ED की रेड कोलकाता में लेकिन गुजरात में AAP नेता के यहां की बताकर वीडियो वायरल

ED की रेड कोलकाता में लेकिन गुजरात में AAP नेता के यहां की बताकर वीडियो वायरल
Boom Fact Check: सोशल मीडिया पर प्रवर्तन निदेशालय- ईडी की छापेमारी का एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि यह सूरत के आम आदमी पार्टी (आप) के नेता शेखर अग्रवाल के यहां ईडी की छापेमारी का वीडियो है. फैक्ट चेक के दौरान इस वीडियो के दावे को पूरी तरह से फर्जी पाया गया. Boomlive.in ने इस वीडियो की कई स्तर पर जांच की और पाया कि वायरल दावा गलत है. असल में यह वीडियो 2022 में कोलकाता में आमिर खान नाम के व्यापारी के यहां हुई ईडी की छापेमारी का है. इस वीडियो में नोटों के बंडल के ढेर नजर आ रहे हैं. इसमें कुछ लोग इन नोटों को मशीन के सहारे गिनते भी देखे जा सकते हैं. लोकसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए इस वीडियो को शेयर किया जा रहा है. बूम ने कई स्तर पर इस वीडियो का फैक्ट चेक किया. जांच में पाया गया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भाजपा के एक समर्थक ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, ‘गुजरात के सूरत में देश की सबसे ईमानदार पार्टी आम आदमी पार्टी के ईमानदार नेता शेखर अग्रवाल के घर पर छापा पड़ा है. इतनी रकम देखकर आपको इनकी ईमानदारी और इनकी चुनाव की तैयारी का आंकलन हो जाएगा.’ फेसबुक पर भी यह वीडियो इसी गलत दावे से वायरल है. परत-दर-परत पड़ताल जांच में पाया गया कि यह वीडियो 2022 में भी इसी दावे से वायरल हुआ था और बूम ने तब भी इसका फैक्ट चेक किया था. बूम ने उस समय वायरल दावे के मुताबिक सूरत के आप नेता शेखर अग्रवाल के यहां हुई ऐसी किसी रेड की जानकारी के लिए आम आदमी पार्टी की सूरत ईकाई से संपर्क किया था. उस समय उन्होंने इस वायरल दावे का खंडन करते हुए बताया था कि आप की सूरत ईकाई में शेखर अग्रवाल नाम का कोई नेता नहीं है. वायरल वीडियो को गौर से सुनने पर पाया कि वीडियो में मौजूद लोग बांग्ला भाषा में बात कर रहे हैं. इससे अंदेशा हुआ कि वायरल दावा झूठा है. इसकी पड़ताल के लिए वीडियो के कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया. इसके जरिए न्यूज वेबसाईट ‘द प्रिंट’ की 11 सितंबर 2022 की एक रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो से मिलते-जुलते दृश्य देखे जा सकते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय ने कोलकाता के व्यापारी आमिर खान के यहां छापेमारी कर करीब 17 करोड़ नकद बरामद किए थे. रिपोर्ट में बताया गया था कि आमिर खान पर ई-नगेट्स नाम से एक मोबाइल गेमिंग ऐप के सहारे लोगों को ठगने का आरोप था. इस रिपोर्ट में न्यूज क्रेडिट एएनआई को दिया गया था. यहां से लीड लेते हुए एएनआई के एक्स हैंडल पर एडवांस सर्च की मदद से 10 सितंबर 2022 का पोस्ट किया गया यही वीडियो मिला. इस पोस्ट में इसे कोलकाता का ही बताया गया था. इसके बाद इससे संबंधित और मीडिया रिपोर्ट्स की तलाश की गई. 11 सितंबर 2022 की एनडीटीवी की रिपोर्ट में भी बताया गया था कि एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग एजेंसी ने कोलकाता में छह स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें व्यापारी आमिर खान के भी ठिकाने शामिल थे. इस दौरान ईडी लगभग 17 करोड़, 32 लाख रुपए बरामद किए थे. इन नोटों की गिनती के लिए मशीनें भी लगवाई गई थीं. इससे स्पष्ट है कि यह कोलकाता के एक बिजनेसमैन के यहां हुई रेड का वीडियो है. #WATCH | Several currency counting machines continue to count crores in cash at businessman Nisar Khan’s residence in Kolkata of West Bengal, during ED’s raid pic.twitter.com/eVnC6Um7Gh — ANI (@ANI) September 10, 2022

इसके अलावा, 2022 में आम आदमी पार्टी की सूरत ईकाई के तत्कालीन जिलाध्यक्ष महेंद्र नवाडिया ने बूम को बताया था कि वायरल दावा गलत है. ‘आप’ की सूरत ईकाई में शेखर अग्रवाल नाम का कोई नेता नहीं है. साथ ही उन्होंने बूम से उस समय इस बात की भी पुष्टि की थी कि सूरत में किसी आप नेता के यहां ईडी की रेड नहीं पड़ी. BOOM की टीम ने हाल के दिनों में गुजरात में हुई ऐसी छापेमारी से संबंधित मीडिया रिपोर्ट्स की तलाश की, पर वीडियो से संबंधित ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली. ईडी के एक्स हैंडल पर भी इससे संबंधित कोई हालिया पोस्ट नहीं थी, जो इस बात की पुष्टि करती है कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है.

(This story was originally published by boomlive.in. Fact Check Desk, as part of the Shakti Collective. Except for the headline/excerpt/opening introduction para this story has not been edited by jharkhabar.comindia.com staff)

Tags: Fact Check, Fake news, Gujarat news, Kolkata News, Latest viral video, Loksabha Elections, Viral PhotoFIRST PUBLISHED : May 5, 2024, 18:55 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed