मिनी काशी के नाम से मशहूर है यह रत्नेश्वर महादेव मंदिर जानें यहां की मान्यताए
मिनी काशी के नाम से मशहूर है यह रत्नेश्वर महादेव मंदिर जानें यहां की मान्यताए
Pandeshwar Nath Mandir: इस बार सावन का महीना सोमवार से शुरू होकर सोमवार को ही समाप्त हुआ. ऐसे में फर्रूखाबाद में मशहूर शिवजी की नगरी मिनी काशी पांडेश्वर नाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन पूजन के लिए पहुंचे.
फर्रुखाबाद: इस बार सावन के महीने का प्रथम दिन सोमवार से शुरू हुआ और अंतिम दिन सोमवार से ही खत्म हो रहा है. यह ऐसा सयोंग है, जो कि पिछले 34 साल बाद इस बार हुआ है. ऐसे में देशभर में मिनी काशी के नाम से मशहूर शिवजी की नगरी फर्रुखाबाद वह धारा है. जहां पर लाखों की संख्या में भक्त भोले बाबा की आराधना करते हैं. यहां मौजूद रत्नेश्वर महादेव मंदिर की महिमा ही नराली है.
यहां कई प्रदेशों से पहुंचते हैं श्रद्धालु
पांचाल घाट मुख्य मार्ग पर स्थित रत्नेश्वर महादेव मंदिर के महंत रामनिवास जी बालाजी पुरम के निवासी हैं. वह कई दशकों से इस मंदिर में नियमित रूप से पूजा अर्चना करते आ रहे हैं. सर्वप्रथम प्रातः सुबह 5 बजे से ही पूजन का कार्यक्रम शुरू हो जाता है, जो की विभिन्न आरतियों के द्वारा देर रात्रि 9 बजे तक निरंतर पूजा अर्चना होती रहती है.
मंदिर के पुजारी ने बताया
महंत रामनिवास जी बताते हैं कि इस मंदिर में जो भी भक्त सच्चे मन से दर्शन पूजन करने आता है. उसकी कोई भी मनोकामना हो प्रभु महादेव जी अवश्य पूरी करते हैं. यही कारण है कि आसपास के जिलों के साथ ही कई प्रदेशों से शिव के भक्त यहां पर महीने भर आते रहते हैं, जिसके कारण मंदिर में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहता है.
यहां पर प्रभु रत्नेश्वर को दूध, दही, घी, शहद, शक्कर व पंचामृत से अभिषेक किया जाता है. इसके साथ ही यहां पर विश्व में शांति और कल्याण की प्रार्थना भी की जाती है.
जानें यहा के मंदिर की मान्यताएं
जिस प्रकार हर मंदिर का एक अलग ही महत्व होता है, ऐसा ही एक चमत्कार यहां पर भी है. कहा जाता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से इस मंदिर में पहुंचकर प्रभु रत्नेश्वर महाराज जी से कोई भी मन्नत मांगता है, तो उसकी वह मन्नत जरूर पूरी होती है. फिर चाहे वह पुत्ररत्न की प्राप्ति हो, या बिजनेस और नौकरी से संबंधित कोई बात हो. यहां आने वाले श्रद्धालुओं की मनोकामना अवश्य पूरी ह होती है.
Tags: Farrukhabad news, Local18FIRST PUBLISHED : August 19, 2024, 13:43 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed