धर्म संसद: सनातन धर्म बोर्ड की मांग को लेकर साधु-संतों ने भरी हुंकार
धर्म संसद: सनातन धर्म बोर्ड की मांग को लेकर साधु-संतों ने भरी हुंकार
Delhi Dharm Sansad: सनातन धर्म बोर्ड बनाने की मांग के साथ दिल्ली में धर्म संसद का आयोजन किया. इसमें बड़ी संख्या में साधु-संतों ने हिस्सा लिया. धर्म संसद में कई मांगें की गईं.
नई दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली में धर्म संसद का आयोजन किया गया. इसमें बड़ी संख्या में साधु-संतों ने हिस्सा लिया. धर्म संसद में एक स्वर से सनातन धर्म बोर्ड गठित करने की मांग की गई. साधु-संतों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारे पर भी अपनी राय रखी. वेदांती महाराज ने वक्फ बोर्ड पर निशाना साधते हुए कहा कि इनकी वजह से आतंक बढ़ा है. वहीं, कृष्णानंद गिरि महाराज ने कहा कि कांग्रेस की पूर्व नीतियों और साजिश की वजह से सनातन धर्म संसद की जरूरत पड़ी.
कृष्णानंद गिरि महाराज ने सनातन धर्म संसद की जरूरत पर कहा कि कांग्रेस की पूर्व नीतियों और साजिश की वजह से हमें इसकी आवश्यकता पड़ी है. उन्होंने कहा कि सल 1954 के समय (यानी नेहरू के समय) वक़्फ़ बोर्ड बनाया गया और उसे असीमित पावर दे दिया गया. आज वही वक़्फ़ बोर्ड कभी संसद भवन की भूमि पर तो कभी भगवान बद्रीनाथ धाम की जमीन पर तो कभी रेलवे को ज़मीन पर दावा करता है. वक्फ बोर्ड पर अंकुश अगर नहीं लगाया गया तो पूरे देश की जमीन को ये हड़प लेंगे. उसके बाद ये भारत वर्ष हिन्दू राष्ट्र नहीं, बल्कि मुस्लिम राष्ट्र बन जाएगा. कृष्णानंद गिरि महाराज ने कहा कि हिन्दू और हिंदू धर्म को बचाने के लिए सनातन धर्म बोर्ड की आवश्यकता पड़ी है.
‘मानवों की रक्षा के लिए सनात धर्म बोर्ड’
तुलसी तपोवन गौशाला (वृंदावन) के आचार्य कौशिक जी महाराज ने कहा कि मानवों की रक्षा के लिए सनातन धर्म बोर्ड की बात हो रही है. दूसरे धर्म के लोगों को भी इसका समर्थन करना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘आज की तारीख में वक्फ बोर्ड के पास 8.40 लाख एकड़ जमीन है. इंडियन आर्मी और रेलवे के बाद सबसे ज्यादा जमीन इस संस्था के पास है. अब दिक्कत की बात यह है कि वो अब हमारी जमीन पर आकर कह रहे हैं कि वो हमारी जमीन है.’ कौशिक जी महाराज ने आगे कह कि वक्फ बोर्ड वाले हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट से भी ऊपर हैं. उनका है कि इन सबों की कोई अथॉरिटी ही नहीं हैं. उसमें अब संशोधन होना चाहिए.
क्या बोले वेदांती जी महाराज?
वेदांती जी महाराज भी धर्म संसद में मौजूद रहे, ‘कांग्रेस ने मुस्लिम वक़्फ़ बोर्ड को देश के मुसलमानों के लिए बनाया और हिंदुओं की मंदिरों की जमीन को भी वक़्फ़ बोर्ड में डाल दिया. पूरे देश से हिंदुओं की मठ वाली जमीन मुस्लिम की वक्फ बोर्ड को दे दी गई. आज इस देश के अंदर जो मुस्लिम आतंक बढ़ रहा है वो इसी वक्फ की वजह से बढ़ रहा है, क्योंकि इस बोर्ड के पास न तो जमीन की कमी है और न ही पैसों की कोई कमी है.’ उन्होंने आगे कह कि इस देश के अंदर मुस्लिम अल्पसंख्यक नहीं हैं. UP में मुस्लिम 19 प्रतिशत हैं, फिर वे कैसे अल्पसंख्यक हुए? उन्होंने आगे कहा कि देश में 25 करोड़ आबादी मुसलमानों की है. इसलिए देश में सबसे पहले मुसलमानों को मिली अल्पसंख्यक का दर्जा खत्म किया जाना चाहिए. वेदांती महाराज ने कहा कि वक्फ बोर्ड की वजह से आतंक बढ़ा है.
Tags: Delhi news, National NewsFIRST PUBLISHED : November 16, 2024, 22:28 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed