लहसुन है या बम! चीन में होता है तैयार लेकिन भारत में बैन दी जा रही चेतावनी
लहसुन है या बम! चीन में होता है तैयार लेकिन भारत में बैन दी जा रही चेतावनी
Chinese garlic: चीनी लहसुन सस्ता और आकर्षक होने के बावजूद, स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा है. इससे कैंसर जैसी बीमारी हो सकती है. भारत में इसे 10 साल पहले ही बैन कर दिया गया था.
Chinese Lehsun: चीनी लहसुन भारतीय बाजारों में सस्ते दाम पर बिक रहा है, जिससे यह आम लोगों को आकर्षित कर रहा है. इस लहसुन की कीमत महज 300 से 350 रुपये प्रति किलो है, जबकि घरेलू लहसुन 400 से 500 रुपये प्रति किलो में बिक रहा है. सस्ता होने की वजह से कई लोग इसे खरीदने और इस्तेमाल करने से हिचकिचा नहीं रहे हैं. हालांकि, यह लहसुन स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है.
बड़े बाजारों में खुलेआम बिक्री
कोलकाता के प्रमुख बाजारों जैसे लेक मार्केट, कोले मार्केट, मानिकतला और बड़ाबाजार में चीनी लहसुन खुलेआम बिक रहा है. यह लहसुन देखने में आकर्षक, सफेद और बड़े आकार का होता है. लेकिन, इसके नुकसान को समझे बिना लोग इसे खरीद रहे हैं. टास्क फोर्स ने इन बाजारों में छापेमारी की और कुछ चीनी लहसुन को जब्त भी किया. इसके बावजूद, इन बाजारों में इसकी बिक्री पूरी तरह बंद नहीं हो सकी है.
स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा
चीनी लहसुन का सेवन शरीर के लिए बेहद नुकसानदायक हो सकता है. टास्क फोर्स के सदस्य रवीन्द्रनाथ कोले के मुताबिक, यह लहसुन देखने में तो खूबसूरत लगता है, लेकिन इसके सेवन से कैंसर जैसी घातक बीमारियां हो सकती हैं. उन्होंने कहा, “यह लहसुन न केवल शरीर को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि यह भारतीय खाद्य सुरक्षा मानकों के खिलाफ है. इसे बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.”
प्रतिबंध और सख्त नियमों की जरूरत
करीब 10 साल पहले चीनी लहसुन को भारतीय बाजारों में प्रतिबंधित कर दिया गया था. लेकिन, इसके बावजूद यह कई रास्तों से भारत में प्रवेश कर रहा है. टास्क फोर्स के अनुसार, इस पर और सख्ती की जरूरत है. रवीन्द्रनाथ कोले ने कहा, “हमने चेतावनी दी है कि इस लहसुन को बेचना या खरीदना अपराध है. विदेशी लहसुन के आयात पर रोक लगाने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे.”
जनता से अपील
सरकार और टास्क फोर्स की ओर से जनता से अपील की गई है कि वे चीनी लहसुन को खरीदने से बचें और इसकी पहचान के बारे में जागरूक हों. रवीन्द्रनाथ कोले ने कहा, “यह लहसुन सफेद, बड़ा और देखने में सुंदर होता है, लेकिन यह प्रतिबंधित है. हमें स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देना चाहिए और स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए.”
Tags: Ajab Gajab, Local18, Special ProjectFIRST PUBLISHED : November 21, 2024, 11:57 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed