कितनी भी बार वोट डालिए उंगली पर नहीं पड़ेगा निशान जानें नकली उंगलियों का सच

कितनी भी बार वोट डालिए उंगली पर नहीं पड़ेगा निशान जानें नकली उंगलियों का सच
चुनाव जीतने के लिए प्रत्याशी तमाम तरह के हथकंडे अपनाते हैं. हालांकि, ईवीएम से वोटिंग होने पर फर्जी वोटिंग की संभावनाओं पर काफी लगाम लगा है. इसके बाद भी कुछ खुरापाति लोग नकली वोट डालने के लिए तमाम तिकड़म लगाते रहते हैं. ताजा मामला पश्चिम बंगाल से जुड़ा है. सोशल मीडिया पर कुछ ऐसी तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिनमें नकली उंगलियां का ढेर दिखाया गया है. दावा किया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में फर्जी वोटिंग के लिए नकली उंगलियां बांटी जा रही हैं. नकली उंगलियों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं. इन नकली उगंलियों वाली खबर की कई स्तर पर पड़ताल की गई तो माजरा कुछ और ही निकलकर आया. newschecker.in ने कई स्तर पर इस खबर का फैक्ट चेक किया. पड़ताल की शुरुआत में तस्वीर में लिखे तेलुगू टेक्स्ट का हिंदी अनुवाद किया. तस्वीर पर तेलुगु में लिखा है, ‘वोट में हेराफेरी के लिए नकली उंगलियां…फर्जी वोट डालने के लिए फर्जी उंगलियां बनाई जा रही हैं. आप नहीं बता सकते कि यह असली है या नकली. उंगुलियों पर स्याही लगाकर मतदानकर्मी मूर्ख बन सकते हैं. देखिये देश क्या कर रहा है.’ जब इस खबर की और तह में जाकर पड़ताल की तो पाया कि वायरल तस्वीर के साथ वर्ष 2018 में ‘kwongwah.com’द्वारा प्रकाशित एक चीनी रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में दिखाई दे रहीं नकली उंगलियों की तस्वीर के साथ ‘Akikofujita.com’ लिखा गया है. फैक्ट चेक के दौरान ‘Akiko fujita’, ‘Prosthetic fingers’ कीवर्ड्स को गूगल सर्च किया. इस दौरान हमें पत्रकार ‘अकीको फुजिता’ की वेबसाइट पर 16 दिसंबर 2013 को प्रकाशित रिपोर्ट में भी वायरल तस्वीर मिली. रिपोर्ट के शीर्षक में लिखा है कि ‘कृत्रिम उंगलियां पूर्व ‘याकूब’ सदस्यों को सुधारने में मदद करती हैं.’ चीनी खबर के अलावा पड़ताल के दौरान 6 जून 2013 को जापान की ‘एबीसी न्यूज’ की एक रिपोर्ट भी मिली. रिपोर्ट में बताया गया है कि जापान के प्रोस्थेटिक्स निर्माता ‘शिंटारो हयाशी’ को जापान में आपराधिक समूह ‘याकूजा’ के सदस्यों से कृत्रिम उंगली बनाने के आर्डर मिले थे. ‘याकूजा’ समूह में “युबित्सुम” नामक एक अनुष्ठान के दौरान, याकूब सदस्यों को गंभीर अपराधों का प्रायश्चित करने के लिए अपने स्वयं के अंग काटने की आवश्यकता होती है. लेकिन इसके बाद जब वे लोग बाहर निकलते हैं, तो उन्हें उन गायब उंगलियों से जुड़े कलंक के कारण काम ढूंढने में कठिनाई होती है. इसलिए उन्होंने अपनी कटी उंगलियाँ छिपाने के लिए ‘शिंटारो हयाशी’ से नकली उंगलियाँ बनवाई थीं. इस पड़ताल से साफ हो जाता है कि नकली उंगलियों की तस्वीर पश्चिम बंगाल की नहीं बल्कि जापान की है और इनका यहां लोकसभा चुनावों से कोई लेना-देना नहीं है. . Tags: Fact Check, Loksabha Election 2024, Loksabha Elections, Viral PhotoFIRST PUBLISHED : May 2, 2024, 14:57 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed