इटावा के इस वृंदावन में जोरदार मनी जन्माष्टमी 500 साल पुराना है इतिहास

Janmashtami in Radha Vallabh temple: जन्माष्टमी के समय शहर का ऐतिहासिक राधा वल्लभ मंदिर काफी खूबसूरत है. इसे दूसरा वृंदावन भी कहा जाता है. यहां पिछले एक सप्ताह से जन्माष्टमी पर्व की तैयारी और कार्यक्रम किए जा रहे हैं. शहर के बाजारों में पूजा अर्चना के लिए लोग खरीदारी करने पहुंच रहे हैं.

इटावा के इस वृंदावन में जोरदार मनी जन्माष्टमी 500 साल पुराना है इतिहास
रिपोर्ट- रजत कुमार इटावा: देश भर में जन्माष्टमी का त्यौहार बड़ी धूम से मनाया जाता है. बाजारों में लड्डू गोपाल की भव्य मूर्तियों और तस्वीरों समेत तरह-तरह के कपड़े और झांकी की सजावट का सामान बिक रहा है. इटावा के वृंदावन कहे जाने वाले प्राचीन राधा वल्लभ मंदिर में इस बार श्री कृष्ण के 5,251 जन्म दिवस पर तैयारी चल रही है. पिछले एक सप्ताह से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. जन्माष्टमी के समय शहर का ऐतिहासिक राधा वल्लभ मंदिर काफी खूबसूरत है. इसे दूसरा वृंदावन भी कहा जाता है. यहां पिछले एक सप्ताह से जन्माष्टमी पर्व की तैयारी और कार्यक्रम किए जा रहे हैं. शहर के बाजारों में पूजा अर्चना को लेकर चहल पहल और खऱीददारी करते हुए लोग दिखे. कृष्ण भक्त अखिल सक्सेना बताते हैं कि इटावा में हर घर में जन्माष्टमी का त्यौहार धूम धाम से मनाया जाता है. लगभग हर घर में सुबह से तैयारी शुरू हो जाती है जिसमें पूजा और व्रत में इस्तेमाल होने वाले व्यजनों से लेकर अन्य कार्य शामिल हैं. बाजार में जन्माष्टमी की झांकी के लिए तरह तरह के सामान बिकते दिखे. कहीं पर कान्हा गोवर्धन पर्वत हाथ में उठाए हुए मूर्ति तो कही लड्डू गोपाल के लड्डू खाते हुए मूर्ति किसी दुकान तरह तरह के झूले तो कही कपड़े और मुकुट बिकते दिखे.  थर्माकोल के बने हुए जेल और महल खूब बिके. कान्हा की माखन की सजी हुई मटकी और बांसुरी की भी डिमांड दिखी. इस मंदिर में सभी त्योहार मनाए जाते हैं. पिछले एक सप्ताह से यहां जन्माष्टमी की तैयारी चल रही थी. कथा वाचक बलबीर पांडे ने बताया कि भगवान श्री कृष्ण ने मानव उद्धार के लिए आज ही के दिन जन्म लिया था. इस लिए उनका जन्मदिन धूमधाम से मनाया जाता है. मंदिरों में भव्य सजावट के साथ घरों में मेवे की बर्फी जिसे आम भाषा में कतली कहा जाता है वह बनती है. पंजीरी और चरणामृत भी तैयार किया जाता है. Tags: Local18FIRST PUBLISHED : August 26, 2024, 19:56 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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