गजब की प्रेरणादायक है इस पुलिस अधिकारी की कहानी पढ़कर मिलेगी एनर्जी

Inspiring Story: बलिया के सीओ सिटी गौरव शर्मा ने बताया कि वह बीटेक की पढ़ाई करने के बाद 5 साल नौकरी किया. वहीं, सिविल सर्विसेज की परीक्षा में तीन बार असफलता मिलने के बाद वह टूट गए थे, लेकिन 2017 में उन्होंने यूपीपीसीएस में डायरेक्ट डिप्टी एसपी के पद पर चयनित हो गया.

गजब की प्रेरणादायक है इस पुलिस अधिकारी की कहानी पढ़कर मिलेगी एनर्जी
सनन्दन उपाध्याय/बलिया: अगर आप भी कोई बड़ा ख्वाब लिए हुए तैयारी कर रहे हैं, तो इस पुलिस अधिकारी की कहानी पढ़ना और देखना न भूलें. कुछ कर जाने का जोश, जुनून और जज्बा के रूप में युवाओं के लिए इस पुलिस अधिकारी की सफल कहानी किसी टॉनिक से कम नहीं है. बड़ी-बड़ी कंपनियों की अच्छी खासी नौकरी छोड़ कुछ बड़ा करने का सपना लिए हुए गौरव शर्मा अपने जीवन को पूरी तरह से परिवर्तित कर चुके थे, लेकिन लगातार असफलता ने पूरे आत्मविश्वास को झकझोर कर रख दिया था. उन्होंने बताया कि पूरे मन से प्रयास किया गया कार्य सफलता के मार्ग को बड़े ही शानदार तरीके से मजबूत बना देता है. बलिया के सीओ सिटी गौरव शर्मा की सफल कहानी गजब की रोचक और प्रेरणा दायक है. आइए विस्तार से जानते हैं… सीओ सिटी गौरव कुमार शर्मा ने लोकल 18 को बताया कि वह बलिया के क्षेत्राधिकार नगर (CO CITY) के पोस्ट पर कार्यरत हैं. वह लखनऊ के मूल निवासी हैं. हर किसी की भांति उनकी भी पढ़ाई की शुरुआत प्राथमिक विद्यालय से हुई. इस पद को पाने के लिए जीवन में मैंने जो अनुभव किया वह आज भी मेरे मन में जीवंत है. जानें कैसे हुई पढ़ाई प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाई के बाद अचानक उनके पिताजी का ट्रांसफर लखनऊ हो गया, तो परिवार के साथ वह लखनऊ पहुंच गए. वहां से इंटर मीडिएट तक की पढ़ाई हुई. इसके बाद चेन्नई में एक कॉलेज से बीटेक किया. बीटेक करने के बाद वह विप्रो संस्था से जुड़े. सीओ सिटी ने बताया कि वह लगभग 3 साल नौकरी किए. इसके बाद उनका सेलेक्शन टीसीएस में हुआ. यहां भी लगभग डेढ़ 2 साल काम किया. दिमाग में हमेशा यह चलता रहता था कि एक बार सिविल सेवा सर्विस के लिए बैठना है, लेकिन जॉब के समय वक्त नहीं मिल पाता था. यह ऐसी नौकरी थी कि स्विफ्ट चेंज होता रहता था. कभी नाइट तो कभी मॉर्निंग लग जाती थी. इस कारण तैयारी नहीं हो पाती थी. सपना पूरा करने के लिए छोड़ दी नौकरी सीओ सिटी ने बताया कि उन्होंने फाइनल डिसीजन ले लिया. वह नौकरी छोड़कर सिविल सेवा सर्विस की तैयारी करने में 2016 में जुट गए. नौकरी छोड़ के बाद उन्होंने 3 साल घर से तैयारी की. तीन बार की असफलता ने झकझोर दिया सीओ सिटी ने बताया कि लगातार 3 बार असफलता ने उन्हें झकझोर कर रख दिया था. उन्हें यह लगता था कि आखिर कहां जाऊं, नौकरी भी छोड़ दी है. इसमें भी सफलता नहीं मिल पा रही है. अब कुछ सूझ नहीं रहा था, लेकिन मैंने हिम्मत नहीं हारी और 2017 में पीसीएस का एग्जाम दिया. इसके बाद 2 साल रिजल्ट के लिए इंतजार करना पड़ा. इस दौरान आत्मनिर्भर काफी डाउन होता जा रहा था, लेकिन यूपीएससी की तैयारी ने इतना मजबूत बना दिया था की अंत में सफलता मिल ही गई. 2019 में मेरा चयन डायरेक्ट डिप्टी एसपी के पद पर हुआ. सीओ सिटी ने बताया कि अगर मेहनत मन से किया जाए तो सफलता जरूर मिलती है. वह इतना परेशान हो चुके थे कि उन्हें फिर लगने लगा था कि प्राइवेट सेक्टर में ही जाना पड़ेगा, लेकिन मेहनत का परिणाम बेहद खूबसूरत मिला. आज पूर्व की कहानी एक यादगार के रूप में बनी हुई है. Tags: Ballia news, Local18FIRST PUBLISHED : July 24, 2024, 14:48 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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