M फैक्टर पर फिर फोकस PK ने बाद नीतीश और तेजस्वी ने भी दिया बड़ा मैसेज

Bihar Politics: बिहार की सियासत में इन दिनों M फैक्टर काफी चर्चा में है. दरअसल विधानसभा उपचुनाव को देखते हुए अलग-अलग राजनीतिक दल M फैक्टर यानि मुस्लिम मतदाताओं पर खूब फोकस कर रहे हैं. इस बार मुसलमानों को रिझाने की शुरुआत सबसे पहले प्रशांत किशोर ने की थी.

M फैक्टर पर फिर फोकस PK ने बाद नीतीश और तेजस्वी ने भी दिया बड़ा मैसेज
पटना. बिहार की चार सीटों तरारी, रामगढ़, इमामगंज और बेलागंज विधानसभा सीट पर 13 नवंबर को चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में बिहार में चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव में M फैक्टर यानि मुस्लिम वोटरों की अहमियत को देखते हुए तमाम राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी हैं. अलग-अलग राजनीतिक दल और गठबंधन मुस्लिमों को यह बताने की जुगत में जुट गए हैं कि बिहार में उनकी पार्टी मुसलमानों की सबसे बड़ी शुभचिंतक पार्टी है ताकि मुस्लिम वोटरों को वह अपनी ओर गोलबंद कर सकें. दरअसल उपचुनाव में मुस्लिम वोटरों को रिझाने की शुरुआत सबसे पहले जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने की थी. उन्होंने बेलागंज सीट पर मुस्लिम उम्मीदवार को उतार कर यह मैसेज दिया कि मुस्लिमों को लेकर उनकी पार्टी कितनी संजीदा है. प्रशांत किशोर ने ना सिर्फ उम्मीदवार उतारे बल्कि इस मौके पर उन्होंने उन राजनीतिक पार्टियों पर निशाना भी साध दिया जो मुस्लिम हितैषी होने का दावा करती है. बेलागंज से PK का बड़ा संदेश दरअसल प्रशांत किशोर ने कहा कि आरजेडी ने न सिर्फ बीजेपी का डर दिखाकर मुस्लिम समुदाय से उनका वोट लिया बल्कि उन्हें उनकी आबादी के हिसाब से कभी प्रतिनिधित्व भी नहीं दिया. मुस्लिम समुदाय लालटेन में किरोसीन की तरह जलता रहा और लालू जी के परिवार में रोशनी होती रही, लेकिन हमारी पार्टी जो कहती है वो करती है और इसकी शुरुआत बेलागंज से हो गई है. PK की राह पर चले सीएम नीतीश कुमार प्रशांत किशोर ने जो शुरुआत की उस कड़ी को आगे बढ़ाने का काम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी किया. उन्होंने बीते दिनों एनडीए की बैठक में मुस्लिम समुदाय को लेकर जो बाते कही उससे साफ पता चलता है कि नीतीश कुमार को इस बात का मलाल है कि मुस्लिमों के लिए इतना करने के बाद भी मुस्लिम समुदाय जदयू को उतना तवज्जो नहीं देता है जितना जदयू हक़दार है. नीतीश कुमार ने कहा कि हमारी सरकार में पूरे बिहार में कब्रिस्तान की घेराबंदी की गई और मंदिरों की भी घेराबंदी की गई. मुसलमानों को जा कर बताइए उनके लिए सरकार ने क्या काम किया. राजद आ गया तो दंगा फसाद करेगा. आरजेडी के पास कोई काम-धंधा नही है. दंगा पीड़ितों को हमलोगों  ने न्याय दिलवाया. उन्हें पेंशन भी दिया जा रहा है. RJD ने भी गलती सुधारी प्रशांत किशोर और एनडीए की मुहिम को देखते हुए आरजेडी भी M फैक्टर को लेकर एक बार फिर से अलर्ट हो गयी है. दरअसल मुस्लिम वोटरों को लेकर आरजेडी दूसरे पार्टियों के निशाने पर है. ऐसे में आरजेडी अब अपने कोर वोट बैंक मुस्लिम वोटर को लेकर पूरी तरह से चौकस हो गयी है. तभी तो आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव और उनके छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने आरजेडी के सीनियर लीडर अब्दुल बारी सिद्दीकी की मौजूदगी में उनकी पार्टी से  नाराज चल रहे शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब और बेटे ओसामा को अपनी पार्टी आरजेडी में शामिल करवाया. Tags: Bihar politics, By election, Lalu Yadav, Nitish kumar, Prashant Kishor, Tejashwi YadavFIRST PUBLISHED : October 30, 2024, 07:15 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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