चीता: कुनो में 3 नर और 5 मादा चीते बढ़ाएंगे परिवार जानें कब तक मिल सकती है गुड न्यूज
चीता: कुनो में 3 नर और 5 मादा चीते बढ़ाएंगे परिवार जानें कब तक मिल सकती है गुड न्यूज
विशेषज्ञों की मानें तो अगर चीते ब्रीडिंग परिपक्वता को प्राप्त कर चुके हैं तो साल में कभी भी मेटिंग कर सकते हैं. इसके लिए ब्रीडिंग मैच्योरिटी सर्टिफिकेट भी होता है जो सरकारें आपस में साझा करती हैं जो यह बताता कि ये बच्चों को जन्म देने की उम्र को हासिल कर चुके हैं. अब चूंकि भारत आए चीतों की उम्र 2 साल से ऊपर बताई जा रही है तो यह संभावना है कि ये इस मैच्योरिटी को हासिल कर चुके हैं.
नई दिल्ली. नामीबिया से लाए गए 8 चीतों से भारत में एक बार फिर विलुप्त हुई इस प्रजाति के फिर से बढ़ने की संभावना पैदा हो गई. इन चीतों को मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया है. जहां ये आगे का जीवन जीएंगे. जानकारी के मुताबिक नामीबिया से 5 मादा और 3 नर चीते लाए गए हैं. इन सभी की उम्र 2 से साढ़े 5 साल के बीच बताई जा रही है. विशेषज्ञों की मानें तो ये सभी चीते ब्रीडिंग मैच्योरिटी (पैदा करने की उम्र) को हासिल कर चुके हैं. ऐसे में भारत में नन्हे चीतों की दस्तक का सपना जल्दी ही पूरा होने की उम्मीद है.
दिल्ली स्थित वाइल्डलाइफ विशेषज्ञ ने न्यूज 18 हिंदी से बातचीत में बताया कि नर और मादा चीतों को भारत लाने का एक बड़ा उद्धेश्य यही है कि यहां इनकी जनसंख्या को बढ़ाने पर ध्यान दिया जाएगा. पिछले 70 सालों से विलुप्त रही यह प्रजाति यहां के जंगलों में फिर से दौड़ने लगेगी. बच्चों के जन्म के लिए इनकी मेटिंग और ब्रीडिंग करवाई जाएगी. हालांकि यह किस तरह से होगी, इसकी योजना भी कुनो नेशनल पार्क के विशेषज्ञों की ओर से तैयार की जा चुकी होगी.
जहां तक बड़ी बिल्ली (Big Cat) की प्रजाति वाले चीतों या वाघ का ब्रीडिंग साइकल या गर्भाधान की बात है तो तीन महत्वपूर्ण चीजें हैं. पहली ये कि अगर चीते ब्रीडिंग परिपक्वता को प्राप्त कर चुके हैं तो साल में कभी भी मेटिंग कर सकते हैं. इसके लिए ब्रीडिंग मैच्योरिटी सर्टिफिकेट भी होता है जो सरकारें आपस में साझा करती हैं जो यह बताता कि ये बच्चों को जन्म देने की उम्र को हासिल कर चुके हैं. अब चूंकि भारत आए चीतों की उम्र 2 साल से ऊपर बताई जा रही है तो यह संभावना है कि ये इस मैच्योरिटी को हासिल कर चुके हैं. क्योंकि इन जानवरों में ब्रीडिंग मैच्योरिटी दो से ढ़ाई साल पर हासिल हो जाती है.
गर्भधारण कर 3 महीने में मां बन सकती है मादा चीता
दूसरा यह कि इनके गर्भधारण का कुल का समय 90-95 दिन का होता है. कोई भी गर्भवती मादा इस अंतराल में बच्चों को जन्म दे देती है. जबकि जन्म के बाद करीब छह हफ्ते तक यानि 45 दिनों तक वह नन्हे बच्चों का ध्यान रखती है और उन्हें अपने पास रखती है. उसके बाद वह उन्हें जंगल में छोड़ देती है. इस दौरान ये बच्चे अपने लिए भोजन की व्यवस्था करने के लिए परिपक्व हो जाते हैं.
15-18 महीने के अंतराल में फिर बढ़ सकता है परिवार
तीसरी सबसे बड़ी बात ये कि अगर सभी चीजें ठीक तरह से चलती हैं तो मादा चीता 15-18 महीने के अंतराल पर फिर से गर्भधारण कर सकती है. साथ ही इनकी मेटिंग या ब्रीडिंग के लिए कोई तय महीना, मौसम या समय नहीं होता. यह साल भर में कभी भी कर सकते हैं.
नए साल में मिल सकती है खुशखबरी
विशेषज्ञ कहते हैं कि अगर सभी चीजें ठीक तरह से चलती हैं और ये चीते सफल मेटिंग करते हैं और मादा गर्भवती हो जाती हैं तो आने वाले साल में खुशखबरी मिल सकती है. हालांकि जैसा कि बड़ी बिल्लियों की इस प्रजाति में होता है तो एक चीज ये भी है कि ये चीते दूसरे महाद्वीप से आए हैं, ये एक दूसरे को पूरी तरह समझते और जानते हैं तो मेटिंग की प्रक्रिया जल्दी भी हो सकती है. जबकि अगर इन्हें एक दूसरे को जानने में समय लगता है या इनमें थोड़ा संघर्ष रहता है तो समय भी लग सकता है. यह समय कुछ महीनों से कुछ साल भी हो सकता है.
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Tags: Asiatic Cheetah, Madhya pradesh neewsFIRST PUBLISHED : September 17, 2022, 18:01 IST