अप्रेंटिसशिप और इंटर्नशिप में क्या अंतर है फर्क समझने के बाद ही करें अप्लाई

Apprenticeship vs Internship Difference: नौकरी ढूंढ रहे ज्यादातर युवा अपने करियर की शुरुआत इंटर्नशिप या अप्रेंटिसशिप से करते होंगे. आपने भी इन दोनों के वैकेंसी नोटिफिकेशन जरूर देखे होंगे. कई लोगों को अप्रेंटिसशिप और इंटर्नशिप के बीच का अंतर नहीं पता होता है. ये दोनों चीजें बिल्कुल अलग-अलग हैं. जानिए करियर की शुरुआत अप्रेंटिसशिप से करनी चाहिए या इंटर्नशिप से.

अप्रेंटिसशिप और इंटर्नशिप में क्या अंतर है फर्क समझने के बाद ही करें अप्लाई
नई दिल्ली (Apprenticeship vs Internship Difference). पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी से पहले इंटर्नशिप या अप्रेंटिसशिप करना बेहतर ऑप्शन है. इससे इंडस्ट्री का अंदाजा लग जाता है और काम करने की समझ भी डेवलप हो जाती है. कई स्टूडेंट्स कॉलेज की पढ़ाई के दौरान मिलने वाले ब्रेक में इंटर्नशिप कर लेते हैं. अप्रेंटिसशिप हो या इंटर्नशिप, दोनों को ही करियर में ग्रोथ के लिए बेहतर माना जाता है. इसे प्रोफेशनल लाइफ का पहला कदम भी कह सकते हैं. अप्रेंटिसशिप और इंटर्नशिप, दो अलग-अलग चीजें हैं. इनमें कई अंतर हैं. अप्रेंटिसशिप लंबी अवधि का ट्रेनिंग प्रोग्राम है, जो आमतौर पर 1-3 साल तक चलता है. इसमें काम की पूरी ट्रेनिंग दी जाती है (What is an Apprenticeship). वहीं, इंटर्नशिप कम ड्यूरेशन का ट्रेनिंग प्रोग्राम है, जो आमतौर पर 3-6 महीने तक चलता है. करियर की शुरुआत करने से पहले इंटर्नशिप और अप्रेंटिसशिप में से कोई एक चीज या दोनों भी कर सकते हैं. इस अनुभव के साथ नौकरी ढूंढना आसान हो जाता है. Apprenticeship vs Internship Difference: अप्रेंटिसशिप और इंटर्नशिप में क्या अंतर है? अप्रेंटिसशिप और इंटर्नशिप में कई अंतर हैं. करियर की शुरुआत करने से पहले इनकी जानकारी होने से आपको सही फैसला ले पाने में आसानी होगी. 1. अवधि अप्रेंटिसशिप- 1-3 साल इंटर्नशिप- 3-6 महीने 2. उद्देश्य अप्रेंटिसशिप- खास स्किल सीख सकते हैं इंटर्नशिप- प्रोफेशनल एक्सपीरियंस के लिए 3. प्रमाण पत्र अप्रेंटिसशिप- प्रमाण पत्र दिया जाता है इंटर्नशिप- प्रमाण पत्र जरूरी नहीं है (हालांकि अब ज्यादातर कंपनियां इंटर्नशिप का सर्टिफिकेट देती हैं) 4. कौशल स्तर अप्रेंटिसशिप- खास स्किल सीख सकते हैं इंटर्नशिप- बेसिक स्किल्स सीख सकते हैं 5. वेतन अप्रेंटिसशिप सैलरी- वेतन आमतौर पर ज्यादा होता है इंटर्नशिप सैलरी- वेतन आमतौर पर कम होता है या नहीं होता है यह भी पढ़ें- MBBS के बाद डीएम करें या एमडी? मेडिकल के दोनों कोर्स में क्या है अंतर? 6. कार्यभार अप्रेंटिसशिप वर्क प्रोफाइल- ज्यादा जिम्मेदारी इंटर्नशिप वर्क प्रोफाइल- कम जिम्मेदारी 7. ऑब्जर्वेशन अप्रेंटिसशिप- इंडस्ट्री को समझना आसान होता है. इंटर्नशिप- इंडस्ट्री की समझ बेसिक होती है. 8. एजुकेशन क्वॉलिफिकेशन अप्रेंटिसशिप क्वॉलिफिकेशन- आमतौर पर 10वीं/12वीं पास इंटर्नशिप क्वॉलिफिकेशन- आमतौर पर ग्रेजुएट/पोस्ट ग्रेजुएट छात्र 9. कार्य अनुभव अप्रेंटिसशिप- प्रोफेशनल स्किल्स डेवलपमेंट होता है इंटर्नशिप- प्रोफेशनल अनुभव मिलता है 10. करियर अवसर अप्रेंटिसशिप करियर विकल्प (Apprenticeship Careers)- स्थायी नौकरी के अवसर इंटर्नशिप करियर विकल्प- भविष्य में नौकरी के अवसर की संभावना (कई मामलों में इंटर्नशिप खत्म होते ही नौकरी मिल जाती है) यह भी पढ़ें- इंजीनियरिंग के बाद एमबीए क्यों करते हैं? फायदे जान आप भी जरूर लेंगे एडमिशन Tags: Career Guidance, Career Tips, Job and career, Job and growthFIRST PUBLISHED : October 20, 2024, 13:55 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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