बागपत. जनपद बागपत के किशनपुर बराल गांव से एक बच्चे को दान देने का मामला सामने आया है. माता-पिता ने अपनी खुशी से अपने 9 महीने के बच्चे को मंदिर में दान कर दिया है. मंदिर में दान करने के बाद माता- पिता काफी खुश हैं और अपने आप को भाग्यशाली बता रहे हैं.
यह घटना बागपत के किशनपुर बराल गांव की है. जहां एक माता-पिता ने अपने 9 महीने के बच्चे को बाबा महावीर गिरी मंदिर में दान कर दिया है. बच्चे की मां ने बताया कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया है, क्योंकि उन्होंने मन्नत मांगी थी कि दो बच्चे होने पर वो एक बच्चे को मंदिर मे दान कर देंगे, जिसके बाद उन्होंने ये फैसला लिया. बच्चे को मंदिर में दान देने के बाद बच्चे के माता पिता भी काफ़ी खुश दिखाई दे रहे हैं. बच्चा दो साल की उम्र के बाद वापस मंदिर मे लौट जाएगा और मंदिर मे अपनी सेवा देगा. जिसके बाद बच्चे को इस मंदिर की गद्दी सौंप दी जाएगी. बच्चों की मां आरती ने बताया कि उसने भगवान के इस मंदिर में पूजा अर्चना की थी और मन्नत मांगी थी कि अगर उसको दो बेटे होते हैं, तब वह एक बेटे को इस मंदिर में दान देगी. अभी फिलहाल बच्चा तीन से चार वर्ष का होने तक अपने माता-पिता के साथ ही रहेगा और उसके बाद उसे मंदिर में भेजा जाएगा. साधु संत कभी भी उसे यहां से लेकर जा सकते हैं, क्योंकि यह उन्हीं का है. सिर्फ अब पालन पोषण के लिए ही हमारे पास है.
बच्चों के पिता मोनू ने बताया कि दो बच्चों की मेहनत पूरी होने के बाद एक बच्चे को मंदिर में दान दिया गया है. फिलहाल महंत ने जब तक बच्चा मां का दूध पी रहा है, तब तक परिवार के साथ रहने के लिए कहा है. उसके बाद बच्चे को मंदिर में भेज दिया जाएगा. यह एक तपोभूमि ,है जहां एक से बढ़कर एक साधु संतों ने तपस्या की है. इस भूमि पर मांगी गई हर मन्नत पूरी होती है. ऐसे ही उनकी मन्नत पूरी हुई है और बच्चे को मंदिर में दान दिया गया है. इस मंदिर की विशेष मान्यता है. यहां पर साधु संत जाकर रहते हैं, पूजा अर्चना करते हैं और इस मंदिर में मौजूद मूर्ति तालाब से प्राप्त हुई थी. इस मंदिर की लगातार मान्यता बढ़ती जा रही है और यहां दूर-दूर से लोग आकर पूजा अर्चना करते हैं.
Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : August 8, 2024, 10:14 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed