CV और रिज्यूमे में क्या अंतर है फॉर्मेट से लेकर डिजाइनिंग तक सब है अलग

CV vs Resume Difference: कई लोग सीवी और रिज्यूमे को एक ही मानते हैं, जबकि ऐसा है नहीं. सीवी और रिज्यूमे के बीच कई बड़े अंतर हैं. अगर आप कहीं नौकरी के लिए आवेदन कर रहे हैं तो आपको इन दोनों के बीच के फर्क पता होने चाहिए. इससे सीवी और रिज्यूमे बनाना आसान हो जाएगा और आपको पता रहेगा कि कहां, क्या भेजना है.

CV और रिज्यूमे में क्या अंतर है फॉर्मेट से लेकर डिजाइनिंग तक सब है अलग
नई दिल्ली (CV vs Resume Difference). कहीं पर भी नौकरी के लिए आवेदन करते समय कैंडिडेट अपना सीवी या रिज्यूमे भेजते हैं. उसमें दर्ज डिटेल्स के आधार पर ही उन्हें जॉब के लिए शॉर्टलिस्ट किया जाता है. लेकिन कई लोगों को सीवी और रिज्यूमे के बीच का फर्क नहीं पता होता है. उन्हें लगता है कि सीवी और रिज्यूमे, दोनों एक ही हैं. इसीलिए वो जॉब के लिए अप्लाई करते समय यह चेक ही नहीं करते हैं कि उनसे क्या मांगा जा रहा है और वो क्या भेज रहे हैं. सीवी का फुल फॉर्म करिकुलम विटे है. इसे जीवन का पाठ्यक्रम कहा जाता है. इससे पता चलता है कि इसमें कैंडिडेट को अपनी हर तरह की जानकारी विस्तृत यानी डिटेल में देनी होती है. लेकिन रिज्यूमे में ऐसा नहीं होता है. अगर आप नई जॉब की तैयारी कर रहे हैं तो इस तरह की गलती करने से बचना जरूरी है. कई कंपनियां इन चीजों पर बहुत फोकस करती हैं. उन्हें अगर शुरुआत में ही गलती नजर आ जाती है तो वो कैंडिडेट को शॉर्टलिस्ट करने से बचती हैं. जानिए सीवी और रिज्यूमे के बीच कुछ बड़े अंतर. How to write CV for Job: सीवी में क्या लिखें? 1. विस्तृत जानकारी: सीवी में शैक्षिक, प्रोफेशनल और अन्य योग्यताओं की डिटेल्ड जानकारी दी जाती है. 2. लंबाई: सीवी आमतौर पर 2-3 पेज का होता है. 3. फॉर्मेट: सीवी में शैक्षिक योग्यता, पेशेवर अनुभव (प्रोफेशनल एक्सपीरियंस), ट्रेनिंग, पुरस्कार और अन्य योग्यताएं लिखी जाती हैं. 4. इस्तेमाल: सीवी एकेडमिक, रिसर्च और उच्च शिक्षा संबंधी नौकरियों के लिए उपयुक्त होता है. यह भी पढ़ें- बीबीए और बीकॉम में क्या अंतर है? किस कोर्स के बाद तुरंत मिल जाएगी नौकरी? How to create Resume: रिज्यूमे में क्या लिखें? 1. संक्षिप्त जानकारी: रिज्यूमे में प्रमुख योग्यताओं और अनुभवों की संक्षिप्त जानकारी दी जाती है. 2. लंबाई: रिज्यूमे आमतौर पर 1-2 पेज का होता है. 3. फॉर्मेट: रिज्यूमे में कॉन्टैक्ट डिटेल्स, शैक्षिक योग्यता, प्रोफेशनल एक्सपीरियंस, स्किल्स और उपलब्धियों के बारे में लिखा जाता है. 4. इस्तेमाल: रिज्यूमे प्रोफेशनल, इंडस्ट्रियल और प्राइवेट सेक्टर जॉब्स के लिए बेस्ट माने जाते हैं. CV and Resume Difference: सीवी और रिज्यूमे में क्या अंतर है? सीवी और रिज्यूमे में कई अंतर तो आप समझ ही चुके होंगे. अब डिटेल में जानिए दोनों के बीच का फर्क. 1. उद्देश्य: – सीवी: एकेडमिक, रिसर्च और हाई एजुकेशन जॉब्स के लिए. – रिज्यूमे: प्रोफेशनल, इंडस्ट्रियल और प्राइवेट सेक्टर जॉब्स के लिए. 2. लंबाई: – सीवी: 2-3 पेज. – रिज्यूमे: 1-2 पेज. 3. विस्तार: – सीवी: विस्तृत जानकारी. – रिज्यूमे: संक्षिप्त जानकारी. 4. फॉर्मेट: – सीवी: शैक्षिक योग्यता, वर्क एक्सपीरियंस, ट्रेनिंग, पुरस्कार. – रिज्यूमे: संपर्क जानकारी, शैक्षिक योग्यता, वर्क एक्सपीरियंस, कौशल और उपलब्धियां. 5. शैक्षिक योग्यता: – सीवी: विस्तृत शैक्षिक योग्यता. – रिज्यूमे: संक्षिप्त शैक्षिक योग्यता. यह भी पढ़ें- BCA और BTech में क्या अंतर है? सिलेबस, नौकरी और सैलरी तक में जानें फर्क 6. वर्क एक्सपीरियंस: – सीवी: विस्तृत पेशेवर अनुभव. – रिज्यूमे: संक्षिप्त पेशेवर अनुभव. 7. कौशल: – सीवी: विशेष कौशल का विवरण. – रिज्यूमे: स्किल्स की लिस्ट. 8. प्रकाशन और पुरस्कार: – सीवी: प्रकाशन और पुरस्कार का विवरण. – रिज्यूमे: इसमें लिखने की जरूरत नहीं है. 9. संदर्भ: – सीवी: संदर्भ का विवरण. – रिज्यूमे: संदर्भ का उल्लेख नहीं. 10. अपडेट: – सीवी: नियमित अपडेट जरूरी है. – रिज्यूमे: आवश्यकतानुसार अपडेट कर सकते हैं. यह भी पढ़ें- इंटरव्यू में न करें ये 10 गलतियां, बर्बाद हो जाएगी जिंदगी, नहीं मिलेगी नौकरी Tags: Career Guidance, Career Tips, Job and careerFIRST PUBLISHED : September 29, 2024, 08:39 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed