इजराइली तकनीक से बदली भारत के किसानों की तकदीर! 15 दिनों में फसल हो रही तैयार

Indo-Israel Agriculture: तमिलनाडु के थिण्डुक्कल में स्थित रेट्टियारचत्तिरम काया-फल महत्त्व केंद्र इजराइली तकनीक से उच्च गुणवत्ता वाले सब्जी पौधे तैयार करता है. केंद्र में किसानों को उन्नत खेती प्रशिक्षण और सब्सिडी पर पौधे भी दिए जाते हैं.

इजराइली तकनीक से बदली भारत के किसानों की तकदीर! 15 दिनों में फसल हो रही तैयार
थिण्डुक्कल जिले के कन्निवाड़ी के पास रेट्टियारचत्तिरम में तमिलनाडु का अनोखा काया-फल महत्त्व केंद्र संचालित हो रहा है. तमिलनाडु में यह एकमात्र केंद्र है जहाँ सब्जियों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए विशेष सुविधाएं और तकनीकी सहयोग प्रदान किया जाता है. यह केंद्र भारत और इजराइल की साझेदारी से वर्ष 2013 में 7.45 एकड़ भूमि पर स्थापित किया गया था. उन्नत तकनीक से पौधों की खेती यहाँ उन्नत तकनीक का प्रयोग कर उच्च गुणवत्ता वाली हरितगृह में पौधे तैयार किए जाते हैं. पौधों को समान पानी उपलब्ध कराने के लिए विशेष मशीनों का उपयोग किया जाता है. इसके अलावा, तापमान को नियंत्रित रखने के लिए बड़े-बड़े पंखे लगाए गए हैं, जिससे पौधों को 24 घंटे उचित हवा मिलती रहती है. खुले में 25 दिन में तैयार होने वाले पौधे यहाँ 15 दिनों में खेती के योग्य हो जाते हैं. इस केंद्र में टमाटर, बैंगन, मिर्च, गोभी, खीरा, काको, शिमला मिर्च, चेरी टमाटर, मलबरी जैसे पौधे तैयार कर किसानों को उपलब्ध कराए जाते हैं. किसानों को प्रशिक्षण इस केंद्र में समय-समय पर किसानों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया जाता है. साथ ही, किसानों को उन्नत खेती तकनीकों से अवगत कराने के लिए खेतों में जाकर भी प्रशिक्षण दिया जाता है. यह केंद्र कृषि महाविद्यालय के छात्रों को भी प्रशिक्षण और शोध का अवसर प्रदान करता है. छात्र किसानों के खेतों में जाकर उनका मुआयना करते हैं और उन्हें खेती के उन्नत तरीकों की जानकारी देते हैं. केंद्र के उप-निदेशक का बयान थोट्टाकलै उप-निदेशक श्री दिलीप ने कहा, “मैं रेट्टियारचत्तिरम काया-फल महत्त्व केंद्र में उप-निदेशक के रूप में कार्यरत हूँ. यह केंद्र राष्ट्रीय बागवानी योजना के तहत 2013 में 10.18 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित किया गया था. केंद्र का उद्देश्य इजराइली तकनीक का प्रयोग कर खुले और संरक्षित वातावरण में सब्जियों की उत्पादन क्षमता को बढ़ाना है.” उत्पादन क्षमता और बिक्री इस केंद्र में हरितगृह, कीट-जाल, छाया-जाल आदि का प्रयोग कर नई-नई तकनीकों से सब्जी उत्पादन किया जाता है. यहाँ उगाए गए पौधे सीधे बिक्री के लिए उपलब्ध होते हैं और बागवानी विभाग की विभिन्न योजनाओं के तहत किसानों को सब्सिडी पर भी दिए जाते हैं. 2016 से अब तक यहाँ से लगभग साढ़े सात करोड़ पौधे किसानों को प्रदान किए जा चुके हैं. 2017 से अब तक इस केंद्र ने किसानों और अधिकारियों समेत 67,000 से अधिक लोगों को प्रशिक्षण प्रदान किया है. Tags: Agriculture, Israel, Local18, Special Project, Tamil naduFIRST PUBLISHED : October 28, 2024, 13:51 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed