बिहार सरकार पर भाजपा का आरोप कहा- सदन में नहीं रखी जा रही आचार समिति की रिपोर्ट
बिहार सरकार पर भाजपा का आरोप कहा- सदन में नहीं रखी जा रही आचार समिति की रिपोर्ट
Demand of Opposition: विजय सिन्हा ने मांग की है कि अगर सीएम नीतीश कुमार जीरो टॉलरेंस के तहत काम करते हैं, तो कौशल विकास के तहत आई रिपोर्ट और आचार समिति की रिपोर्ट सदन के पटल पर रखें और इस रिपोर्ट के आधार पर विधायकों पर कार्रवाई हो. प्रतिपक्ष सदन से सड़क तक और ब्लॉक से पंचायत तक मामले को उजागर करेगा. विरोधी दल अब जनता के मुद्दों पर हमेशा जागरूक रहेगा.
हाइलाइट्सविजय सिन्हा ने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे लोगों को अपनी जिम्मेवारी समझने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि सदन आहूत हुआ और कार्यसूची जो हमने बनाई थी, उसे बदलने का काम किया गया.
पटना. बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा और विधानपरिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने दोनों सदनों में सत्तापक्ष को घेरने की कोशिश तेज कर दी है. एक दिन के विशेष सत्र को लेकर भी उन्होंने सत्ताधारी दल पर कई गंभीर आरोप लगाकर कई सवाल पूछे.
विधानमंडल में विपक्षी दल के नेता विजय सिन्हा और परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन बुला सरकार पर कई आरोप लगाए और सत्ताधारी दल से सवाल पूछ डाले हैं. विजय सिन्हा ने कहा कि लोकतंत्र की जननी बिहार है और पिछले कुछ वर्षों से जनादेश का अपमान किया जा रहा है. संवैधानिक पद पर बैठे लोगों को अपनी जिम्मेवारी समझने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि सदन आहूत हुआ और कार्यसूची जो हमने बनाई थी, उसे बदलने का काम किया गया.
विजय सिन्हा ने कहा कि हमारे नेता ने सदन के पटल पर जिन रिपोर्ट को रखने की बात कही थी, उन्हें नहीं लेआउट किया गया. हमने इसे कल की कार्यसूची में जोड़ने के लिए भेजा गया है. इसको लेकर पत्र लिखा गया है. उन्होंने बताया कि स्किल डेवलपमेंट की जांच की रिपोर्ट सदन पर रखे जाने की जरूरत थी. इस कमिटी का गठन मैंने किया था. हमारे कहने के बावजूद इसे लेआउट नहीं किया गया.
दूसरा मामला 18 एमएलए की अयोग्यता का था. आचार समिति की रिपोर्ट इसमें आई हुई थी. इसकी भी लेआउट करने को कहा गया था पर इस मुद्दे को भी नजरअंदाज किया गया और इसे लेआउट नहीं किया गया. आचार समिति की रिपोर्ट में उपमुख्यमंत्री और मंत्री पर कार्रवाई के लिए लिखा गया है. इसे सदन के पटल पर रखा जाना चाहिए. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. संवैधानिक नियम को तार-तार किया गया है. पैरों तले कुचला गया है. इसकी रिपोर्ट सार्वजनिक की जानी चाहिए.
विजय सिन्हा ने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे लोग अपनी गरिमा को गिराने का काम कर रहे है. हमने अपने पद की गरिमा को बचाने का काम किया. पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी संवैधानिक पद पर रहने के बावजूद ध्यान रखकर काम नहीं किया. सदन में सभी लोग बराबर हैं. तुलसी का पत्ता छोटा हो या बड़ा उसकी महत्ता कम नहीं होती है. विजय सिन्हा का इशारा नीतीश कुमार की तरफ से नितिन नवीन को लेकर दिया गया बयान था.
विजय सिन्हा ने मांग की है कि अगर सीएम नीतीश कुमार जीरो टॉलरेंस के तहत काम करते हैं, तो कौशल विकास के तहत आए मामले और विधायकों पर कार्रवाई के मामले को सदन के पटल पर रखें और इसपर कार्रवाई हो. प्रतिपक्ष सदन से सड़क तक और ब्लॉक से पंचायत तक मामले को उजागर करेगा. विरोधी दल अब जनता के मुद्दों पर हमेशा जागरूक रहेगा.
वही बिहार विधान परिषद के विपक्षी दल के नेता सम्राट चौधरी ने कहा कि गरीब की एक एक पाई का हिसाब हमसब मांगेंगे. सड़क से लेकर सदन तक हमारी लड़ाई रहेगी. एक ही व्यक्ति को कई वर्षों से कपड़ा बदलते देख चुके हैं. उन्होंने तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधते हुए कहा कि लालू यादव और राबड़ी देवी की सरकार को भी जनता ने उखाड़ फेंकने का काम किया है. इसलिए विधानसभा की कार्रवाई के दौरान रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जानी चाहिए. रिपोर्ट को छुपाया जा रहा है.
भाजपा के आरोप पर JDU के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि सदन नियम और कानून के साथ चलेगा. जिन्हें जो आरोप लगाना है लगाए, जो सवाल करना है सदन में करे. उसका वाजिब जवाब सरकार की तरफ से दिया जाएगा. नीतीश कुमार न तो किसी को बेवजह फंसाते हैं और न ही बेवजह बचाते हैं. ये बिहार की जनता जानती है.
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Tags: Bihar BJP, Bihar Government, Bihar politicsFIRST PUBLISHED : August 25, 2022, 21:57 IST