शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान का केजरीवाल पर बड़ा हमला बोले- बयान बहादुर स्कूल की तुलना कबाड़खाने से करते हैं
शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान का केजरीवाल पर बड़ा हमला बोले- बयान बहादुर स्कूल की तुलना कबाड़खाने से करते हैं
Delhi News: शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का बिना नाम लेते हुए कहा कि कुछ लोग काम करते है और कुछ लोग बयान देते है. बयानबहादुर जी की चिट्ठी हमने देखी है. बयानबहादुर स्कूल की कबाड़खाने से तुलना करते है ये सुनकर दुख होता है. केन्द्रीय शिक्षा मंत्री बोले, टीचर्स अपने घर से ज्यादा स्कूल को सही से रखते हैं.
हाइलाइट्सआरटीआई से यह खुलासा हुआ कि सिर्फ 63 स्कूल खोले गए हैं, जबकि 500 मॉडल स्कूल खोले जाने की घोषणा की थी. केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि देश में 80 फीसदी से ज्यादा सरकारी स्कूल कबाड़खानों से भी बदतर हैं.
केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने बुधवार को दिल्ली सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि दिल्ली के स्कूलों का असेसमेंट राष्ट्रीय औसत से कम है. जब से सत्ता में आए हैं तब से सरकारी स्कूल में स्टूडेंट्स के एनरोलमेंट की संख्या घटी है. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने सत्ता में आने से पहले घोषणा की थी कि 500 मॉडल स्कूल खोले जाएंगे, लेकिन आरटीआई से यह खुलासा हुआ कि सिर्फ 63 स्कूल खोले गए हैं और यह डाटा सरकारी वेबसाइट पर भी उपलब्ध है.
नेशनल एसेसमेंट सर्वे स्कूलों को लेकर केन्द्र सरकार की ओर से राज्य सरकार की सहमति से सर्वे किया गया तो पाया गया कि दिल्ली के स्कूलों का असेसमेंट राष्ट्रीय औसत से कम है. 2020 में दिल्ली सरकार की डार्क प्रैक्टिस से एक भी शिक्षक या प्रिंसिपल की नियुक्ति नहीं किया गया है. दिल्ली के पास सरप्लस पर्याप्त हैं. उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का बिना नाम लेते हुए कहा कि कुछ लोग काम करते है और कुछ लोग बयान देते है. बयानबहादुर जी की चिट्ठी हमने देखी है. बयानबहादुर स्कूल की कबाड़खाने से तुलना करते है ये सुनकर दुख होता है. केन्द्रीय शिक्षा मंत्री बोले, टीचर्स अपने घर से ज्यादा स्कूल को सही से रखते हैं.
आपको बताा दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि देश में 80 फीसदी से ज्यादा सरकारी स्कूल कबाड़खानों से भी बदतर हैं. इससे पहले केजरीवाल ने मंगलवार को कहा था कि 14,500 स्कूलों को आधुनिक करने का प्रधानमंत्री का फैसला ‘समंदर में एक बूंद’ के बराबर है. केजरीवाल ने देश के सभी 10 लाख सरकारी स्कूलों के उन्नयन की योजना लाने के लिए फिर से जोर दिया.
केजरीवाल ने हिंदी में लिखे पत्र में कहा कि देशभर में रोज़ 27 करोड़ बच्चे स्कूल जाते हैं. इनमें से लगभग 18 करोड़ बच्चे सरकारी स्कूलों में जाते हैं. 80 प्रतिशत से ज्यादा सरकारी स्कूलों की हालत किसी कबाड़खाने से भी ज्यादा खराब है. अगर करोड़ों बच्चों को हम ऐसी शिक्षा दे रहे हैं तो सोचिए भारत कैसे विकसित देश बनेगा?
मुख्यमंत्री कहा कि उन्होंने (मोदी ने) 14,500 स्कूलों को अपग्रेड करने का एलान किया, बहुत अच्छा, लेकिन देश में 10 लाख सरकारी स्कूल हैं. इस तरह तो सारे स्कूल ठीक करने में सौ साल से ज़्यादा लग जाएंगे. आपसे अनुरोध है कि सभी दस लाख स्कूलों को एक साथ ठीक करने की योजना बनायी जाए. सोमवार को, प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की कि देश भर के 14,500 स्कूलों को ‘पीएम-श्री योजना’ के तहत विकसित और उन्नत बनाया जाएगा.
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Tags: Arvind kejriwal, Delhi news, Dharmendra PradhanFIRST PUBLISHED : September 07, 2022, 16:49 IST