बलिया से BJP लगाएगी जीत की हैट्रिक या सपा-बसपा का ये समीकरण बनेगा रोड़ा!

लोकसभा चुनाव के 7वें और अंतिम चरण में 1 जून को उत्तर प्रदेश की 13 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. इनमें पीएम मोदी की वाराणसी और बलिया लोकसभा सीट भी शामिल हैं. बलिया सीट पर इस बार बीजेपी, समाजवादी पार्टी और बीएसपी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है.

बलिया से BJP लगाएगी जीत की हैट्रिक या सपा-बसपा का ये समीकरण बनेगा रोड़ा!
Lok Sabha Chunav 2024 Phase 7: उत्तर प्रदेश की बलिया लोकसभा सीट पर 7वें और अंतिम चरण में 1 जून को वोट डाले जाएंगे. बलिया लोकसभा सीट समाजवादी नेता और भारत पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की सियासी जमीन रही है. पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर इस सीट से 8 बार चुनाव जीते थे. लगातार 6 बार लोकसभा चुनाव जीतने के बाद यह सीट समाजवादी पार्टी के टिकट पर चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर के पास आ गई. लंबे समय से बलिया में जीत का बाट जोह रही बीजेपी को आखिरकार 2014 में यहां से विजयश्री का आशीर्वाद मिला. मौजूदा समय में बीजेपी के वीरेंद्र सिंह मस्त यहां से सांसद हैं. बीजेपी यहां से जीत की हैट्रिक लगाने की भरपूर कोशिश कर रही है तो समाजवादी पार्टी अपनी खोई हुई सीट को पाने के लिए ऐड़ी-चोटी के जोर लगा रही है. बीजेपी ने इस बार बलिया से नीरज शेखर को उम्मीदवार बनाया है. समाजवादी पार्टी से सनातन पांडेय मैदान में हैं. बीएसपी से लल्लन सिंह यादव सहित यहां कुल 13 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं. सनातन पांडेय साइकिल पर सवार होकर लगातार दूसरी बार अपने राजनीतिक भाग्य का फैसला करने के लिए चुनावी रण में आए हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के वीरेंद्र सिंह मस्त ने सपा के सनातन पांडेय को 15,519 वोटों से हराया था. 2014 के चुनाव में मोदी लहर के आगे बलिया का किला भी ध्वस्त हो गया और बीजेपी के भारत सिंह ने सपा के नीरज शेखर को 1.39 लाख वोटों से परास्त किया था. सपा छोड़कर बीजेपी में आए नीरज शेखर बलिया पर लंबे समय तक समाजवादी नेता चंद्रशेखर का कब्जा था. उनके निधन के बाद 2007 में हुए उपचुनाव में उनके बेटे नीरज शेखर यहां से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े और जीत हासिल की. 2009 के चुनाव में भी नीरज शेखर सांसद चुने गए. लेकिन 2014 के चुनाव में मोदी लहर के आगे नीरज शेखर टिक नहीं पाए और भरत सिंह मस्त के आगे पस्त हो गए. लोकसभा चुनाव हारने के बाद समाजवादी पार्टी ने नीरज शेखर को राज्यसभा भेज दिया. वर्ष 2019 में नीरज समाजवादी पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. उसी दिन वो भाजपा से राज्य सभा के लिए चुने गए और वर्तमान में राज्यसभा सांसद हैं. बीजेपी ने उन्हें इस बार बलिया लोकसभा सीट से टिकट दिया है. सरयू और गंगा नदी के बीच बागियों की धरती बलिया लोकसभा क्षेत्र में विधानसभा की 5 सीटें बलिया नगर, फेफना, बैरिया, जहूराबाद और मोहम्मदाबाद आती हैं. इनमें तीन पर समाजवादी पार्टी, एक पर बीजेपी और एक सीट पर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का कब्जा है. ब्राह्मण और यादव वोटरों मे सेंध समाजवादी पार्टी ने बलिया से सनातन पांडेय को टिकट देकर ब्राह्मण वोटरों में सेंध लगाने का प्रयास किया है. उधर, बीएसपी ने लल्लन यादव को टिकट देकर सपा के परंपरागत यादव वोटरों को अपने पक्ष में करने की कोशिश की है. बलिया सीट पर सबसे अधिक करीब 3 लाख ब्राह्मण वोटर हैं. इसके बाद 2.5-2.5 लाख यादव, राजपूत और दलित आते हैं. मुस्लिम वोटर भी लगभग एक लाख हैं. Tags: Ballia news, Loksabha Elections, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : May 25, 2024, 17:25 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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