दिल्‍ली मेट्रो ने लांच किया यो प्रोग्राम यात्रियों को मिलेगा लास्‍ट माइल कनेक्टिविटी का तोहफा

डीएमआरसी ने बताया कि स्‍टैंप दिल्ली इस प्रोग्राम का सातवां संस्करण है, भारत के विभिन्न शहरों को उच्च गुणवत्ता की लास्ट माईल कनेक्टिविटी सुविधाजनक बनाने के लिए इसकी शुरूआत दिसम्बर 2016 में टीएमएफ और डब्ल्यूआरआई इंडिया द्वारा की गई. सार्वजनिक परिवहन, मल्टीमॉडल गतिशीलता, डेटा-उन्मुख नियोजन एवं कार्बन-कम करने वाली तकनीकों को बढ़ावा देना इसका मुख्य उद्देश्य है

दिल्‍ली मेट्रो ने लांच किया यो प्रोग्राम यात्रियों को मिलेगा लास्‍ट माइल कनेक्टिविटी का तोहफा
नई दिल्‍ली. दिल्ली एनसीटी सरकार के परिवहन विभाग और दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने मेट्रो के मल्टीमॉडल इंटेग्रेशन में सुधार लाने के लिए टोयोटा मोबिलिटी फाउन्डेशन (टीएमएफ) और विश्व संसाधन संस्थान भारत (डब्ल्यूआरआई इंडिया) के सहयोग से स्टेशन एक्सेस एवं मोबिलिटी प्रोग्राम (STAMP) के दिल्ली संस्करण को आज लॉन्च किया है. इससे मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों को फायदा होगा. परिवहन विभाग जीएनसीटीडी के मुख्य सचिव एवं आयुक्त आशीष कुमार ने कहा, ‘दिल्ली के विकास के साथ प्रभावी मास ट्रांज़िट की मांग भी लगातार बढ़ रही है, जिसके चलते आधुनिक तकनीकों की आवश्यकता बढ़ी है. शहर में भावी परिवहन को सक्षम बनाने के लिए इंटेग्रेटेड मोबिलिटी-ऐज-अ-सर्विस समाधान विकसित करना अनिवार्य है. इसके लिए विभिन्न हितधारकों को सक्रिय दृष्टिकोण अपनाना होगा. डीएमआरसी और टीएमएफ तथा डब्ल्यूआरआई इंडिया के STAMP के साथ हमारी साझेदारी इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम है जो दिल्ली को पर्यावरण के अनुकूल, प्रत्यास्थ एवं मल्टी-मॉडल परिवहन सेवाएं उपलब्ध कराएगी.’ दिल्ली मेट्रो भारत में सबसे मजबूती से स्थापित मास ट्रांज़िट नेटवर्क्स में से एक है और नियमित रूप से देश में मेट्रो कनेक्टिविटी के लिए गोल्ड स्टैण्डर्ड से युक्त रहा है. एक परिपक्व मेट्रो नेटवर्क के रूप में यह टिकट प्रणाली से लेकर लास्ट माईल कनेक्टिविटी तक उपभोक्ताओं को बेजोड़ गुणवत्ता की सेवाओं का अनुभव प्रदान करने और अपने सचांलन में दक्षता लाने के लिए प्रयासरत रहा है. ऐसे में दिल्ली मेट्रो का यह दृष्टिकोण STAMP के उद्देश्यों के अनुरूप है. वहीं डीएमआरसी के प्रबंधन निदेशक विकास कुमार ने कहा, ‘STAMP के साथ साझेदारी और मेट्रो के साथ कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए निवेश करते हुए हमें बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है. STAMP चैलेंज के माध्यम से डीएमआरसी यात्रियों एवं हमारे लास्ट-माईल पार्टनर्स के लिए परिवहन के स्मार्ट और सुरक्षित साधनों का निर्माण कर रहा है. देश भर में STAMP के कार्यों से दिल्ली मेट्रो के साथ कनेक्टिविटी में सुधार आएगा. आने वाले समय में भी हम शहर में परिवहन को सुगम बनाने के प्रयास जारी रखेंगे.’ STAMP दिल्ली तीन मुख्य क्षेत्रों में काम करेगा. पहला यह मोबिलिटी-ऐज़-अ-सर्विस प्लेटफॉर्म का निर्माण करेगा जिससे यात्री विभिन्न ट्रांज़िट मोड्स में एक ही इंटरफेस पर अपनी सार्वजनिक परिवहन की यात्रा की योजना बना सकेंगे. दूसरा, यह प्लेटफॉर्म मौजूदा लास्ट-माईल सेवाओं जैसे शेयर्ड मोबिलिटी, ऑटो, ई-रिक्शॉ का लाभ उठाने के लिए काम करेगा जिससे यात्रियों को अधिक प्रभावी ऑन-डिमांड सेवाओं से लाभान्वित किया जा सकेगा. यह इंटरफेस वंचित क्षेत्रों के ड्राइवरों को ज़रूरी जानकारी प्रदान करेगा, उन्हें मांग बढ़ने की जानकारी देगा, ताकि वे यात्रियों को बेहतर लास्ट-माईल सेवाएं प्रदान कर सकें. बता दें कि स्‍टैंप दिल्ली इस प्रोग्राम का सातवां संस्करण है, भारत के विभिन्न शहरों को उच्च गुणवत्ता की लास्ट माईल कनेक्टिविटी सुविधाजनक बनाने के लिए इसकी शुरूआत दिसम्बर 2016 में टीएमएफ और डब्ल्यूआरआई इंडिया द्वारा की गई. सार्वजनिक परिवहन, मल्टीमॉडल गतिशीलता, डेटा-उन्मुख नियोजन एवं कार्बन-कम करने वाली तकनीकों को बढ़ावा देना इसका मुख्य उद्देश्य है. इस प्रोग्राम में चैलेंज फ्रेमवर्क का उपयोग किया जाता है जो परिवहन की सुलभता में सुधार लाने के लिए आधुनिक और स्थायी बिज़नेस मॉडल्स को पहचानता है. STAMP दिल्ली शहर को स्वच्छ, डिजिटल एवं इंटरकनेक्टेड परिवहन उपलब्ध कराने के प्रयासों के तहत डेटा-इनेबल्ड समाधानों एवं रणनीतियों पर काम कर रहा है. राजधानी की सड़कों पर मास ट्रांज़िट को सुगम बनाना और दिल्ली मेट्रो के यात्रियों को सहज सेवाएं प्रदान करना इसका मुख्य उद्देश्य है. यह समाधान यात्रियों से लेकर लास्ट माईल ऑपरेटरों और ट्रांज़िट एजेन्सियों तक सभी हितधारकों को लाभान्वित करेगा. STAMP खासतौर पर उन क्षेत्रों में मेट्रो कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए लास्ट माईल ऑपरेटर्स के साथ साझेदारी करेगा, जहां ई-रिक्शॉ और शेयर्ड ट्रांसपोर्ट की सुविधाएं सीमित हैं. प्रास गणेश, एक्ज़क्टिव प्रोग्राम डायरेक्टर, एशिया क्षेत्र, टोयोटा मोबिलिटी फाउन्डेशन ने कहा, ‘जब 2016 में हमने STAMP की शुरूआत की, हम भीड़भाड़ वाले इलाकों में बेहतर मल्टीमॉडल मोबिलिटी को सुनिश्चित करना चाहते थे. अब 6 शहरों में इस प्रक्रिया को पूरा करने के बाद हमारे पास आधुनिक लास्ट-माईल कनेक्टिविटी समाधानों के लिए प्रमाणित तकनीक है, जो भारत सरकार के मास रैपिड ट्रांज़िट दृष्टिकोण के अनुरूप यात्रियों को परिवहन का इंटीग्रेटेड एवं सहज अनुभव प्रदान करती है. STAMP ने सहयोगात्मक दृष्टिकोण के ज़रिए हर शहर में मोबिलिटी को समझने का प्रयास किया है, ताकि मेट्रो के साथ हरित लास्ट-माईल कनेक्टिविटी को सुनिश्चित किया जा सके. स्‍टेंप दिल्ली इसी दिशा में हमारा एक और प्रयास है जो आधुनिक तकनीकों एवं आपसी सहयोग से मास ट्रांज़िट को और अधिक सशक्त बनाएगा.’ वहीं माधव पाई, एक्ज़क्टिव डायरेक्टर, डब्ल्यूआरआई इंडिया रॉस सेंटर ने कहा, ‘भारतीय शहर मेट्रो रेल में ज़्यादा निवेश कर रहे हैं, उन्हें आधुनिक उद्यमों के लिए सशक्त वातावरण के निर्माण में भी निवेश करना होगा जो यात्रियों के लिए लास्ट माईल यात्रा को सहज एवं किफ़ायती बना सकें.’ ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Delhi Metro, Delhi Metro News, Delhi Metro operationsFIRST PUBLISHED : September 01, 2022, 19:44 IST