इस इस माह करें मशरूम की खेती होगी बंपर पैदावार घर बैठे हो जाएंगे लखपति

Mushroom Farming: यूपी के मेरठ जिला उद्यान विभाग द्वारा किसानों को मशरूम की खेती करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जहां किसान आकर प्रशिक्षण ले सकते हैं. मेरठ में मौजूदा समय में 200 से अधिक किसान मशरूम की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं.

इस इस माह करें मशरूम की खेती होगी बंपर पैदावार घर बैठे हो जाएंगे लखपति
मेरठ: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ से ताल्लुक रखने वाले जो भी किसान मशरूम की खेती की तरफ आगे बढ़ना चाहते हैं. मशरूम की खेती करने के लिए ऐसे मौसम का इंतजार कर रहे हैं, जिससे मशरूम में उन्हें बंपर कमाई हो. ऐसे सभी किसानों के लिए अक्टूबर माह बेहद खास हो सकता है. यह जानकारी मेरठ जिला उद्यान अधिकारी अरुण कुमार ने दी. उन्होंने कहा कि अक्टूबर माह में अगर मशरूम की खेती के लिए संबंधित प्रक्रिया को अपनाया जाए, तो इससे किसानों को काफी अच्छा मुनाफा हो कता है. टेंपरेचर का रखना होगा ध्यान जिला उद्यान अधिकारी ने अरुण कुमार ने बताया कि मशरूम की खेती करने के लिए आपको एक पॉलीहाउस के तौर पर झोपड़ी या अन्य प्रकार से पूरा सेटअप तैयार करना होगा. जहां मशरूम की फसल के लिए आपको टेंपरेचर मेंटेन रखना बेहद जरूरी है. ऐसे में टेंपरेचर के हिसाब से मशरूम को जैसा वातावरण चाहिए. वह अक्टूबर माह में से शुरू हो जाता है. क्योंकि मशरूम टेंपरेचर 30 से नीचे ही उगाई जाती है. ऐसे में जो भी किसान मशरूम की खेती करना चाहते हैं. वह सभी सितंबर माह से ही इस प्रक्रिया को शुरू कर दें. ताकि कि अक्टूबर से लेकर मार्च तक के बीच वह मशरूम के माध्यम से अच्छी कमाई कर सके. इस तरह करें मशरूम की खेती मशरूम की खेती की अगर बात की जाए इसके लिए आपको गेहूं या फिर चावल के भूसे से एक खाद तैयार करना होगा. एक माह में जब आप इस खाद को बाहर किसी स्थान पर तैयार कर लेंगे, तो उसके बाद आप किसी एक कमरे या पॉलीहाउस, झोपड़ी में 5 से 6 इंच खाद की मोटी परत बिछाकर उसमें मशरूम का बीज लगा सकते हैं. इतना ही नहीं अगर आप इसके लिए झोपड़ी में किसी प्रकार से विशेष पैकेज बनाकर भी मशरूम को उगाना चाहें, तो उसमें भी आप खाद भरते हुए इस प्रक्रिया को अपना सकते हैं. यहां भी मिलती है ट्रेनिंग जिला उद्यान अधिकारी ने बताया कि जो भी किसान मशरूम से संबंधित खेती करना चाहते हैं. अगर वह उसके लिए प्रशिक्षण हासिल करना चाहते हैं, तो उसके लिए जहां ऐतिहासिक मेरठ कॉलेज में भी समय-समय पर प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाता है. वहीं, मेरठ में संचालित सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय में भी किसानों को इसके लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिससे की पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी किसान तेजी से इस तरफ बढ़ सके. बता दें कि मेरठ जनपद में वैसे तो 200 से अधिक किसान मशरूम से संबंधित खेती कर रहे हैं, लेकिन बड़े स्तर की बात की जाए तो कुछ ही किसान हैं, जो बड़े लेवल पर इस खेती को कर रहे हैं. शासन द्वारा भी बड़े स्तर पर खेती करने वाले किसानों को 40% तक की सब्सिडी उपलब्ध कराई जाती है. जिसको लेकर विभिन्न प्रकार के नियम निर्धारित किए गए हैं. अधिक जानकारी के लिए किसान सर्किट हाउस स्थित जिला उद्यान विभाग में संपर्क कर सकते हैं. Tags: Agriculture, Local18, Meerut news, UP newsFIRST PUBLISHED : September 20, 2024, 10:11 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed