ऐसे पकड़े गए भारतीय रेल में फर्जी नौकरी दिलवाने वाले मास्टरमाइंड पुलिस ने बताई मॉडस ऑपरेंडी

Indian Railways: रेलवे पुलिस की यूनिट ने 31 अगस्त को 5 फर्जी टीटीई को गिरफ्तार किया था और अन्य का पता लगाया था. पुलिस द्वारा पूछताछ में आरोपियों ने रैकेट से जुड़े दो सदस्य मोहम्मद रिजवान और अमनदीप सिंह का नाम पुलिस को बताया, उसके बाद पुलिस ने इन सदस्यों को गिरफ्तार कर इस पूरे रैकेट के मास्टरमाइंड के बारे में पूछा तो उन्होंने सुखदेख सिंह और संदीप सिडाना का नाम बताया जिसके बाद इन आरोपियों को अरेस्ट कर लिया गया.

ऐसे पकड़े गए भारतीय रेल में फर्जी नौकरी दिलवाने वाले मास्टरमाइंड पुलिस ने बताई मॉडस ऑपरेंडी
नई दिल्ली. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन (New Delhi Railway Station) पर फर्जी जॉब रैकेट के हुए खुलासे में कई चौंकाने वाली बात सामने आई है. रेलवे पुलिस ने 2 फर्जी जॉब रैकेट चलाने वाले और उसके साथियों को गिरफ्तार किया, जो नौकरी लगवाने के लिए पैसा वसूलते थे और उन्हें अपॉइंटमेंट लेटर देते थे. इन मास्टरमाइंड की खोजबीन तब हुई है, जब नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 11 फर्जी टीटीई को गिरफ्तार किया गया था. रेलवे पुलिस की यूनिट ने 31 अगस्त को 5 फर्जी टीटीई को गिरफ्तार किया था और अन्य का पता लगाया था. आरोपियों ने बताया था कि नौकरी लगवाने के लिए उनसे 2-3 लाख रुपये मांगे गए थे. पुलिस द्वारा पूछताछ में आरोपियों ने रैकेट से जुड़े दो सदस्य मोहम्मद रिजवान और अमनदीप सिंह का नाम पुलिस को बताया, उसके बाद पुलिस ने इन सदस्यों को गिरफ्तार कर इस पूरे रैकेट के मास्टरमाइंड के बारे में पूछा तो उन्होंने सुखदेख सिंह और संदीप सिडाना का नाम बताया जिसके बाद इन आरोपियों को अरेस्ट कर लिया गया. पुलिस द्वारा पूछताछ में पता चला कि सुखदेख सिंह और संदीप सिडाना साल 2020 से एक दूसरे को जानते हैं. दोनों ने मिलकर बेरोजगार लोगों को नौकरी का लालच देना शुरू किया. सुखदेख बेरोजगार लोगों का पता लगाता था और उनकी डिटेल्स संदीप को भेजता था. सुखदेव खुद कर्ज में डूबा था, बिजनेस के लिए उसने कई लोगों से उधार लिए थे जिसे लौटना मुश्किल पड़ रहा था और तभी उसके दोस्त संदीप  ने पंजाब के होशियारपुर में रेलवे में जॉब की प्लेसमेंट एजेंसी खोलने का सुझाव दिया और कहा कि वे कैंडिडेट्स की डिटेल को शेयर करे ताकि रेलवे में भर्ती के लिए नकली एप्लीकेशन फॉर्म और आईकार्ड बना पाए. इन दोनों आरोपियों ने मिलकर अपना रैकेट बढ़ाना शुरू किया दीपक और राहुल को भी काम पर रख लिया. दीपक पेट्रोल पंप ऑपरेटर है और उसकी डीआरएम (Divisional Railway Manager) ऑफिस में अच्छी खासी जान पहचान है. वहीं राहुल के चाचा रेलवे के अस्पताल में एक एंबुलेंस ड्राइवर के बतौर काम करते हैं, जिस वजह से राहुल के पास भी वहां का एक्सेस था. भारतीय रेलवे में 11 फर्जी टीटीई गिरफ्तार, 15 दिन से कर रहे थे ड्यूटी, किसी को भनक नहीं लगी… पुलिस ने बताया कि आरोपी सुखदेव गाजियाबाद के होटल में कई दिन से छिप कर बैठा था. वहीं संदीप  भिकाजी कामा प्लेस से गिरफ्तार किया गया. आरोपियों ने अपनी फर्जी कमाई से BMW और मर्सिडीज जैसी लग्जरी कार खरीदी है, जिसे अब बरामद कर लिया गया है. फिलहाल दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और जिन साथियों के नाम सामने आए हैं उन्हें भी अरेस्ट किया जा चुका है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Indian railway, Indian Railways, New delhi railway stationFIRST PUBLISHED : September 07, 2022, 13:20 IST