राजस्‍थान: स्‍टांप पेपर पर लड़कियों की नीलामी का मामला NCW के बाद अब दिल्‍ली महिला आयोग ने लिया संज्ञान

स्वाति मालीवाल ने अपने पत्र में इस मामले को भयावह बताया है और इन आपराधिक गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की सिफारिश की है. उन्होंने उन लोक सेवकों या अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की भी सिफारिश की है, जिन्होंने ऐसे अपराधियों को समृद्ध होने दिया और राज्य की महिलाओं और लड़कियों की रक्षा के लिए अपने कर्तव्य को निभाने में विफल रहे.

राजस्‍थान: स्‍टांप पेपर पर लड़कियों की नीलामी का मामला NCW के बाद अब दिल्‍ली महिला आयोग ने लिया संज्ञान
नई दिल्‍ली. राजस्थान में नाबालिग लड़कियों को बेचे जाने के मामले पर संज्ञान लिया है. दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर राजस्थान में नाबालिग लड़कियों की नीलामी की रिपोर्ट पर कार्रवाई की मांग की है. आयोग ने एक मीडिया रिपोर्ट जिसका शीर्षक था, ‘राजस्थान: स्टाम्प पेपर पर बेची जाती हैं लड़कियां, नहीं बेचने पर मां से दुष्कर्म’ का संज्ञान लिया है. आयोग ने लिखा कि अखबार में खबर है कि प्रदेश के आधा दर्जन से अधिक जिलों में 8 साल से कम उम्र तक की लड़कियों की स्टांप पेपर पर खुलेआम नीलामी की जा रही है. रिपोर्ट में कहा गया है कि जब भी दो पक्षों के बीच विशेष रूप से वित्तीय लेनदेन और ऋण को लेकर कोई विवाद होता है तो लोग मामले को निपटाने के लिए जाति आधारित पंचायतों से संपर्क करते हैं. ये पंचायतें वित्तीय विवादों का निपटारा करती हैं और ऋणदाता परिवारों से संबंधित युवा लड़कियों की नीलामी करके धन की वसूली करती हैं. इसके बाद लड़कियों को उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, मुंबई, दिल्ली और यहां तक ​​कि विदेशों में भेज दिया जाता है और उन्हें शारीरिक शोषण, प्रताड़ना और यौन उत्पीड़न का शिकार बनाया जाता है. अगर परिवार अपनी लड़कियों को बेचने से इनकार करते हैं तो स्थानीय जाति पंचायतों के फरमान पर उनकी माताओं के साथ बलात्कार किया जाता है! रिपोर्ट में कुछ ऐसे मामलों का जिक्र किया गया है, जिनमें लड़कियों ने अपनी आपबीती सुनाई है. एक मामले में एक लड़की ने बताया कि उसके पिता ने 15 लाख रुपये का कर्ज लिया था. आखिरकार जब वह कर्ज का भुगतान करने में असमर्थ रहा, तो उसे अपनी बहन, फिर अपनी तीन बेटियों और बाद में परिवार की एक 12 वर्षीय लड़की को बेचने के लिए मजबूर किया गया, जिसे 8 लाख रुपये में बेचा गया था. लड़की ने बताया कि खरीदार उसे मध्य प्रदेश ले गया. उसने आगे बताया कि उसके पिता का कर्ज अभी भी पूरी तरह से नहीं चुकाया गया है. एक अन्य मामले में एक लड़की ने बताया कि उसके पिता ने उसकी मां और दादी के इलाज के लिए कर्ज लिया था और जब वह कर्ज नहीं लौटा सका तो उसे 12 साल की उम्र में बेचने के लिए मजबूर किया गया. उसने कहा कि उसे जयपुर और आगरा ले जाया गया और तीन बार उसे अन्य खरीदारों को बेच दिया गया. उसने बताया कि वह चार बार गर्भवती हुई, लेकिन हर बार उसका गर्भपात करवा दिया गया. तीसरे मामले में एक लड़की ने कहा है कि 21 साल की उम्र में उसकी नीलामी की गई थी. उसने बताया कि उसने कई बार भागने की कोशिश की लेकिन हर बार उसे पकड़कर सामूहिक दुष्कर्म किया गया. स्वाति मालीवाल ने अपने पत्र में इस मामले को भयावह बताया है और इन आपराधिक गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की सिफारिश की है. उन्होंने उन लोक सेवकों या अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की भी सिफारिश की है, जिन्होंने ऐसे अपराधियों को समृद्ध होने दिया और राज्य की महिलाओं और लड़कियों की रक्षा के लिए अपने कर्तव्य को निभाने में विफल रहे. इसके अलावा, उन्होंने सुझाव दिया है कि यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए कि इस तरह की घटनाएं अब राज्य में न हों और अतीत में बेची गई लड़कियों को तुरंत ढूंढ़ा जाना चाहिए और उनके बचाव और पुनर्वास के लिए सरकार द्वारा कदम उठाए जाने चाहिए. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी| Tags: Delhi Commission for Women, Gang Rape, GirlFIRST PUBLISHED : October 28, 2022, 19:30 IST