अयोध्या: अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के बाद तेजी के साथ संपूर्ण मंदिर का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है. मंदिर निर्माण में मजदूरों की संख्या भी बढ़ा दी गई है. जहां पहले 3000 मजदूर राम मंदिर में कार्य कर रहे थे वहीं अब इनकी संख्या बढ़कर 4500 कर दी गई है. जनवरी 2025 तक संपूर्ण मंदिर को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है .तो वहीं अब अयोध्या के राम मंदिर परिसर में स्थित कुबेर टीले पर रामायण कालीन पौधे लगाए जाएंगे, राम मंदिर परिसर में बने अन्य मंदिरों में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को जूते और चप्पल नहीं उतारने होंगे, राम मंदिर परिसर में बन रहे सातों मंदिरों का निर्माण कार्य सितंबर तक पूरा हो जाएगा, राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक में शामिल होने अयोध्या पहुंचे निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने ये जानकारी दी,
उन्होंने कहा कि ट्रस्ट का प्रयास है कि राम मंदिर के साथ-साथ परिसर में बन रहे अन्य मंदिरों में भी श्रद्धालुओं को दर्शन करने का प्रयास किया जाय. सितंबर तक सातों मंदिरों का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा. इसके साथ ही शेषावतार मंदिर भी बनकर पूर्ण हो जाएगा, नृपेंद मिश्र ने बताया कि कुबेर टीले का कार्य लगभग पूरा हो चुका है. जटायु महाराज भी स्थापित हो चुके हैं, जो श्रद्धालु मंदिर में दर्शन करने आते हैं वह कुबेर टीले के दिशा में भी जाएं.
150 से ज्यादा पौधे
जानकारी देते हुए नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि कुबेर टीले पर रामायण कालीन पौधे लगाए जाएंगे, उद्यान विभाग इस पर काम कर रहा है, नेशनल बॉटनी गार्डन लखनऊ इस पर शोध कर चुका है कि रामायण में कौन-कौन से पौधों का उल्लेख है, उन्होंने बताया कि 150 से ज्यादा रामायण कालीन पौधों का उल्लेख है, उन्हीं में से ही चयन करके कुबेर टीले पर पौधे लगाए जायेंगे, नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि राम मंदिर परिसर में स्थित अन्य मंदिरों में दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं को जूते और चप्पल नहीं उतारने पड़ेंगे, नंगे पैर अन्य मंदिरों में या कुबेर टीले जाने पर उनके साथ नाइंसाफी होगी.
Tags: Local18, Ram TempleFIRST PUBLISHED : May 30, 2024, 17:03 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed