100 साल पुराना है नाग देवता का यह मंदिर दर्शन से दूर होता है काल सर्प दोष!

मंदिर के पुजारी पं. प्रेम नारायण मिश्र ने बताया कि यह मंदिर सौ वर्ष भी पुराना है. ऐसा मंदिर पूर्वांचल में कहीं और मौजूद नहीं है. भक्त धाम में लावा-दूध चढ़ाते हैं. वहीं, हवन-पूजन करते हैं. दर्शन मात्र से ही भक्तों को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. 

100 साल पुराना है नाग देवता का यह मंदिर दर्शन से दूर होता है काल सर्प दोष!
मुकेश पांडेय/मिर्जापुर : शिव और शक्ति का केंद्र मिर्जापुर आध्यात्मिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण जनपद है. यहां पर कई ऐसे प्राचीन मंदिर मौजूद हैं, जिनका इतिहास स्वयं भगवान से जुड़ा हुआ है. जनपद के भटवां के पोखरी में नाग देवता का प्राचीन मंदिर है, जो भक्तों के आस्था का केंद्र है. ऐसा मंदिर पूर्वांचल में कहीं पर भी मौजूद नहीं है. दूर-दूर से भक्त नाग देवता के दर्शन के लिए यहां पहुंचते हैं. दर्शन मात्र से ही भक्तों को कालसर्प दोष मुक्ति मिलती है. वहीं, मनोवांछित फल की प्राप्ति भी होती है. मंदिर के पुजारी पं. प्रेम नारायण मिश्र ने बताया कि नाग देवता का मंदिर सौ वर्ष से भी पुराना है. नाग पंचमी पर लाखों की संख्या में भक्त पहुंचते हैं. नाग देवता का सिद्ध मंदिर है. दर्शन करने वाले भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण होती है. भक्त लावा- दूध भगवान को चढ़ाते हैं. वहीं हवन भी करते हैं. हर सोमवार को भक्तों की भीड़ उमड़ती है. विशेष पर्वों पर भी दर्शन के लिए भक्त आते हैं. पूर्वांचल में नहीं है ऐसा मंदिर-पुजारी पं. प्रेम नारायण मिश्र ने बताया कि प्रयागराज में स्थित नाग बासुकी मंदिर से भी बड़ा विग्रह यहां मौजूद है. ऐसा मंदिर पूर्वांचल में नहीं है.आस्थावानों का यह बड़ा केंद्र है. नाग पंचमी और महाशिवरात्रि पर विशेष पूजन का भी आयोजन किया जाता है. 24 घण्टे तक चलने वाले विशेष पूजन में काफी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं. नाग पंचमी और शिवरात्रि पर होता है श्रृंगार मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे भक्त ओम प्रकाश पांडेय ने बताया कि यहां पर आस-पास के लोग दर्शन के लिए आते हैं. यह काफी प्राचीन मंदिर है. नाग देवता का ऐसा खड़ा मंदिर पूर्वांचल में कहीं पर भी नहीं है. यहां दर्शन से भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है. साल में दो बार श्रृंगार होता है. वहीं, सोमवार को भीड़ ज्यादा उमड़ती है. Tags: Hindi news, Local18, Nag panchami, Religion 18FIRST PUBLISHED : August 7, 2024, 11:15 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.
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