पेंशन के पैसों से बच्चों को दिलाते हैं कॉपी-किताब फ्री में देते हैं शिक्षा
पेंशन के पैसों से बच्चों को दिलाते हैं कॉपी-किताब फ्री में देते हैं शिक्षा
फिरोजाबाद के महावीर नगर में रहने वाले राम प्रकाश राठौर ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि वे 2014 में एडीओ पंचायत के पद से सेवानिवृत्त हुए थे. इसके बाद, वे अपने बेटे द्वारा आसफाबाद में संचालित ओम पब्लिक स्कूल जाने लगे.
फिरोजाबाद: कभी सरकारी नौकरी में रहकर लोगों की सेवा करने वाले एक अधिकारी ने अब गरीब और असहाय बच्चों की शिक्षा के लिए एक अनूठी मुहिम शुरू की है. रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली पेंशन का उपयोग करते हुए, वह गरीब बच्चों को कॉपी, किताब से लेकर बैग तक उपलब्ध कराते हैं और अपने बेटे के स्कूल में उन्हें मुफ्त शिक्षा दिलाते हैं. जब उन्होंने छोटे-छोटे बच्चों को गली में खेलते और कूड़ा उठाते देखा, तो उन्होंने इन बच्चों को शिक्षित करने का संकल्प लिया. सेवानिवृत्ति के बाद से, वे कई वर्षों से बच्चों को स्कूल में स्वयं पढ़ा रहे हैं.
फिरोजाबाद के महावीर नगर में रहने वाले राम प्रकाश राठौर ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि वे 2014 में एडीओ पंचायत के पद से सेवानिवृत्त हुए थे. इसके बाद, वे अपने बेटे द्वारा आसफाबाद में संचालित ओम पब्लिक स्कूल जाने लगे. वहां उन्होंने स्कूल के आसपास के इलाकों में रहने वाले बच्चों को देखा, जो स्कूल के समय में स्कूल न जाकर पास के खाली प्लाटों में खेल रहे थे. जब उन्होंने इन बच्चों के बारे में जानकारी प्राप्त की, तो पता चला कि ये बच्चे बेहद गरीब परिवारों से आते हैं. कुछ बच्चे तो कूड़ा बीनकर अपने परिवार की आर्थिक मदद भी करते हैं. इन परिस्थितियों को देखते हुए, उन्होंने इन गरीब बच्चों को शिक्षित करने की पहल शुरू की. इस मुहिम की शुरुआत उन्होंने लगभग पांच साल पहले केवल चार बच्चों से की थी, लेकिन आज वे 32 से अधिक गरीब बच्चों को शिक्षित कर चुके हैं और अभी भी शिक्षा की अलख जगा रहे हैं.
पेंशन के पैसों से दिलाते हैं बच्चों को कॉपी-किताब
रामप्रकाश राठौर बताते हैं कि वे अपने स्कूल में सभी बच्चों को प्रतिदिन दो घंटे पढ़ाते हैं और उनके अभिभावकों को आगे की शिक्षा के लिए प्रेरित करते हैं. उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्ति के बाद मिलने वाली पेंशन से, अपना खर्च निकालने के बाद जो पैसा बचता है, उससे वे गरीब बच्चों के लिए कॉपी-किताबें खरीदते हैं, ताकि पढ़ाई में कोई बाधा न आए. वे एक से लेकर पांचवीं कक्षा तक के बच्चों को मुफ्त पठन-पाठन सामग्री उपलब्ध कराते हैं.
Tags: Education, Local18FIRST PUBLISHED : August 13, 2024, 15:48 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed