मोबाइल के कारण 12वीं में आए थे कम नंबर हाईकोर्ट ने दी दोबारा एग्जाम की अनुमति
मोबाइल के कारण 12वीं में आए थे कम नंबर हाईकोर्ट ने दी दोबारा एग्जाम की अनुमति
बंबई हाईकोर्ट ने एक अहम फैसले में एक बच्चे को दोबारा 12वीं की परीक्षा देने की अनुमति दी है. बच्चे के दावा है कि मोबाइल गेम की लत में उसकी परीक्षा खराब हो गई और उसे कम नंबर आए थे.
आजकल किशोर अवस्था में बच्चों में मोबाइल फोन और इंटरनेट गेमिंग का लत खूब देखा जा रहा है. ऐसे में उनकी पढ़ाई की प्रभावित होती है. कई बार तो ऐसा देखा गया है कि 10वीं-11वीं तक पढ़ाई में अव्वल बच्चे इन गलत आदतों के कारण 12वीं कक्षा में पटरी से उतर जाते हैं. उनकी पढ़ाई पर इन आदतों का असर पड़ने लगता है और फिर उनका प्रदर्शन खराब हो जाता है. कुछ ऐसी ही एक घटना मुंबई से सामने आई है.
दरअसल, बंबई हाई कोर्ट ने उस 19 वर्षीय एक लड़के को 12वीं कक्षा की सुधार परीक्षा देने की अनुमति दे दी है, जो अवसाद और इंटरनेट गेमिंग की समस्या से पीड़ित होने के कारण पिछले साल हुई परीक्षा में अपनी अपेक्षानुसार अंक हासिल नहीं कर पाया था.
जस्टिस ए. एस. चंदुरकर और जस्टिस राजेश पाटिल की खंडपीठ ने चार जुलाई के अपने आदेश में कहा कि न्याय के हित में लड़के को उच्चतर माध्यमिक प्रमाण पत्र (एचएससी) के लिए सुधार परीक्षा में बैठने का अवसर दिया जाना चाहिए.
लड़के ने अपनी याचिका में कहा कि वह हमेशा औसत से ऊपर दर्जे का छात्र रहा है और 11वीं कक्षा तक उसने 85-93 प्रतिशत अंक हासिल किए. हालांकि, मार्च 2023 में जब उसने 12वीं कक्षा की परीक्षा दी थी तब वह अवसाद से ग्रस्त था और इस वजह से 600 में से सिर्फ 316 अंक प्राप्त कर पाया. याचिकाकर्ता ने दावा किया कि वह जुलाई 2023 से दिसंबर 2023 तक अवसाद का इलाज करा रहा था.
Tags: Bombay high court, Mumbai NewsFIRST PUBLISHED : July 7, 2024, 18:05 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed