मोटे अनाजों की खेती के लिए किसान इस तरह तैयार करें खेत अच्छी होगी पैदावार
मोटे अनाजों की खेती के लिए किसान इस तरह तैयार करें खेत अच्छी होगी पैदावार
हम बात कर रहे हैं चित्रकूट के पाठा क्षेत्र की, जहां पानी की समस्या होने के चलते यहां के किसान खेती से दूर भागते हैं और खेती के इतर कुछ और कार्य करने में लग जाते हैं. यहां के किसानों का मानना है कि यहां की जमीन पथरीली और पानी कम होने के कारण खेती-किसानी अच्छे से नहीं हो पाती है, जिससे हम लोगों को खेती में काफी नुकसान हो जाता है.
विकाश कुमार/ चित्रकूट. खरीफ के मौसम में जून-जुलाई का महीना मोटे अनाज की बुवाई के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है और मोटे अनाजों में अहम स्थान रखने वाले बाजरा, ज्वार, मड़ुआ, कंगनी, कोदो, आदि की बुआई का यह सही वक्त है. इसकी बुवाई जून के अंत और जुलाई के शुरुआत में होती है. मोटे अनाज यानी श्री अन्न फाइबर, प्रोटीन, विटामिन और खनिजों से भरपूर होते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि चित्रकूट पाठा क्षेत्र के किसान कम पानी में कैसे अच्छी खेती कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.
हम बात कर रहे हैं चित्रकूट के पाठा क्षेत्र की, जहां पानी की समस्या होने के चलते यहां के किसान खेती से दूर भागते हैं और खेती के इतर कुछ और कार्य करने में लग जाते हैं. यहां के किसानों का मानना है कि यहां की जमीन पथरीली और पानी कम होने के कारण खेती-किसानी अच्छे से नहीं हो पाती है, जिससे हम लोगों को खेती में काफी नुकसान हो जाता है. अगर आप भी इन अनाजों की खेती करने के बारे में सोच रहे हैं, तो आप एक्सपर्ट द्वारा बताई गई बातों के अनुसार खेती कर सकते हैं.
कृषि उप-निदेशक ने दी जानकारी
चित्रकूट के कृषि उप-निदेशक राजकुमार ने लोकल 18 को बताया कि खरीफ की फसलों को बोने का समय आ गया है. पाठा क्षेत्र के किसान इस समय बाजरा, ज्वार, मड़ुआ, कंगनी, कोदो आदि अनाजों की खेती कर सकते हैं. चित्रकूट पाठा क्षेत्र में पानी की बहुत कमी है. अगर किसान इन अनाजों की खेती करना चाहते हैं, तो वे सबसे पहले अभी गर्मी के समय ही खेतों की जोताई कर दें. इसके बाद जैसे ही पानी गिरता है, जमीन में कुछ नमी आती है. उसके बाद खेतों की दो बार जोताई करके इसके बीज लगा सकते हैं. ऐसा करने से उनकी फसलें भी अच्छी होंगी और उनको अच्छा मुनाफा भी होगा.
Tags: Chitrakoot News, Indian Farmers, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : June 21, 2024, 13:39 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed