एसी के एक कोच में आखिरी वक्त में खराबी आ गई थी, इसलिए सुरक्षा कारणों से उसे हटाना पड़ा. यही वजह है कि कई यात्रियों की आरएसी टिकट वेटिंग लिस्ट में चला गया. Tags: Chhath Mahaparv, Indian railway, Train ticketFIRST PUBLISHED : November 3, 2024, 19:37 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed