बुल बंगश में 1984 दंगों के दौरान उस दिन क्या हुआ था जिसमें बुरे फंसे टाइटलर
बुल बंगश में 1984 दंगों के दौरान उस दिन क्या हुआ था जिसमें बुरे फंसे टाइटलर
Pul Bangash Anti Sikh Riots: सिख विरोधी दंगों के दौरान साल 1984 में पुल बंगश इलाके में तीन लोगों की हत्या कर दी गई थी. जगदीश टाइटल इस मामले में मुख्य आरोपी हैं. राउज एवेन्यू कोर्ट अब इस मामले में कांग्रेस नेता के खिलाफ ट्रायल शुरू करने जा रही है.
हाइलाइट्स जगदीश टाइटल पर है दंगा भड़काने का आरोप. पुल बंगश में तीन सिखों की हत्या कर दी गई थी. राउज एवेन्यू कोर्ट में इस केस का ट्रायल शुरू होगा.
नई दिल्ली. 1984 सिख दंगा मामले में शुक्रवार को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में एक बड़ा अहम डेवलपमेंट सामने आया. कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर ने अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों से जज के सामने इनकार कर दिया. जगदीश टाइटलर ने कहा कि वो इस मामले में ट्रायल का सामना करेंगे. जिसके बाद राउज एवेन्यू कोर्ट ने मामले को सुनवाई और साक्ष्यों की रिकॉर्डिंग के लिए सूचीबद्ध कर दिया. पेश मामले में चार्जशीट पर संज्ञान लेने के बाद कोर्ट ने 30 अगस्त को टाइटलर के खिलाफ आरोप तय किए थे.
आइये हम आपको बताते हैं कि साल 1984 में हुए सिख दंगों के दौरान पुलबंगश पर ऐसा क्या हुआ था, जिसके चलते जगदीश टाइटलर खुद कांग्रेस के लिए ही दशकों से सिरदर्द बने हुए हैं. पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की गोलियों से भूनकर उन्हें के सरकारी आवास में हत्या कर दी गई थी. एक सिख सुरक्षाकर्मी ने इस वारदात को अमृतसर में ऑपरेशन ब्लू स्टार का बदला लेने के लिए अंजाम दिया था. जिसके बाद दिल्ली में सिख विरोधी दंगे भड़क गए थे. आरोप है कि कांग्रेस नेता इन दंगों के सूत्रधार में से एक थे.
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पुल बंगश में ऐसा क्या हुआ था?
सिख विरोधी दंगों के बीच यह मामला 1 नवंबर 1984 को गुरुद्वारा पुल बंगश के पास तीन सिखों की हत्या से जुड़ा हुआ है. पिछले साल मई में दाखिल अपने आरोपपत्र में सीबीआई ने टाइटलर पर बारा हिंदू राव के आजाद मार्केट में पुल बंगश गुरुद्वारा के पास इकट्ठी भीड़ को उकसाने और उन्हें भड़काने का आरोप लगाया था. एक गवाह ने आरोपपत्र में कहा कि टाइटलर 1 नवंबर, 1984 को गुरुद्वारा पुल बंगश के सामने एक सफेद एंबेसडर कार से उतरे और भीड़ से कहने लगे कि “सिखों को मार डालो, उन्होंने हमारी मां को मार डाला है”.
गुरुद्वारे को आग लगाई, दुकानों को जला डाला
आरोप है कि जगदीश टाइटल द्वारा की गई इस वारदात के बाद भीड़ एकाएक हिंसक हो गई और उन्होंने वहां तीन सिखों को मौत के घाट उतार दिया. इस भीड़ ने गुरुद्वारे को आग के हवाले कर दिया. वो इतने पर ही नहीं रुकी. हिंसक भीड़ ने आसपास के इलाकों में मौजूद दुकानों को आग के वाले कर दिया था. पेश मामले में सीबीआई दो बार अदालत में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर चुकी है. हालांकि हर बार कोर्ट ने इसे स्वीकार करने से मना कर दिया था.
Tags: Delhi news, Delhi riots, Sikh CommunityFIRST PUBLISHED : September 14, 2024, 07:51 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed