यूपी के एक और जिले में बाढ़ के आसार चंबल-यमुना का लगातार बढ़ रहा जलस्तर

Etawah News: यमुना और चंबल नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि के चलते निचले क्षेत्रों में बसे गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. यमुना और चंबल नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण कई गांवों के लोग ऊंचे इलाकों की ओर जाने लगे हैं.

यूपी के एक और जिले में बाढ़ के आसार चंबल-यमुना का लगातार बढ़ रहा जलस्तर
रजत कुमार / इटावा: उत्तर प्रदेश के इटावा जिला, जिसे पांच नदियों का संगम कहा जाता है, इसमें यमुना और चंबल नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि के चलते निचले क्षेत्रों में बसे गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. यमुना और चंबल नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण कई गांवों के लोग ऊंचे इलाकों की ओर जाने लगे हैं. चंबल और यमुना नदी में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया है. चंबल क्षेत्र के करीब दो दर्जन गांवों में बाढ़ का गंभीर खतरा बना हुआ है. यमुना और चंबल नदियों का जलस्तर निरंतर बढ़ने से बीहड़ी गांवों में बाढ़ को लेकर हलचल मची है. प्रशासन ने जल प्लावन को ध्यान में रखते हुए 13 चौकियां स्थापित की हैं. ये चौकियां मर्दानपुरा, विंडवा, खुर्द सिंडोस, बिडौरी, बंसरी, कचहरी, गढ़ा कास्दा, अनेठा, अंदावा, भरेह, कंधेसी घार, गौहानी और चकरनगर तहसील कार्यालय के प्राथमिक विद्यालयों में बनाई गई हैं. साथ ही, छह गांवों में छोटी नाव की व्यवस्था भी की गई है. भरेश्वर मंदिर पर बाढ़ का असर भरेह क्षेत्र में भरेश्वर मंदिर के नीचे पानी पहुंच गया है, जिससे मंदिर का संपर्क मार्ग पूरी तरह से जलमग्न हो गया है. चकरनगर क्षेत्र के कई गांवों में संपर्क मार्ग भी रातभर में कट जाने की संभावना है, क्योंकि नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. प्रशासन की तैयारी एसडीएम ब्रह्मानंद सिंह ने क्षेत्र की जनता से धैर्य न खोने की अपील की है और कहा कि बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन के पास पुख्ता इंतजाम हैं. जिला आपदा प्रबंधन विभाग ने भी अधिकारियों को सक्रिय कर दिया है. चंबल नदी का जलस्तर चेतावनी बिंदु 120.80 को पार कर 121.21 मीटर तक पहुंच गया है, जबकि यमुना नदी का जलस्तर 119.81 मीटर पर है. यमुना नदी का चेतावनी बिंदु 120.92 मीटर और डेंजर लेवल 121.92 मीटर है. बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र इटावा जिले के करीब 60 गांव, जिनमें जसवंतनगर तहसील के कुछ गांव, इटावा तहसील के आधा दर्जन गांव और चकरनगर तहसील के करीब 60 गांव शामिल हैं, चंबल और यमुना नदी के बाढ़ से प्रभावित हो सकते हैं. प्रशासन ने पहले से ही बाढ़ चौकियों की स्थापना कर दी है और राहत सामग्री को भी विभिन्न तहसीलों में भेज दिया गया है. राहत और बचाव कार्य जिला प्रशासन ने उन परिवारों को चिन्हित कर लिया है, जो बाढ़ से प्रभावित हो सकते हैं. राहत सामग्री का इंतजाम भी कर लिया गया है, और अगर जलस्तर और बढ़ता है, तो प्रशासन की टीम राहत और बचाव कार्यों में तुरंत सक्रिय हो जाएगी. जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी अवनीश दुबे ने बताया कि जिले के मुख्यालय पर आपदा नियंत्रण केंद्र स्थापित कर दिया गया है, और एक टेलीफोन नंबर (05688-250077) जारी किया गया है, जिस पर कोई भी व्यक्ति बाढ़ से संबंधित सूचना या राहत संबंधी जानकारी प्रदान कर सकता है. Tags: Etawah news, Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : September 16, 2024, 13:00 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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