जून-जुलाई में कच्चे आम से तैयार करें ये 5 प्रोडक्टआमदनी हो जाएगी दोगुनी

उद्यान विभाग के एक्सपर्ट का कहना है कि आम का फल बेचने के अलावा आम उत्पाद बनाकर बेचने से किसानों को अच्छी आमदनी मिलेगी. पिछले कुछ सालों में भारत में फल प्रसंस्करण उद्योग में काफी बढ़ोतरी हुई है जो कि अब कुल उत्पादन का करीब 2% हिस्सा हो गया है.

जून-जुलाई में कच्चे आम से तैयार करें ये 5 प्रोडक्टआमदनी हो जाएगी दोगुनी
शाहजहांपुर : भारत आम का प्रमुख उत्पादक देश है. आम कके कुल उत्पादन में भारत का हिस्सा 45% हिस्सेदारी है. भारत में आम की सैकड़ों किस्में पाई जाती हैं. यहां लगभग 8 से 9 महीने तक आम उपलब्ध रहता है. भारत में आम का ज्यादातर उत्पादन जून और जुलाई के महीने में होता है. इन दिनों मंडियों में आम की आवक बहुत तेजी से बढ़ जाती है इस कारण किसानों को अच्छी आमदनी नहीं मिल पाती. ऐसे में उद्यान विभाग के एक्सपर्ट का कहना है कि आम का फल बेचने के अलावा आम उत्पाद बनाकर बेचने से किसानों को अच्छी आमदनी मिलेगी. पिछले कुछ सालों में भारत में फल प्रसंस्करण उद्योग में काफी बढ़ोतरी हुई है जो कि अब कुल उत्पादन का करीब 2% हिस्सा हो गया है. कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर में गृह विज्ञान की एक्सपर्ट डॉ. विद्या गुप्ता ने बताया कि विकसित और विकासशील देशों की तुलना में भारत का प्रसंस्करण उद्योग काफी पीछे है जबकि ब्राजील और मलेशिया जैसे देशों में कुल फल उत्पादन का लगभग 70% तक संसाधित होता है. वहीं भारत में फलों का प्रसंस्करण कम होने की वजह से मौसम के समय अचानक से आवक बढ़ जाती है. जिसके चलते किसानों को अच्छा मुनाफा नहीं मिल पाता. जरूरी है कि किसान आम से तेल वाला अचार, अमचूर, आम का हींग वाला मीठा अचार, आम के लच्छों का मीठा अचार, आम की चटनी, आम का पन्ना और आम पापड़ के साथ-साथ आम का मुरब्बा बनाकर अच्छी आमदनी ले सकते हैं. कच्चे आम से बनाएं तेल वाला अचार डॉ. विद्या गुप्ता ने बताया कि आम का तेल वाला अचार बनाने के लिए कच्चे आम को साफ पानी से धोकर अच्छी तरह से सूखने के बाद इसकी छोटी-छोटी फांकें काट लें. फांकों से गुठली को अलग कर लें. उसके बाद फांकों में नमक और परिरक्षक मिलाकर धूप में रख दें. 2 दिन के बाद मसाले और फांकों को तेल में मिला दें. अचार को शीशे या प्लास्टिक के साफ स्वच्छ जार में भंडारित कर सकते हैं. आम के तेल वाले अचार को बनाने के लिए नमक, लाल मिर्च, सौंफ, मेथी, काली मिर्च, हल्दी, सोडियम बेंजोएट और सरसों के तेल की आवश्यकता होती है. आमचूर से होगी अच्छी आमदनी डॉ. विद्या गुप्ता ने बताया कि कच्चे आम से अमचूर भी बनाया जाता है. जिसको बनाने के लिए कच्चे आम को स्टेनलेस स्टील के चाकू से छीलकर 1 किलो फांकों को 1 लीटर पानी में दो ग्राम पोटेशियम मेटाबिसल्फाइट मिलाकर घोल बना लें. फांकों को 10 मिनट तक घोल में डुबोए रखें. उसके बाद फांकों को पानी से अलग कर धूप में सुखा लें. बाद में ग्राइंडर से महीन पीसकर वायु रोधी जार में पैक कर सकते हैं. ऐसे बनाएं चटपटी चटनी डॉ. विद्या गुप्ता ने बताया कि कच्चे आम से अचार और आमचूर के अलावा आम की चटनी भी बनाई जाती है. आम के कच्चे आम को छीलकर उसकी छोटी-छोटी फांकें काट लें. उसमें बारीक कटी हुई अदरक, प्याज, लहसुन और पानी डालकर फांकों को मुलायम हो जाने तक पकाएं. उसके बाद आंच से उतार कर इसमें शक्कर और नमक मिलाकर कुछ समय के लिए रख दें. जिससे टुकड़ों में से पानी निकल कर चीनी और नमक में मिल जाए. उसके बाद इस मिश्रण को धीमी आंच पर पकाएं, गाढ़ापन आने के बाद पिसे हुए मसाले मिला दें. जब यह जैम की तरह है गाढ़ा हो जाए तो आंच से नीचे उतार लें. थोड़ा सा सिरका मिलाकर चौड़े मुंह वाले जार में रख दें. पूरी तरह ठंडा होने के बाद ढक्कन बंद कर इसको स्टोर कर सकते हैं. आम का ऐसे बनाएं स्वादिष्ट स्क्वैश डॉ विद्या गुप्ता ने बताया कि आम का स्क्वैश भी बना सकते हैं. 1 किलो पके हुए आम का गूदा, 1.8 ग्राम शक्कर और 1.2 लीटर पानी और करीब 38 ग्राम साइट्रिक एसिड या आवश्यकता होती है. निर्धारित मात्रा में शक्कर पानी मिलाकर आंच पर गर्म करते हुए घोलते रहें. उसमें साइट्रिक एसिड भी मिला दें. उसके बाद तैयार हुए घोल को मलमल के कपड़े से छान लें. अब इस पूरे मिश्रण को 90 सेंटीग्रेड तापमान पर गैस पर गर्म करते रहें. उसके बाद इसको ठंडा करने के बाद प्लास्टिक या फिर कांच की बोतलों में भंडारित कर सकते हैं. ध्यान रखें कि बोतल में ढक्कन की ओर करीब 1 इंच जगह खाली होनी चाहिए. Tags: Agriculture, Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : June 17, 2024, 19:22 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed