Supertech Twin Tower: सुपरटेक टावर ध्वस्त होने के बाद बढ़ेंगी आसपास रहने वाले लोगों की स्वास्थ्य चुनौतियां डॉक्टर बता रहे हैं उपाय

टावर को गिराने (Twin Tower Demolition) के लिए आधुनिक इंजीनियरिंग (Modern engineering), उन्नत तकनीक (Advanced technology) के साथ-साथ विज्ञान (Science) का भी इस्तेमाल होने जा रहा है. ऐसे में ब्लास्ट के बाद की स्थिति को लेकर आस-पास रहने वाले लोग चिंतित नजर आ रहे हैं. क्योंकि, 28 अगस्त को दोपहर 2.30 बजे ब्लास्ट के बाद आकाश में करीब 300 मीटर की ऊंचाई तक धूल का गुबार उड़ेगा. इतना ही गुबार चारों तरफ भी फैलेगा. डॉक्टरों (Doctors) का मानना है कि ब्लास्ट के वक्त और उसके कुछ दिनों बाद तक भी लोगों को इसके आस-पास रहना मुश्किल जाएगा.

Supertech Twin Tower: सुपरटेक टावर ध्वस्त होने के बाद बढ़ेंगी आसपास रहने वाले लोगों की स्वास्थ्य चुनौतियां डॉक्टर बता रहे हैं उपाय
दिल्ली. नोएडा के सुपरटेक ट्विन टावरों को गिराने (Twin Tower Demolition) की तारीख ज्यों-ज्यों करीब आती जा रही है, आस-पास रहने वाले लोगों की धड़कनें भी तेज होती जा रही हैं. इन दोनों टावरों को 28 अगस्त को दोपहर 2.30 बजे ध्वस्त कर दिया जाएगा. टावर को गिराने के लिए आधुनिक इंजीनियरिंग (Modern engineering), उन्नत तकनीक (Advanced technology) के साथ-साथ विज्ञान (Science) का भी इस्तेमाल होने जा रहा है. ऐसे में ब्लास्ट के बाद की स्थिति को लेकर आस-पास रहने वाले लोग चिंतित नजर आ रहे हैं. क्योंकि, 28 अगस्त को दोपहर 2.30 बजे ब्लास्ट के बाद आकाश में करीब 300 मीटर की ऊंचाई तक धूल का गुबार उड़ेगा. इतना ही गुबार चारों तरफ भी फैलेगा. डॉक्टरों का मानना है कि ब्लास्ट के वक्त और उसके कुछ दिनों बाद तक भी लोगों को इसके आस-पास रहना मुश्किल जाएगा. खासकर नवजात बच्चों, गर्भवती महिलाएं, बुजुर्गों के साथ-साथ सांस और हार्ट के मरीजों को कई तरह की समस्याओं से सामना करना पड़ सकता है. सेक्टर 93-ए स्थित एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज के फ्लैट में रहने वाले लोगों को इस बिल्डिंग के गिरने से सबसे ज्यादा नुकसान होने की संभावना है. इन लोगों को 28 अगस्त के दिन सुबह सात बजे से अपने फ्लैट खाली करने होंगे. ब्लास्ट के दिन ट्विन टावर के पास सिर्फ 10 लोग ही मौजूद रहेंगे, जिसमें इमारत गिरने वली कंपनी एडिफिस इंजीनियरिंग के प्रोजेक्ट मैनेजर और दक्षिणी अफ्रीकी कंपनी जेट डिमोलिशन के 7 विशेषज्ञ शामिल होंगे. इसके साथ इंडियन ब्लास्टर भी मौजूद रहेंगे. बीमारी से ग्रस्त लोगों को 27 अगस्त तक नोएडा के सेक्टर-137 स्थित फेलिक्स अस्पताल में भर्ती करा दिया जाएगा. टावर के गिरने के बाद हेल्थ संबंधि समस्याएं से ऐसे निपटें वहीं, बीमारी से ग्रस्त लोगों को 27 अगस्त तक नोएडा के सेक्टर-137 स्थित फेलिक्स अस्पताल में भर्ती करा दिया जाएगा. एम्बुलेंस से उन्हें अस्पताल तक पहुंचाया जाएगा. इस दौरान उनसे किसी भी तरह की फीस या इलाज का खर्चा नहीं लिया जाएगा. फेलिक्स अस्पताल नोएडा के चेयरमैन डॉ. डी के गुप्ता न्यूज 18 हिंदी के साथ बातचीत में कहते हैं, ‘देखिए ट्विन टावर ध्वस्त होने के बाद लोगों को हेल्थ से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए आस-पास रहने वाले लोगों को कुछ समय के लिए बाहर शिफ्ट हो जाना चाहिए. वायु प्रदूषण से बचने के लिए यह सबसे बड़ा तरीका है. दूसरा, वापस तभी आना चाहिए जब वायु प्रदूषण के लेवल में सुधार हो जाए. अगर वापस आ भी जाते हैं तो कुछ समय के लिए मॉर्निंग वॉक करने या व्यायाम करने से बचना चाहिए. घर के अंदर रहने पर भी एय़र क्वालिटी को सुधारने के लिए एय़र प्यूरिफायर फिल्टर लगाना चाहिए. बाहर जाने पर मास्क का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए.’ ट्विन टावर गिरने के बाद आपको क्या सावधानी बरतनी है डॉ गुप्ता आगे कहते हैं, ‘कुछ दिनों तक लोगों को अपने स्कीन और आंखों को भी विशेष ख्याल रखना चाहिए. आंखों में जलन या स्कीन से संबंधित कोई दिक्कत आती है तो तुरंत ही संबंधित विभाग के डॉक्टरों से दिखानी चाहिए. खासकर लोगों को सांस अगर फूल रही हो या छाती में दर्द हो रहा हो तो तुरंत ही अस्पताल जाना चाहिए. इसके साथ ही ब्लड प्रेसर और सुगर का लेवल बढ़ गया तो तुरंत ही अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए. आपको न्यूरो से सबंधित बीमारी जैसे स्ट्रेस बढ़ गए हैं या चिड़चिड़ापन आ गया है तो तुरंत ही अस्पताल जाना चाहिए. खासकर बीमार व्यक्ति जैसे कार्डिक, न्यूरोलॉजिकल टाइप के मरीजों के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं और बच्चों में किसी तरह के चेंजेज आने पर डॉक्टरों को जरूर बताना चाहिए. हमलोग इस तरह के 10-15 मरीजों को ट्विन टावर ध्वस्त होने से पहले अस्पताल में भर्ती कर रहे हैं.’ सुप्रीम कोर्ट के कड़े रुख के बाद आखिरकार इसे ध्वस्त करने का प्लान तैयार किया गया है. (प्रतीकात्मक तस्वीर: shutterstock) ये भी पढ़ें: Delhi News: दिल्ली में सफर होगा और आसान, केजरीवाल सरकार 120 रूटों पर 2000 मिनी बसें चलाएगी कुलमिलाकर सुप्रीम कोर्ट के कड़े रुख के बाद आखिरकार इसे ध्वस्त करने का प्लान तैयार किया गया है. टावर को गिराने के लिए विदेशी कंपनियों के साथ-साथ कई विभागों के एक्सपर्ट्स की भी राय ली गई है. प्रशासन के द्वारा ट्विन टावर में विस्फोट से खतरा की संभावना को देखते हुए आस-पास की सोसाइटीज के लोगों को सुरक्षित रखने की तैयारी पूरी कर ली गई है. ट्विन टावर में विस्फोटक करने से पहले पड़ोस के एमराल्ड और एटीएस टावर को खाली कराने के काम शुक्रवार तक पूरा कर लिया जाएगा. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Doctors, Health News, Noida news, Supertech twin tower, Supertech Twin Tower caseFIRST PUBLISHED : August 24, 2022, 16:03 IST