ये 2 बीमारियां धान की फसल को कर देगी बर्बाद किसान तुरंत करें ये उपाय

धान की फसल में तना छेदक और गर्दन तोड़ से किसान हाइड्रोक्लोराइड 250 ग्राम, इमामेक्टिन 100 ग्राम 200 लीटर पानी मे मिलाकर के शाम के समय किसान कर दे छिड़काव

ये 2 बीमारियां धान की फसल को कर देगी बर्बाद किसान तुरंत करें ये उपाय
सहारनपुर: धान की फसल में इस समय तना छेदक और गर्दन तोड़ जैसी गंभीर बीमारियों से किसान परेशान हैं. यह फसल के लिए अत्यधिक नुकसानदेह हो सकती हैं, इसलिए किसान इनसे निपटने के लिए सतर्क रहें. धान की बालियों में दाना बनने का समय आ गया है, ऐसे में यदि आपकी फसल की बालियां सूखने लगी हैं, तो तुरंत कृषि विशेषज्ञ से सलाह लें और कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव करें. समय पर रोकथाम न होने से फसल की पैदावार में भारी कमी आ सकती है. सहारनपुर के कई किसान अपनी फसल में तना छेदक और गर्दन तोड़ रोग का सामना कर रहे हैं, जिससे फसल सूख रही है. यह समस्या किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र तक खींच लाई है. केंद्र के प्रभारी व प्रोफेसर डॉ. आई.के. कुशवाहा ने कई किसानों के खेतों का निरीक्षण किया और इन्हें नियंत्रित करने के उपाय बताए. तना छेदक से बचाव के उपाय प्रोफेसर कुशवाहा ने बताया कि धान की फसल पर इस समय बाली आ रही है, और यदि किसान इसे सुरक्षित रखते हुए अच्छी पैदावार प्राप्त करते हैं, तो यह उनकी बड़ी उपलब्धि होगी. तना छेदक (गोभ वाली सुंडी) के कारण फसल में सफेदपन आने लगता है. यह सुंडी पहले पत्तों में अंडे देती है और फिर तने में घुसकर फसल को नुकसान पहुंचाती है, जिससे पौधा सूखने लगता है. इससे बचाव के लिए किसान हाइड्रोक्लोराइड 250 ग्राम और इमामेक्टिन 100 ग्राम को 200 लीटर पानी में मिलाकर शाम के समय छिड़काव करें. गर्दन तोड़ से बचाव के उपाय प्रोफेसर कुशवाहा ने बताया कि गर्दन तोड़ (Neck Blast) रोग धान की पत्तियों पर नाव के आकार के निशान बनाता है. अगर समय रहते इसका इलाज नहीं किया गया, तो यह रोग बालियों की गर्दन में छल्ला बनाकर उन्हें तोड़ देता है. इससे बचाव के लिए किसान ट्रिकोडरमा (मित्र फफूंदी) और स्यूडोमोनास (मित्र बैक्टीरिया) का उपयोग कर सकते हैं. बाली निकलने से पहले, बाली निकलते समय और बाली निकलने के बाद तीन बार इनका छिड़काव करें. Tags: Local18, Paddy cropFIRST PUBLISHED : September 25, 2024, 14:12 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed