बिहार में महंगाई का तांडव झारखंड यूपी से निकला आगे जानें इन आंकड़ों का खेल
बिहार में महंगाई का तांडव झारखंड यूपी से निकला आगे जानें इन आंकड़ों का खेल
सोमवार को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक बिहार में जुलाई के महीने में सबसे अधिक महंगाई रही. जबकि झारखंड में सबसे कम महंगाई दर दर्ज की गई है. वहीं यूपी भी इस मामले में झारखंड से पीछे है.
हाइलाइट्स बिहार में जुलाई के महीने में खुदरा महंगाई दर 5 फीसदी से अधिक दर्ज की गई है. झारखंड में सबे अधिक कम महंगाई दर दर्ज की गई है.
पटनाः जुलाई में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के बीच बिहार में महंगाई का तांडव देखने को मिला है. जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक बिहार के लोग सबसे अधिक महंगाई से परेशान हैं, जहां पर सबसे ज्यादा 5.9 फीसदी महंगाई दर रही. इसके बाद असम में 5.1 फीसदी रहा. जबकि झारखंड में सबसे कम महंगाई दर दर्ज किया गया है. झारखंड में मुद्रास्फीति 1.7 फीसदी रही है. महंगाई दर के मामले में उत्तर प्रदेश लिस्ट में चौथे नंबर पर है, जहां महंगाई दर 4.6 फीसदी रही है.
वहीं हरियाणा में साढ़े चार फीसदी महंगाई दर जुलाई में दर्ज की गई है. जबकि ओडिशा में 4.8 फीसदी थी. जिन 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के आंकड़े जारी किए गए हैं, उनमें से 20 राज्यों में महंगाई का दर 5 फीसदी से नीचे है. पिछले कुछ महीनों के दौरान देखे गए मुद्रास्फीति के दबाव से एक बड़ी राहत है.
झारखंड के अलावा दिल्ली में महंगाई दर 2.1 फीसदी है. वहीं छत्तीसगढ़ में महंगाई दर 2.2 फीसदी है. जबकि राजस्थान में रिटेल इंफ्लेशन 2.5 फीसदी और उत्तराखंड में 2.8 फीसदी है. जारी किए गए आंकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि मंहगाई के मामले में आर्थिक तौर पर पिछड़े राज्यों को ज्यादा संघर्ष करना पड़ रहा है.
बता दें कि साल 2023 के जुलाई महीने में रिटेल इंफ्लेशन 7.4 फीसदी था. देश में जुलाई में रिटेल महंगाई दर 5 साल के निचले स्तर 3.54 फीसदी पर लुढ़क गई है. वहीं जून में महंगाई दर 5.1 फीसदी थी. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा सोमवार को यह आंकड़ा जारी किया गया है.
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक द्वारा मापी गई खुदरा मुद्रास्फीति, 59 महीने के निचले स्तर 3.5% पर आ गई, जो जून में 5.1% से कम और पिछले साल जुलाई में दर्ज 7.4% से कम है। ग्रामीण मुद्रास्फीति 4.1% थी, जबकि शहरी लगभग 3% थी. खाद्य मूल्य सूचकांक 5.4% पर था, जो जून के 9.4% से कम है. राज्यों की मुद्रास्फीति दरों और ग्रामीण-शहरी दरों में भी भिन्नता देखी जा रही है.
Tags: Bihar NewsFIRST PUBLISHED : August 20, 2024, 09:01 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed