कौन है ओडिशा का पुष्पाराज कानपुर भेजा चंदन की लकड़ी पुलिस का ठनका माथा

कानपुर में पुष्पाराज की तरह चंदन की तस्करी का मामला सामने आया है. पुलिस ने ऑनलाइन कंपनी के जरिए ओडिशा से चंदन की हो रही तस्करी का भंडाफोड़ किया है. कानपुर पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है.

कौन है ओडिशा का पुष्पाराज कानपुर भेजा चंदन की लकड़ी पुलिस का ठनका माथा
नई दिल्ली. पुष्पा-2 फिल्म सिनेमाघरों में तहलका मचा रही है. भारतीय अभिनेता अल्लू अर्जुन और रश्मिका मंदाना की फिल्म की खूब चर्चा हो रही है. ये फिल्म चंदन के तस्करी पर आधारित है कि कैसे अल्लू अर्जुन का किरदार पुलिस के नाक के नीचे से चंदन की लकड़ी का तस्करी करता है. ठीक फिल्म के तर्ज पर ही रियल में चंदन की तस्करी पुलिस के नाक के नीचे से हो रही थी. तस्करों ने चंदन की तस्करी के गजब का दिमाग लगाया. उन्होंने ओडिशा से ऑनलाइन कंपनी के जरिए चंदन की तस्करी की कोशिश की. हालांकि, डिलिवरी ब्यॉय को शक हुआ तो उसने पुलिस संपर्क किया तब जाकर पता चला कि चंदन की तस्करी हो रही है. दरअसल, तस्करों की क्रॉकरी का बिल बनाकर उड़ीसा से उत्तर प्रदेश के कानपुर में चंदन की लकड़ी भेजने की योजना थी. हालांकि, एक गलती की वजह से पोल खुल गया. डिलिवरी कंपनी के दौरान ऑर्डर देने वाले कर्मचारी को पैकिंग खुला मिला. उसे शक हुआ कि कुछ अवैध समान तो नहीं है ना? उसने तुरंत पैकेट के अंदर झांक कर देखा तो वह हैरानी की सीमा नहीं रही. कुरियर के अंदर 170 किलो चंदन की लकड़ी थी. डिलेवरी ब्यॉय ने तुरंत अपने कंपनी को खबर दी. उसके बाद पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस ने बताया कि इसकी कीमत 50 लाख के आसपास है. पुलिस ने चंदन की लकड़ी की तस्करी करने वालों के खिलाफ वन अधिनियम उल्लंघन के तहत पनकी थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया है. पूरा मामला समझते हैं दरअसल, कानपुर के इंडस्ट्रियल एरिया पनकी थाना में न्यू ट्रांस्पोर्ट नगर में चंदन की अवैध तस्करी का मामला पहुंचा है. ओडिशा से एक ट्रांस्पोर्ट कंपनी के जरिए कानपुर के बाबूपुरवा में ये डिलिवरी होने वाली थी. डिलिवरी करने वाली कंपनी का नाम डेल्हीवरी है. कंपनी के अधिकारी राहुल शुक्ला ने बताया कि एक कंपनी का क्रॉप कप्स की बगही में के बाबूपुरवा ट्रांस्पोर्ट नगर में डिलिवरी का ऑर्डर था. कैसे पकड़ा अधिकारी ने बताया कि माल उतारने के दौरान पैकेट फट गई. पैकेट के अंदर से चंदन की खूशबू आने लगी. सात बंडलों में चंदन की लकड़ी मिली. इसके बाद सिक्योरिटी ने पनकी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई. थाने के इंस्पेटक्टर मानवेंद्र सिंह ने तुरंत मामला दर्ज कर लिया. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश ट्रांजिट टिंबर एंड अदर फॉरेस्ट प्रोड्यूस रुल्स 1978 की धारा 3 और 28 के तहत बिना लाइसेंस के अवैध तरीके से चंदन की लकड़ी के व्यापार करने का रिपोर्ट दर्ज किया गया. Tags: Kanpur news, Odisha news, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : December 15, 2024, 12:45 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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