क्‍या कैप्‍टन अंशुमन की मां को कुछ नहीं मिला सेना ने दी एक-एक पैसे की डिटेल

Captain Anshuman Singh News: कैप्‍टन अंशुमन सिंह की शहादत के बाद इस वक्‍त उनके परिवार का झगड़ा देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. उनके माता-पिता का आरोप है कि बहू स्‍मृति सिंह कीर्ति चक्र और सेना की तरफ से मिली पूरी रकम साथ ले गई. इसपर अब सेना के सूत्रों की तरफ से सफाई दी गई.

क्‍या कैप्‍टन अंशुमन की मां को कुछ नहीं मिला सेना ने दी एक-एक पैसे की डिटेल
हाइलाइट्स शहीद कैप्‍टन अंशुमन सिंह को मरणोपरांत कीर्ति चक्र दिया गया. अंशुमन की मां ने बहू पर अवॉर्ड और आर्मी से मिली रकम ले जाने का आरोप लगाया. आर्मी सूत्रों की तरफ से रुपयों के बंटवारे पर सफाई दी गई है. नई दिल्‍ली. सियाचिन की सर्द हवाओं के बीच अपने साथियों को बचाने के प्रयास में जान गंवाने वाले कैप्‍टन अंशुमन सिंह को हाल ही में राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मरणोपरांत कीर्ति चक्र प्रदान किया. अंशुमन की वाइफ स्‍मति सिंह और मां कीर्ति चक्र लेने के लिए राष्‍ट्रपति भवन पहुंची थी. अब अंशुमन के माता-पिता द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि बहू कीर्ति चक्र और सेना की तरफ से दिया गया सारा पैसा लेकर अपने मायके चली गई है. उन्‍हें कुछ भी नहीं मिला. इन आरोपों में कितनी सच्‍चई है, इस बात की जानकारी सेना के सूत्रों की तरफ से दी गई. सेना के सूत्रों का कहना है कि कैप्टन अंशुमन के परिजनों को नीयम के हिसाब से फंड दिया गया है. आर्मी ग्रुप इंश्योरेंस फंड (AFIF) के तहत 1 करोड की राशि अंशुमन के माता-पिता और बहू के बीच बराबर बांटा गया है. दोनों को 50-50 लाख रुपये की रकम दी गई है. इसके अलावा राज्य सरकार की तरफ से भी अंशुमन के परिवार को 50 लाख रुपये की रकम दी गई है. इसमें से 15 लाख रुपये माता-पिता और 35 लाख रुपये पत्नी को दिया गया. यह भी पढ़ें:- आपने LG को क्‍यों नहीं बताया ऐसा नहीं कर सकते… सुप्रीम कोर्ट ने दिल्‍ली सरकार को जमकर झाड़, क्‍या है मामला? पत्‍नी और माता-पिता को कुल कितना पैसा मिला? सरल शब्‍दों में समझें तो शहीद कैप्‍टन अंशुमन सिंह की वाइफ को अबतक 85 लाख रुपये की रकम मिल चुकी है. वहीं, उसके माता-पिता को कुल 65 लाख रुपये बेटे की शहादत पर केंद्र और राज्‍य सरकार द्वारा मिलाकर दिए गए हैं. आर्मी सूत्रों का कहना है कि अभी पत्नी को ऑर्डेनरी पेंशन मिलना शुरू हो गया और बैटल  कैजुअल्टी के लिए पहले कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी होती है और फिर पूरी जांच के बाद वो लिब्रेलाइज पैशन (पूरी लास्ट ड्रान सैलेरी ) मिलना शुरू होगी. बताया गया कि डिफेंस सर्विस ऑफिसर प्रोविडेंट फंड (DSOPF) का पैसा जो सैनिक जमा करता है वो पत्नी को मिल गया. Tags: Defense Ministry, Hindi news, Indian Army newsFIRST PUBLISHED : July 12, 2024, 19:13 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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