पटना पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉंप्लेक्स में महिला खिलाड़ी से डर्टी गेम की कोशिश
पटना पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉंप्लेक्स में महिला खिलाड़ी से डर्टी गेम की कोशिश
Patna Crime News: मुझे खुश नहीं करोगी तो किसी मैच में रेफरी में नाम नहीं दूंगा... छेड़कानी का यह आरोप एक महिला रेफरी सह तकनीकी पदाधिकारी ने लगाया है. इसको लेकर एसोसिएशन के बड़े पदाधिकारी पर कंकड़बाग थाने में आवेदन देकर शिकायत की गई है. यह भी आरोप लगाया है कि कार्यालय का कमरा बंद कर अश्लील हरकत की गई और विरोध करने पर करियर बर्बाद करने की धमकी दी गई.
हाइलाइट्स बिहार भारोत्तोलन संघ के अधिकारी पर महिला खिलाड़ी ने छेड़खानी का आरोप लगाया. पटना पुलिस ने दर्ज किया केस, परीक्षा माफिया के पिता हैं आरोपी अरुण कुमार केसरी.
पटना. बिहार में एक महिला खिलाड़ी ने बिहार भारोत्तोलन के प्लानिंग और डेवलपमेंट के अध्यक्ष अरुण कुमार केसरी पर छेड़खानी का आरोप लगाया है. मामले को लेकर पटना के कंकड़बाग थाने में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है. पीड़िता की मानें तो घटना पाटलिपुत्र खेल परिसर में शनिवार को हुई. जिस अधिकारी के ऊपर आरोप लगा है वह अरुण कुमार केसरी मूल रूप से जहानाबाद के रहने वाले बताए जाते हैं. अरुण कुमार केसरी कई राज्यों में पेपर लीक करने वाले परीक्षा माफिया अतुल वत्स के पिता है. वर्ष 2010 में एक घोटाले में केसरी के जहानाबाद स्थित घर पर सीबीआई ने छापा भी मारा था. हालांकि, उस दौरान कुछ हासिल नहीं हुआ था. 65 साल के केसरी बिहार वेट लिफ्टिंग संगठन के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं. पटना पुलिस की मानें तो केस दर्ज कर पूरे मामले की छानबीन की जा रही है.
पीड़िता की तरफ से जो केस दर्ज कराया गया है उसमें इस बात का जिक्र किया गया है कि राष्ट्रीय प्रतियोगिता की रेफरी में नाम नहीं आने पर उसने पिछले 4 दिसंबर को अरुण कुमार केसरी को फोन किया था. उन्होंने 6 दिसंबर को पाटलिपुत्र खेल परिसर में उसे बुलाया. फिर 5 दिसंबर को व्हाट्सऐप मैसेज भेजा कि 6 दिसंबर को मत आना, क्योंकि मैं राजगीर जा रहा हूं. इसके बाद 7 दिसंबर को वह उनसे मिलने पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉंपलेक्स स्थित उनके कार्यालय पहुंची. वहां वे अकेले थे. थोड़ी देर के बाद उन्होंने कमरे में कहा कि तुम मुझे खुश नहीं करोगी तो किसी प्रतियोगिता में तुम्हारा रेफरी में नाम नहीं जाएगा. तुम्हारा करियर बर्बाद कर दिया जाएगा. उन्होंने कपड़ा खोलने का भी प्रयास किया.
पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि केसरी ने कार्यालय का कमरा बंद कर दिया था. अश्लील हरकत और जबरदस्ती करने पर जब उन्होंने माना कि तो वह उसके शरीर से चिपकने लगे. किसी तरह वह कमरा खोलकर भागी और डायल 112 को फोन किया. डायल 112 की टीम जब पहुंची तब तक केसरी वहां से भाग चुके थे. वहीं, दूसरी ओर अरुण कुमार केसरी ने आरोप को निराधार बताया है. उनका दावा है कि पीड़िता उन्हें ब्लैकमेल कर रही है और दबाव डाल रही है कि उनका नाम रेफरी में दे दें.
अरुण कुमार केसरी का कहना है कि रेफरी का चुनाव संघ के अध्यक्ष या सचिव करते हैं, वह अभी लेवल 2 में हैं. उनका कहना है की बिहार में 55 रेफरी हैं और सीनियर रेफरी को भेजा जाता है. मैंने उसके साथ कोई गलत हरकत नहीं की है. यह बात सही है कि अतुल मेरा बेटा है, लेकिन 2017 से उससे मेरा कोई संपर्क नहीं रहा है. सीबीआई की घर पर ताबिश देने पर उन्होंने कहा कि उनके पास से कुछ नहीं मिला था और उस मामले में उनका नाम भी नहीं था.
Tags: Patna News Today, Woman molestationFIRST PUBLISHED : December 8, 2024, 08:17 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed