गुरु अर्जुन देव की शहादत दिवस आगरा में बिछाई गई छबील

Guru Arjan Dev Shaheedi Diwas: आगरा में सिखों के पांचवे गुरु गुरु अर्जुन देव के शहीदी दिवस पर गुरुद्वारों में छबील लगाई गई. गुरुद्वारा गुरु का ताल के हेड ग्रंथी ने बताया कि सिखों को उनसे प्रेरित होकर उनके ही मार्ग पर चलना चाहिए.

गुरु अर्जुन देव की शहादत दिवस आगरा में बिछाई गई छबील
आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा में गुरुद्वारा से लेकर जगह-जगह गुरु अर्जुन देव की शहादत की याद में छबील लगाई गई है. गुरुद्वारों में कीर्तन दरबार सजाए गए है. साथ ही युवाओं को गुरुवाणी सुनाई गई. आगरा में सिखों के 5वें गुरु गुरु अर्जुन देव के शहीदी दिवस पर गुरुद्वारों में छबील लगाई गई है. जहां कीर्तन दरबार सजाए गए हैं. गुरु अर्जुन देव की शहादत को याद करते हुए सिखों को उनके बताए मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया गया. इसके साथ ही गुरु अर्जुन देव की कथा युवाओं को सुनाई गई. गुरुद्वारा के हेड ग्रंथी ने बताया गुरुद्वारा गुरु का ताल के हेड ग्रंथी हरबंस सिंह ने बताया कि सिखों के पांचवे गुरु अर्जुन देव जी महाराज को मुगल बादशाह जहांगीर ने 1606 को लाहौर में शहीद कर दिया गया था. शहीदी के समय मिंया मीर ने गुरु अर्जुन देव जी से पूछा कि आपके शरीर पर छाले पड़ रहे हैं. इसके बावजूद आप शांत हैं. तब गुरु अर्जुन देव ने कहा था कि जितने जिस्म पर पड़ेंगे छाले, उतने सिख होंगे सिदक वाले. यानि मेरे शरीर में जितने छाले पड़ेंगे, उतरे हजारो-करोड़ों सदके वाले सिखों का जन्म होगा. शहादत देती है सीख गुरु जी को गर्म तवे पर बैठाकर उन पर गर्म रेत डाली जा रही थी. इसके बावजूद वे शांत रहे, उनका शरीर तप रहा था, लेकिन उनका मन अकाल पुरख से जुड़ा हुआ था. उनकी शहादत हमें सीख देती है कि हमें भी उनकी तरह ही अडिग रहना चाहिए. उनकी शहादत को अनोखी शहादत कहा जाता है. उनकी याद में ही छबील लगाई जाती है. जो जून की गर्मी में मानवता के नाते लोगों को शीतलता प्रदान करने की एक पहल है. गुरु अर्जन देव की शहादत में लगी छबील शहर के विभिन्न गुरुद्वारों के अलावा कई स्थानों पर भी छबील लगाई गई है. गुरुद्वारा गुरु का ताल, गुरुद्वारा दमदमा साहिब, गुरुद्वारा माईथा, गुरुद्वारा कलगीधर सहित अन्य गुरुद्वारों में भी छबील लगाई गई. साथ ही कीर्तन दरबार का आयोजन किया गया. गुरुओं की शहादत को किया गया याद गुरुद्वारा गुरु का ताल के भाई अमरीक सिंह ने बताया कि सुबह से छबील के लिए लगभग 30 क्विंटल चीनी, 500 लीटर दूध, 30 सिल्ली बर्फ, दर्जनों पेटियां रूह अफजा और अन्य शरबत इस्तेमाल हो चुकी है. संगत भी अपने साथ दान स्वरूप चीनी, शरबत और दूध लाती है. प्रसाद के लिए 25 क्विंटल चने बनाए गए हैं. पार्श्वनार्थ पंचवटी कालोनी के बाहर छबील लगाई गई. साथ ही देश धर्म के लिए कुर्बान गुरुओं की शहादत को याद किया गया. Tags: Agra latest news, Agra news, Agra news today, Local18, UP latest news, UP newsFIRST PUBLISHED : June 12, 2024, 15:40 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed