शहजादी को बुलाया आगरा कहा- तुम दुबई चलो वहां तुम्हारा अब नर्क बन गई जिंदगी

बांदा जिले के मातौंध थाना क्षेत्र के गोयरा मुगली गांव के रहने वाले शब्बीर खान की बेटी शहजादी की फेसबुक पर एक युवक से दोस्ती हुई. युवक ने शहजादी को प्यार की जाल में फंसा लिया और फिर इलाज कराने के बहाने उसे आगरा बुलाया.

शहजादी को बुलाया आगरा कहा- तुम दुबई चलो वहां तुम्हारा अब नर्क बन गई जिंदगी
बांदाः उत्तर प्रदेश के बांदा जिले की युवती फिलहाल दुबई की जेल में अपनी फांसी का इंतजार कर रही हैं. क्योंकि उसने एक बच्चे को मौत के घाट उतार दिया था. इस मामले में दुबई की कोर्ट ने उसे फांसी की सजा सुनाई है और अब दिव्यांग युवती के पिता ने कोर्ट में याचिका दाखिल की है. कोर्ट ने दुबई की दंपत्ति सहित चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दिया है. बांदा से कैसे दुबई पहुंची लड़की बांदा जिले के मातौंध थाना क्षेत्र के गोयरा मुगली गांव के रहने वाले शब्बीर खान की बेटी शहजादी की फेसबुक पर एक युवक से दोस्ती हुई. युवक ने शहजादी को प्यार की जाल में फंसा लिया और फिर इलाज कराने के बहाने उसे आगरा बुलाया. इसके बाद युवक ने लड़की से दुबई जाकर इलाज कराने को कहा और इसी बहाने उसने दुबई के एक दंपति के हाथों शहजादी को बेच दिया और अब युवती के पिता ने कोर्ट में याचिका दाखिल की है. कोर्ट ने मामले में दुबई के दंपती सहित चार के खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं. फिलहाल, लड़की दुबई जेल में दंपती के बेटे की हत्या के केस में सजायाफ्ता है. उसे वहां फांसी की सजा सुनाई गई है. पिता ने बताई सारी कहानी शब्बीर खान ने सीजेएम कोर्ट में प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि उसकी बेटी शहजादी (33) आग में जल गई थी, जिसकी वजह से वह दिव्यांग हो गई. शहजादी रोटी बैंक नामक संस्था से जुड़कर समाजसेवा का काम करती थी. तभी उसकी दोस्ती फेसबुक के जरिए आगरा में रहने वाले युवक उजैर पुत्र मतलुब से हुई. दोनों में प्रेम प्रसंग हो गया. इलाज के बहाने उसने साल 2021 में उसको आगरा बुलाया और कहा कि यहां डॉक्टर अच्छे नहीं है. युवक ने युवती को बताया कि उसका इलाज दुबई में करवाएंगे. इसलिए उसे दुबई चलना होगा. इस पर युवती मान गई. युवती का जमा सारा पैसा निकाल लिया. युवक ने उसका वीजा बनवाया. फिर उसे अपने साथ दुबई ले गया, जहां पर युवक ने उसको दुबई में रह रहे आगरा निवासी फैज अहमद और नदिया के पास भेजकर, उसे वहा पर उनके हाथों में बेच दिया. उजैर ने शहजादी के सारे पैसे निकाल लिए उजैर ने बेटी के गहने, दिव्यांग कार्ड, एटीएम आदि अपने पास रख लिए. बेटी का बैंक में जमा सारा पैसा, दिव्यांग पेंशन आदि एटीएम से निकाल लिया। उसको दुबई में ही छोड़ दिया. वहां वह लोग उससे घर के काम करवाते थे. फिर 5 महीने बाद नदिया के एक लड़का हुआ. शहजादी उस बच्चे का ख्याल रखती थी। 4 महीने बाद एक दिन उस बच्चे की तबियत खराब हो गई. अचानक उसकी मौत हो गई. उन लोगों ने उस बच्चे का आरोप शहजादी पर लगा दिए. जबकि उसकी मौत बीमारी से हुई थी. हत्या के मामले में दुबई की अदालत ने शहजादी को दोषी ठहराते हुए फांसी की सजा सुनाई है. वह इस समय जेल में है. बांदा सीजेएम भगवान दास गुप्ता ने मामले को गंभीर अपराध मानते हुए पुलिस को मानव व्यापार, धोखाधड़ी,आदि मे केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं. Tags: Banda NewsFIRST PUBLISHED : July 18, 2024, 10:30 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed