DU के इस कॉलेज से की पढ़ाई UPSC में हासिल की चौथी रैंक

UPSC IAS Story: अगर सफलता पानी हो, तो निरंतरता और दृढ़ता के साथ आगे बढ़ना होता है. तभी सफलता हाथ लगती हो. ऐसी ही एक लड़की ने अपने सपनों के पीछे लगातार लगी रही और आखिरकार सफल हुई. उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा को क्रैक करके चौथी रैंक हासिल की.

DU के इस कॉलेज से की पढ़ाई UPSC में हासिल की चौथी रैंक
कहा जाता है कि अगर किसी भी फील्ड में सफलता पानी है, तो निरंतरता और दृढ़ता के साथ आगे बढ़ना चाहिए. मनुष्य का स्वभाव होता है कि अक्सर असफलताओं का सामना करने के बाद हार मानने लगते हैं लेकिन एक ऐसी भी लड़की है, जो असफलताओं के बावजूद भी दृढ़ संकल्प के साथ अपने सपनों का लगातार पीछा करती रही है. आखिरकार तीसरे अटेम्ट में UPSC की परीक्षा पास करने में सफल रही हैं. उन्होंने इस परीक्षा में चौथी रैंक हासिल की हैं. इनका नाम स्मृति मिश्रा है. दिल्ली विश्वविद्यालय से की पढ़ाई स्मृति मिश्रा (SMRITI MISHRA) यूपी के प्रयागराज की रहने वाली हैं. उन्होंने छोटी उम्र से ही ज़िम्मेदारी की भावना और समाज में योगदान देने की इच्छा विकसित की. उनके पिता राजकुमार मिश्रा बरेली में सीओ (द्वितीय) के रूप में कार्यरत हैं, जबकि उनके भाई सुप्रीम कोर्ट में वकील हैं. स्मृति ने अपनी स्कूली शिक्षा आगरा शहर के सेंट क्लेयर हायर सेकेंडरी स्कूल से की. उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस कॉलेज से बीएससी की डिग्री हासिल की हैं. 12वीं मिला 96.6% अंक स्मृति (SMRITI MISHRA) बचपन से ही पढ़ाई में तेज थीं. उन्होंने कक्षा 12वीं की परीक्षा में 96.6% अंक प्राप्त किए हैं. वह यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के लिए जूलॉजी को अपना ऑप्शनल पेपर चुना था. यह विषय उनकी वास्तविक रुचि और वैज्ञानिक पृष्ठभूमि होने की वजह से परीक्षा में काफी अहम भूमिका निभाई है. स्मृति अपने ऑप्शनल पेपर में बेहतरीन परफॉर्म कर सकी, जिसकी वजह से यूपीएससी मुख्य परीक्षा में अच्छा स्कोर आया. दूसरे प्रयास में UPSC प्रीलिम्स भी नही कर पाए क्वालिफाई   स्मृति (SMRITI MISHRA) ने अपने तीसरे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास की. वह अपने दूसरे प्रयास में प्रीलिम्स परीक्षा भी पास नहीं कर सकी क्योंकि वह वर्ष 2021 में CSAT क्वालिफाई नहीं कर पाई थी. हालांकि स्मृति अपने दूसरे प्रयास में प्रीलिम्स में फेल हो गई, लेकिन उन्होंने परीक्षा पास करने और अपने देश की सेवा करने के अपने सपने और दृढ़ संकल्प को नहीं छोड़ा. इसलिए, उनका सफर पब्लिक सर्विस में शामिल होने के उनके दृढ़ संकल्प, जुनून और प्रतिबद्धता का प्रमाण है. ये भी पढ़ें… दुनिया भर में कौन सी 10 भाषाएं हैं, जो बोली जाती है सबसे अधिक, नहीं जानते हैं, तो पढ़ें यहां डिटेल NHAI में 500000 सैलरी वाली नौकरी पाने का मौका, बस चाहिए ये योग्यता, नहीं देनी होगी लिखित परीक्षा Tags: IAS Officer, Success Story, UPSCFIRST PUBLISHED : August 3, 2024, 17:52 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed