अयोध्या में भूमि पूजन के पूरे हुए 4 साल कब पूरा होगा राम मंदिर का निर्माण

Ram Mandir: रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि अयोध्या के लिए 5 अगस्त 2020 का दिन बहुत ही ऐतिहासिक दिन है. इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर में भूमि पूजन किया गया. यह दिन अयोध्या के लिए स्वर्णिम दिन है.

अयोध्या में भूमि पूजन के पूरे हुए 4 साल कब पूरा होगा राम मंदिर का निर्माण
अयोध्या. 5 अगस्त, वही तारीख है जब हिंदुओं के आराध्य भगवान राम के मंदिर की नींव रखी गई थी. राम मंदिर के लिए लगभग 500 साल का लगातार संघर्ष चला. 5 अगस्त 2020 को पीएम मोदी द्वारा अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला रखी गई थी. अगले 5 महीने में मंदिर की सबसे ऊंची शिखर पर भगवा ध्वज फहरा दिया जाएगा. इसी 5 अगस्त के दिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर का भूमि पूजन किया था. साल 2019 में राम मंदिर के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया था और उसके बाद साल 2020 के 5 अगस्त को मंदिर के निर्माण कार्य की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली आधारशिला को रखकर की थी. इसके बाद मंदिर का निर्माण तेजी के साथ शुरू हुआ और 22 जनवरी 2024 को भव्य मंदिर के भूतल पर रामलला को गर्भगृह में विधि विधान पूर्वक देश के साधु-संतों के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने प्राण प्रतिष्ठा की . दिसंबर तक पूरा होगा मंदिर निर्माण वैसे तो अयोध्या में प्रभु राम का भव्य मंदिर निर्माण का कार्य लगभग 80 प्रतिशत पूरा हो गया है. भूतल के बाद प्रथम तल और अब द्वितीय तल का निर्माण तेजी के साथ किया जा रहा है. जिस पर 161 फिट ऊंचाई वाले मंदिर के शिखर का निर्माण किया जाएगा. और यह कार्य दिसंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके साथ ही मंदिर की 800 मीटर की परिधि में 6 मंदिरों वाले परकोटे का निर्माण किया जा रहा है. इसके अलावा मंदिर में मूलभूत सुविधाएं भी विकसित की जा रही है. यात्री सुविधा केंद्र का निर्माण भी पूरा कर लिया गया है. दिसंबर 2025 तक संपूर्ण मंदिर का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा . अभिजीत मुहूर्त में दिब्य आरती रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि अयोध्या के लिए 5 अगस्त 2020 का दिन बहुत ही ऐतिहासिक दिन है. इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर में भूमि पूजन किया गया. यह दिन अयोध्या के लिए स्वर्णिम दिन है. जिसे कभी भुला नहीं जा सकता है. इस पल को यादगार बनाने के लिए रामलला का विशेष श्रृंगार किया जाएगा. और दोपहर 12 बजे अभिजीत मुहूर्त में दिब्य आरती का आयोजन कर विभिन्न प्रकार के ब्यंजनों ला भोग लगाया गया. मनाया जा रहा धार्मिक मुक्ति दिवस विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने बताया कि 5 अगस्त की यह तारीख जो 500 वर्षों की प्रतीक्षा और संघर्ष का सुखद परिणाम है. रामलला अपने जन्म स्थान पर विराजमान हुए जिसकी आधारशिला 5 अगस्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा पूज्य संतों की उपस्थिति में रखी गई. अयोध्या में ऐसा आयोजन न कभी हुआ था और न कभी हो पाएगा. इस दिन को हम लोग एक धार्मिक मुक्ति दिवस के रूप में मना रहे है. Tags: Ayodhya News, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : August 5, 2024, 13:34 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed