फिरोजाबाद की पहली महिला अग्निवीर बनी गांव की ये लड़की सफलता नहीं थी आसान

Firozabad Samachar: रितु के पिता दिव्यांग हैं, जिससे घर की आर्थिक स्थिति और कठिन हो गई थी. रितु ने लोकल 18 को बताया कि 12वीं कक्षा पूरी करने के बाद से ही उसका सपना सेना में भर्ती होना था. लेकिन बड़े परिवार और आर्थिक तंगी के कारण यह सपना पूरा करना आसान नहीं था. हालांकि, सेना में भर्ती होने का जुनून उसे निरंतर प्रेरित करता रहा.

फिरोजाबाद की पहली महिला अग्निवीर बनी गांव की ये लड़की सफलता नहीं थी आसान
धीर राजपूत /फिरोजाबाद: यूपी के फिरोजाबाद जिले की 19 वर्षीय रितु दिवाकर ने अपनी मेहनत और दृढ़ संकल्प से यह साबित कर दिया है कि लड़कियां भी देश सेवा के लिए जान की बाजी लगा सकती हैं. घर की कमजोर आर्थिक स्थिति के बावजूद, रितु ने अपने सपनों को साकार कर दिखाया है. नौसेना में चयनित होने के बाद, रितु अब फिरोजाबाद की पहली महिला अग्निवीर बन चुकी हैं. रितु के पिता दिव्यांग हैं, जिससे घर की आर्थिक स्थिति और कठिन हो गई थी. रितु ने लोकल 18 को बताया कि 12वीं कक्षा पूरी करने के बाद से ही उसका सपना सेना में भर्ती होना था. लेकिन बड़े परिवार और आर्थिक तंगी के कारण यह सपना पूरा करना आसान नहीं था. हालांकि, सेना में भर्ती होने का जुनून उसे निरंतर प्रेरित करता रहा. नौसेना में भर्ती की तैयारी के लिए उसने शहर की नौसेना डिफेंस एकेडमी में दाखिला लिया. कोचिंग की फीस भरने के लिए उसने गांव के बच्चों को ट्यूशन पढ़ाना शुरू किया, जिससे उसे कोचिंग की फीस भरने में मदद मिली. रोजाना 12 किमी दूर साइकिल से कोचिंग जाने वाली रितु ने कई महीनों की कड़ी मेहनत के बाद नौसेना की परीक्षा दी और सफलता प्राप्त की. भारतीय नौसेना में चयनित होकर वह अब देश सेवा के अपने सपने को साकार करने जा रही हैं. फिरोजाबाद की पहली महिला अग्निवीर बनने पर रितु ने यह दिखा दिया है कि मजबूत इच्छाशक्ति से कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है, चाहे परिस्थितियां कितनी भी चुनौतीपूर्ण क्यों न हों. Tags: Firozabad News, Local18FIRST PUBLISHED : September 22, 2024, 11:50 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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